दोस्तो, मेरा नाम रोहित गुप्ता है। तीन साल हो चुके हैं मेरी शादी को; मेरी बीवी का नाम पायल है; अभी कोई बच्चा हमने नहीं किया है।
मेरी बीवी की एक बड़ी बहन पूजा है, जो उस से 2 साल बड़ी है, वो भी शादीशुदा है। उसके पति का नाम भी रोहित है, रोहित अग्रवाल।
जब मेरी शादी हुई हुई थी, तब मैंने नोटिस किया कि मेरे साढ़ू साहब काफी रंगीन मिजाज के हैं, बहुत ही रसिया।
धीरे धीरे हम दोनों साढ़ू भाई की आपस में खूब दोस्ती होने लगी। हम दोनों पंजाबी बनिए हैं, तो दारू और सिगरेट तो सब को पता है कि हम पीते हैं, मगर गुप चुप में नॉन वेज भी खा लेते हैं। एक बार मैं अपने साढ़ू भाई घर गया तो बातों बातों में पता चला कि वो मुझसे सिर्फ डेढ़ साल ही बड़े हैं। हम उम्र होने के कारण हमारी दोस्ती और भी प्रफुल्लित हुई। जब भी हम ने मिलना; एक ही थाली में खाना, एक साथ पीना।
धीरे धीरे एक दूसरे की बीवी से खुला मजाक, नॉन वेज चुट्कुले, बेवजह उनको छूना, कभी कभी तो आती जाती के पिछवाड़े में हल्की प्यार भी चपत। मगर ये सब मेरे साढ़ू साहब ज़्यादा करते थे। फिर मेरे मन में भी विचार आया, मैंने भी अपनी बड़ी साली को छेड़ना शुरू किया और मैं भी उन्हें गलत फलत छू लेता।
ऐसे में एक बार होली आ गई, उस होली पर रोहित ने खुले आम मेरी आँखों के सामने मेरी बीवी पायल के बोबे दबाये। उसने पायल को पीछे से पकड़ा और पीछे से एक तो अपना लंड पायल, मेरी बीवी की गांड पर घिसाया और दूसरा अपने दोनों हाथों में रंग ले कर पायल के दोनों बोबों पर मल दिया।
पायल ने हंस कर टाल दिया।
मुझे अच्छा नहीं लगा, मैंने भी बदला लेने की खातिर, ठीक वैसे ही पूजा के बोबों पर रंग लगाया, मगर पूजा ने ऐसे रिएक्ट किया जैसे कुछ हुआ ही न हो।
उसके बाद मैंने बिल्कुल सामने से पूजा के बोबे पकड़ कर मसले वो फिर भी कुछ नहीं बोली, मैंने आगे बढ़ कर उसके गाल को चूम लिया।
वो बोली- सारा प्यार मुझ पर ही लुटा दोगे, या अपनी पत्नी के लिए भी कुछ बचा कर रखोगे?
यानि के बड़े ही प्यार भरे तरीके से उसने मुझे अपने से अलग कर दिया।
हम करीब हर महीने दो महीने में एक दूसरे से मिलते रहते थे। अब तो हमारी पत्नियाँ भी ये जान गई थी कि हम दोनों ठर्की उन पर दिलो जान से फिदा हैं। हमारे छूने का या कोई गंदा मजाक करने का वो बुरा नहीं मनाती थी। मैं भी इस बात का बुरा नहीं मानता था अगर पायल को कहीं गलत छू देता था। हमने सब माफ कर रखा था।
एक दिन वो बोले- रोहित, आज शाम को थोड़ा फन शन करें।
मुझे ये था कि बाहर जा कर चिकन वगैरा खाने का प्रोग्राम होगा, तो मैंने हाँ कर दी।
शाम को रोहित ने घर पे कहा- हम दोनों भाई तो जा रहे हैं, बाहर ही खा पी कर आएंगे, आप का जो दिल करे घर में मँगवा कर या पका कर खा लेना।
हम दोनों रोहित के ही एक दोस्त के होटल में पहुंचे, वहाँ पे एक रूम लेकर उसमे हमने अपने खाने पीने का प्रोग्राम शुरू किया। ऐ सी ने कमरा ठंडा कर दिया था। दारू ने भी अपना सुरूर कर दिया। हम दोनों आपस में एक दूसरे को तू कह कर ही बात करते थे।
रोहित बोला- रोहित, तेरी शादी को तीन साल हो गए क्या?
मैंने कहा- हाँ, हो गए।
वो बोला- तो इन तीन सालों में कभी बाहर भी मुँह मारा है, या अपनी बीवी को ही ठोक रहा है।
अब हम दोनों की बीवियाँ एक दूसरे की साली लगती थी, तो ऐसी भाषा का हम आम इस्तेमाल करते थे।
मैंने कहा- नहीं यार, अभी तक तो अपनी बीवी की लेकर ही टाइम पास कर रहा हूँ।
वो बोला- भोंसड़ी मारेगा?
मैंने चहक कर पूछा- है क्या?
वो बोला- अरे यार, यहाँ क्या नहीं मिलता, तू बोल, अभी मँगवा लेता हूँ।
मैंने कहा- तो घर कब जाना है।
वो बोला- साले, सारी रात चोदेगा क्या, घंटे दो घंटे में फ्री हो कर घर चले जाएंगे।
मैंने कहा- तो पूछता क्या है, मँगवा ले फिर।
रोहित ने किसी और दोस्त को फोन किया और आधे घंटे में हमारे रूम की बेल बजी। मैंने उठ कर दरवाजा खोला तो सामने एक 22-24 साल की एक लड़की खड़ी थी।
मैंने उसे अंदर बुला लिया।
अंदर आकर उसने अपना लपेटा हुआ दुपट्टा खोला। गोरा रंग, सुंदर नैन नक्श, 5 फुट 4 इंच कद, गदराया बदन!
