जर्मन गर्ल सेक्स कहानी में मैंने जर्मनी से भारत भ्रमण के लिए आयी युवा लड़की के साथ खुल कर बार बार सेक्स का मजा लिया. मैं उसका टूर गाइड था. आप पढ़ कर मजा लें.
मैं आकाश अपनी कहानी के तीसरे और आखरी भाग में आप सभी पाठकों का स्वागत करता हूँ।
अभी तक आपने कहानी के दो भाग पढ़े।
मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगों को कहानी पसंद आ रही होगी।
कहानी के पिछले भाग
जर्मन लड़की की छोटी सी चूत
में अभी तक आपने पढ़ा कि किस तरह से मैंने टूरिस्ट गाइड का काम करना शुरू किया और किस तरह से ऐना से मेरी मुलाकात हुई और इसके बाद हम दोनों के बीच सेक्स की शुरुआत हुई।
अब आगे जर्मन गर्ल सेक्स कहानी:
मैं और ऐना अपनी पहली चुदाई खत्म करने के बाद ऐसे ही बिना कपड़ों के बिस्तर पर लेटे हुए थे।
ऐना भी अपनी थकान मिटाने के लिए मेरे सीने पर अपना सर रखकर लेटी हुई थी।
हमारी पहली चुदाई काफी जबरदस्त थी जिससे हम दोनों ही काफी थक गए थे।
करीब आधे घंटे आराम करने के बाद हम दोनों का बदन एक बार फिर से मचलने लगा और इस बार शुरुआत की ऐना ने!
उसने मेरे ढीले पड़े हुए लंड को ऐसे ही लेटे हुए अपने हाथ में ले लिया और ऊपर नीचे करती हुई सहलाने लगी।
उसके सहलाने से जल्द ही मेरे लंड में तनाव आना शुरू हो गया और मेरा लंड खड़ा होना शुरू हो गया।
जल्द ही मेरा लंड अपने पूरे आकार में आ गया लेकिन अभी भी ऐना प्यार से उसे सहलाये जा रही थी।
कुछ देर बाद ऐना उठकर बैठ गई और मैं वैसे ही लेटा हुआ था।
अब वह बैठे बैठे ही लंड को सहलाने लगी।
कुछ देर में वो मेरे लंड पर झुक गई और अपने होंठो से मेरे लंड और अंडकोश को चूमने लगी।
फिर अचानक से उसने मेरे लंड को अपने मुँह में डाल लिया और मेरे सुपारे को अपनी जीभ से चाटने लगी।
ऐसे ही करते हुए वो मेरे लंड को बुरी तरह से चूसने लगी और तेजी से अपना सर ऊपर नीचे करते हुए लंड को पूरा अपने मुँह में लेने लगी।
मुझे उम्मीद नहीं थी कि ऐना मेरे लंड को चूसेगी.
लेकिन वह बहुत अच्छी तरह से मेरे लंड को चूस रही थी।
कुछ देर बाद उसने अपने दोनों टांगों को फैलाया और मेरे ऊपर आ गई।
अब हम दोनों 69 की पोजिशन में आ गए थे।
उसकी चूत मेरे मुंह के सामने थी और मेरा लंड उसके मुंह के सामने।
मैंने भी उसके चूतड़ों को दोनों हाथों से फैलाया और अपनी जीभ उसकी चूत पर चलाने लगा।
मैं भी बहुत अच्छे से उसकी चूत को चाट रहा था और इसके अलावा उसकी गांड के छेद पर भी अपनी जीभ चला रहा था।
काफी देर तक हम दोनों ने उसी पोजीशन में एक दूसरे को गर्म किया।
उसके बाद ऐना मेरे ऊपर से उठ गई और अपनी टाँगें फैलाकर मेरे लंड के ऊपर बैठ गई।
उसने मेरे लंड को एक हाथ में थामा औऱ अपनी चूत में रगड़ने लगी।
इसके बाद उसने धीरे धीरे लंड चूत में लेना शुरू किया और पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले लिया।
अब उसने अपने दोनों हाथ मेरे सीने पर टिकाए और अपनी कमर को गोल गोल घुमाना शुरू कर दी।
कुछ देर ऐसा करने के बाद उसने अपनी गांड को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया जिससे मेरा लंड आधा चूत से बाहर आता और फिर से गप्प से अंदर चला जाता।
मैंने भी अपने दोनों हाथ आगे बढ़ाकर उसके दोनों उछलते दूध को थाम लिया और ऐना ने भी अपनी रफ्तार तेज कर दी।
मेरा लंड अब काफी तेजी से उसकी चूत में गप्प गप्प करता हुआ जा रहा था।
ऐना अपना चेहरा ऊपर की तरफ उठाये हुए ‘आआह आआह ऊउफ़्फ़ उफ़्फ़’ करती जा रही थी और तेजी से लंड पर उछल रही थी।
मैं उसके दोनों दूध को बुरी तरह से मसल रहा था जिसके कारण उसके गोरे रंग के दूध बिल्कुल लाल हो गए थे।
उसके बदन पर जिस जगह भी मैं पकड़ लेता था, वो जगह बिल्कुल लाल रंग की हो जाती थी क्योंकि ऐना थी ही इतनी ज्यादा गोरी!
उसकी चूत फैलने पर बिल्कुल लाल थी।
करीब 15 मिनट मेरे ऊपर उछलने के बाद ऐना थक गई और नीचे उतर आई।
मैं भी अब उठ खड़ा हुआ और ऐना अपने आप ही अपने घुटनो के बल होकर घोड़ी बन गई।
मैं भी तुरंत उसके पीछे चला गया और उसके चूतड़ों को फैलाकर अपना लंड उसकी चूत में लगा दिया।
एक बार में ही मैंने अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया जिससे ऐना जोर से चीखी- ओ ओह गॉड!
मैंने उसकी कमर को दोनों हाथों से जकड़ लिया और ‘फट फट’ की आवाज के साथ अपना लंड अंदर पेलने लगा।
जल्द ही मैं अपनी पूरी रफ्तार से उसकी चुदाई करने लगा।
उसके चूतड़ मेरे धक्कों के कारण बिल्कुल लाल हो गये।
ऐना बुरी तरह से चिल्ला रही थी- आआह आआह आआ आआहह हहहह! यस सशस यसस स्श्स … फ़ास्ट फास्ट … यसस्स यस फ़क मी हार्ड … आकाश फ़क मी हार्ड!
जिस प्रकार से वो मुझे निमंत्रण दे रही थी, मेरी रफ्तार और तेज होती जा रही थी।
करीब 10 मिनट तक मैंने बिना रुके उसे घोड़ी बनाकर चोदा जिससे वह झड़ गई और वैसे ही अपने पेट के बल लेट गईं।
मैं भी उसके ऊपर चढ़ गया और उसे अपनी आगोश में ले लिया।
उसने अपने दोनों पैरों को फैला दिया और मैं अपने दोनों हाथ नीचे ले जाकर उसके दूध को जकड़ लिया।
ऐना मेरे बदन के नीचे दबी हुई थी और मैं उसे बुरी तरह से जकड़ा हुआ था।
अब वैसे ही मैं उसे चोदना शुरू कर दिया।
जल्द ही वह फिर से गर्म हो गई और उसने अपनी कमर हल्के से हवा में उठा ली।
मेरे जोरदार धक्के उसके चूतड़ पर फट फट की आवाज के साथ पड़ रहे थे।
ऐना भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
जब मैं थक जाता तो वह खुद अपनी कमर को आगे पीछे करती हुई लंड अंदर लेने लगती।
यह हम दोनों की दूसरी ही चुदाई थी लेकिन कोई भी हार मानने को तैयार नहीं था।
ऐना एक बार झड़ चुकी थी, इसके बाद भी उसके अंदर गजब का जोश था।
मैं उसके सामने कमजोर नहीं होना चाहता था और उसे पूरी तरह से संतुष्ट करना चाहता था।
उस समय तो ऐसा लग रहा था जैसे आज मैं उसकी चूत का भोसड़ा बना देने वाला था।
जल्द ही ऐना एक बार फिर से झड़ गई।
और अब उसने अपने आप ही लंड बाहर निकाल लिया.
वह उठकर बैठ गई और जोर जोर से मेरे लंड को हिलाने लगी।
जब हिलाने से भी मेरा पानी नहीं निकला तो उसने लंड मुँह में ले लिया और बुरी तरह से चूसने लगी और अपनी जीभ को लंड के सुपारे पर चलाने लगी।
अब मैं भी बर्दाश्त नहीं कर पाया और झड़ गया।
ऐना ने लंड मुँह से निकाल लिया और मेरे वीर्य को अपने दूध के ऊपर डालने लगी।
काफी देर तक मेरी पिचकारी चलती रही और मेरा पानी उसके दूध और पेट पर गिरता रहा।
जब तक मेरी आखरी बूंद तक नहीं निकल गई, ऐना लंड को हिलाती रही।
मैं पूरी तरह से शांत हो गया तो ऐना उठी और बाथरूम में जाकर अपनी साफ सफाई की और आकार लेट गई।
उसके बाद मैं भी पेशाब करने बाथरूम गया और आकार ऐना से लिपट कर सो गया।
उस रात एक बार और हम दोनों ने चुदाई की मतलब उस रात हमने 3 बार चुदाई का मजा लिया।
उसके बाद मैं अपने कमरे में जाने लगा लेकिन ऐना ने मुझे अपने साथ ही सुलाया और हम दोनों बिना कपड़ों के नंगे बदन एक दूसरे से लिपटे हुए सो गए।
दोस्तो, हमारे बीच चुदाई का शिलशिला तो शुरू हो गया था लेकिन अगले दिन ऐना ने ऐसा कुछ किया जिसके बारे में मैंने सोचा भी नहीं था।
और वो पल मेरी जिंदगी का बिल्कुल यादगार पल बन गया।
हुआ यह कि पिछली रात की धमाकेदार चुदाई के बाद हम दोनों सुबह देर तक सोते रहे।
सुबह 9 बजे हम दोनों की नींद खुली उस समय भी हम दोनों ऐसे ही नंगे बदन थे।
बारी बारी से हम दोनों फ्रेश हुए और फिर ब्रेकफास्ट करने के बाद जब मैंने ऐना से कहा- आज कहाँ चलना है?
तो उसने आज कहीं भी जाने से मना कर दिया।
उसने मुझसे कहा- तुम पहले अपना सब सामान मेरे रूम में ही शिफ्ट कर लो; आज से तुम मेरे साथ ही रहोगे।
उसके कहे अनुसार मैं अपना सामान लेने के लिए अपने कमरे में गया और जल्द ही सारा सामान लेकर वापस आ गया।
ऐना के पास आते ही उसने मुझे एक लिस्ट दी जिसमें उसके कुछ जरूरी सामान थे।
उसने मुझे वो मार्केट से लाने के लिए कहा।
उसके बाद मैं मार्केट चला गया और करीब 12 बजे वापस आया।
जब मैं कमरे में आया तो देखा ऐना कमरे में नहीं थी।
मैंने उसे आवाज दी तो उसने मुझसे कहा- मैं बाथरूम में हूँ।
तो मैंने सोचा कि शायद वह नहा रही है।
मैंने भी अपने कपड़े बदले और बिस्तर पर लेट गया।
थोड़ी ही देर बाद ऐना ने मुझे आवाज दी और मुझे बाथरूम में आने के लिए बोली।
मैं थोड़ा डरता हुआ बाथरूम की तरफ गया.
और जैसे ही बाथरूम का दरवाजा खोला तो ऐना को देख मेरे होश उड़ गए।
दोस्तों उस समय वो पूरी तरह से नंगी थी और उसने अपने पूरे जिस्म पर एक तेल जैसा लगाया हुआ था।
जैसे ही मैं बाथरूम में गया उसने मुझे सोचने तक का समय नहीं दिया और मुझे अपनी तरफ खींच लिया।
उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मुझे भी नंगा कर दिया।
उसके बाद उसने एक बोतल ली और उसमें से सारा तेल मेरे ऊपर डाल दिया।
अब हम दोनों का ही नंगा बदन तेल से सराबोर था।
ऐना ने मुझे अपने गले से लगा लिया और हम दोनों ऐसे ही आलिंगन करते हुए एक दूसरे को सहलाने लगे।
तेल की वजह से उसका गोरा बदन काफी फिसलन भरा हो गया था और मैं उसके जिस अंग पर भी हाथ फिराता मेरा हाथ फिसलता ही चला जाता।
हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूम रहे थे और एक दूसरे के बदन पर अपना बदन रगड़ रहे थे।
फिर ऐना ने मेरे लंड को थाम लिया और बड़े प्यार से आगे पीछे करती हुई सहलाने लगी।
मैं भी अपने दोनों हाथ उसकी चूतड़ पर ले गया और उसकी चूतड़ को मसलने लगा।
चूतड़ों को मसलते हुए मेरी उंगलियां फिसलती हुई उसके गुप्तांग तक चली जाती और मैं उसकी चूत औऱ गांड के छेद पर अपनी उंगलियां चलाने लगा।
बाथरूम में लगे हुए आईने में मैंने देखा तो हम दोनों का बदन बिल्कुल चमक रहा था और वो नजारा देख मेरा ज़ोश काफी बढ़ गया।
आयल सेक्स का यह मेरा पहला अनुभव था.
लेकिन यह अनुभव काफी सेक्सी था और उस मजे को बता पाना अत्यंत कठिन है।
एक दूसरे के बदन पर हिसलता हुआ बदन काफी ज्यादा मजा दे रहा था। एक दूसरे के गुप्तांगों को तेल के साथ मसलना सहलाना काफी मजेदार था।
ऐना जैसी हुस्न की परी और उस पर तेल लगा हुआ उसका चिकना बदन!
वह लगातार मेरे लंड को सहलाये जा रही थी और मैं लगातार उसके होंठो को चूमते हुए उसकी चूत और गांड को सहलाये जा रहा था।
काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे के बदन से लिपटे हुए ऐसे ही एक दूसरे को सहलाते रहे.
फिर मैंने ऐना को बाथरूम की दीवार से सटाकर खड़ी कर दिया और दोनों हाथों से उसके दूध को मसलना शुरू कर दिया।
उसके तेल से भीगे हुए दोनों दूध मेरे हाथों में मस्त तरीके से फिसल रहे थे।
मैं दोनों हाथों को ऊपर नीचे करते हुए मस्त उसके दूध को मसलता रहा और ऐना दीवार से खड़ी हुई मचल रही थी।
कुछ देर बाद मैंने अपने एक हाथ को नीचे लाकर उसकी चूत मसलनी शुरू कर दी।
‘आआह हहह आआ उह हहह’ की आवाज करती हुई ऐना पूरी तरह से गर्म हो गई और मेरे लंड को थामकर अपनी चूत में रगड़ने लगी।
अब मैं भी पूरी तरह से गर्म हो गया था और उसको चोदने के लिए पूरी तरह से तैयार था।
मैंने एक हाथ से ऐना के एक जांघ को उठा लिया और अपने लंड को उसकी चूत में ऊपर नीचे रगड़ते हुए अंदर करने लगा।
लंड और चूत में काफी तेल लगने के कारण मेरा लंड एक बार में ही पूरा अंदर घुस गया.
इससे ऐना जोर से कराह उठी और मुझे जोर से जकड़ लिया।
हम दोनों एक दूसरे से बुरी तरह से लिपटे हुए थे और मैंने लंड अंदर बाहर करना शुरू कर दिया।
शुरू से ही मैं जोरदार धक्के लगा रहा था और ऐना भी अपनी कमर हिला हिला कर लंड अंदर ले रही थी।
कुछ देर बाद मैंने ऐना को घुमा दिया और उसे दीवार पर ही झुकाकर घोड़ी बना दिया और उसके चूतड़ की तरफ़ से दनादन उसकी चुदाई शुरू कर दी।
काफी देर तक उसकी चुदाई करने के बाद मैंने लंड बाहर निकाला और उसकी गांड की दरार पर ही लंड रगड़ने लगा।
फिर मैंने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को फैलाया और लंड को उसकी गांड के छेद पर लगा दिया।
ऐना की तरफ से किसी भी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ और वो भी अपनी गांड चुदवाने के लिए तैयार हो गई।
मैंने लंड छेद पर लगाकर उसकी कमर को थाम लिया और हल्के धक्के के साथ लंड उसकी गांड में उतार दिया।
दो धक्कों में ही मेरा पूरा लंड उसकी गांड में जा चुका था और मैंने अब उसकी गांड चोदना शुरू कर दिया।
ऐना भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और अपनी कमर हिला हिला कर चुदवा रही थी।
मैं अपनी पूरी ताकत से उसकी गांड चोद रहा था और वो भी इस चुदाई का पूरा मजा ले रही थी।
मैंने एक हाथ आगे करते हुए उसकी चूत में भी अपनी दो उंगलियां डाल दी और उंगली से ही उसकी चूत भी चोदने लगा।
जल्द ही ऐना झड़ गई और उसके बाद कुछ धक्कों के बाद मैं भी उसकी गांड के अंदर ही झड़ गया।
यह जर्मन गर्ल सेक्स लगभग 40 मिनट तक चला और हम दोनों ही पूरी तरह से संतुष्ट होने के साथ साथ काफी थक गए थे.
उसके बाद हम दोनों साथ में ही नहाए और बाहर आये।
इसके बाद उस दिन हम लोग कहीं नहीं गए और रुक रुक कर सारा दिन चुदाई का खेल चलता रहा।
उसके बाद तो हर रात हम दोनों के बीच चुदाई होने लगी।
अगले दो महीनों तक हम दोनों जहाँ जहाँ भी गए, होटल में एक साथ रुके.
और उन दो महीने में न जाने कितने बार हम दोनों ने चुदाई की।
इसके बाद उसका भारत भ्रमण पूर्ण हो गया और वह अपने देश वापस लौट गई।
उसने मुझे मेरी जिंदगी के वे हसीन पल दिये जिन्हें मैं शायद ही कभी भूल पाऊँगा।
दोस्तो, मेरी ये जर्मन गर्ल सेक्स कहानी आप सभी को कैसी लगी?
आप कमेंट बॉक्स में जरूर बताइये।
धन्यवाद।
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