हम तो उसे देख कर खुश हो गए।
पहले हमने उसे व्हिस्की, नॉन वेज सब ऑफर किया। खा पी कर वो भी मस्त हो गई। बस उसके मस्त होते ही हमने उसे पकड़ लिया। एक मिनट में उसको सर से पाँव तक नंगी कर दिया और दोनों साढ़ू उसके बदन को नोचने में लग गए।
धीरे धीरे हमारे कपड़े भी उतरते गए, और एक वक्त ऐसा आया, जब हम दोनों साढ़ू एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे खड़े थे, अपना अपना लंड अकड़ाये।
अगले एक घंटे तक हम दोनों ने उस लड़की को पूरे मज़े ले ले कर नोचा खसोटा, चूमा, चाटा और चोदा। एक घंटे बाद वो चली गई और हम दोनों नंगे ही लेटे रहे।
उस दिन एक दूसरे के सामने नंगा हो कर हमारा प्यार और भी बढ़ गया। उसके बाद हम दोनों इकट्ठे नहाये और फ्रेश हो कर वापिस घर आ गए।
अगले दिन दोपहर को हम आपस में बैठे बातें कर रहे थे, मैंने वैसे ही पूछा- रोहित, शादी से पहले तुम्हारे कितने चक्कर थे?
वो बोला- अरे पूछ मत, मैं तो हर लड़की पे लाइन मारता था, मगर सब तो नहीं पर 4-5 तो पट ही गई, और साली सब की खूब मारी। मैंने तो घर की बाई को भी नहीं छोड़ा। असल में उसने ही मुझे सेक्स करना सिखाया। साली रोज़ डीप नेक ब्लाउज़ पहन कर आती थी, क्लीवेज दिखाती, एक दिन मैंने भी जोश में आकर साली का बोबा ही पकड़ लिया, बस इतने में ही मान गई, और उसके बाद दे चुदाई, दे चुदाई। तूने भी कुछ किया था, अपनी जवानी में या नहीं?
मैंने कहा- नहीं यार, बस एक ही गर्लफ्रेंड को चोदा, उसकी ही ली थी। हाँ ली बहुत… ये ज़रूर है। जब ही मिलते तो सेक्स ही करते थे। पर मुझसे पहले उसकी शादी हो गई, तो जाने दो। फिर मेरी शादी हो गई। उसके बाद कल रात ही बाहर मुँह मारा है।
रोहित बोला- चल ठीक, अगली बार जब मैं तेरे घर आऊँ तो तू भी ऐसा ही समान तैयार रखना।
मैंने हामी भर दी। वापिस घर जा कर मैंने अपने एक दो दोस्तों से संपर्क किया, और दो चार गश्तियों और दल्लों के नंबर ले कर रखे। जब रोहित हमारे घर आया, तो मैं भी उसे एक होटल में ले गया, और ठीक वैसे ही मैंने उसकी सेवा की।
अच्छी लड़की थी, 25 एक साल की होगी, 5000 रुपये में हम दोनों का पानी निकलवा गई। खा पी कर हम दोनों घर आ गए।
रात के करीब 12 बज रहे थे। दारू में चूर मदमस्त हुये। घर आ कर रोहित ने अपने म्यूज़िक सिस्टम में गाने लगा लिए, और अपनी पत्नी पूजा को बाहों में लेकर नाचने लगा।
उसको देख कर मैंने भी पायल को खींच लिया और हम दोनों भी बाहों में बाहें डाल कर नाचने लगे। नाचते नाचते मैंने पायल के होंठों को किस किया, और उसने भी साथ दिया तो हमने होंठों से होंठ अलग ही नहीं किया।
मैंने सोच रहा था कि अभी घंटे भर पहले ही यह होंठ किसी और औरत के होंठों को चूस रहे थे, ये हाथ किसी और के बोबे दबा रहे थे। हमें इस रोमांटिक मूड में देखा तो रोहित और पूजा हमारे नजदीक आ गए, और रोहित ने पूजा मुझे देकर पायल मुझ से ले ली।
अब हमारे पार्टनर बदल चुके थे, पूजा मेरी बाहों में थी। मैंने अपने दोनों हाथ पूजा की कमर पर उस जगह रखे जहां उसकी साड़ी नहीं थी, बल्कि नंगी चमड़ी थी। पूजा ने अपने दोनों हाथ मेरे कंधों पर रखे थे।
गाना चल रहा था- जब कोई बात बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल पड़ जाए, तुम देना साथ मेरा, ओ हमनवाह।
मैंने पूजा की आँखों में देखा, उसकी आँखों में भी रोमांस था, मगर फिर वो बचाव की मुद्रा में थी। मैंने डांस करते करते उसे अपने और नजदीक और नजदीक करते हुये बिल्कुल अपने से चिपका लिया।
पराई औरत कोई भी हो, उसके बदन का हर एक स्पर्श मर्द को रोमांचित करता है। मैंने अपने हाथ ऊपर लेजा कर, जहां पूजा ने ब्रा पहना था, उसके ब्रा के ऊपर अपने हाथ रख कर उसके दोनों बूब्स को अपने सीने से सटा लिया। उधर रोहित ने भी पायल को अपनी आगोश में पूरी तरह से जकड़ रखा था, और दो बार पायल को चूम भी लिया था, मगर गाल पर। मैं सोच रहा था कि मैं पूजा के होंठ ही चूम लूँ, मगर पूजा ऐसे मौका नहीं दे रही थी।
रोहित ने अपने दोनों हाथ नीचे किया और पायल के दोनों चूतड़ों पर रख लिया, हालांकि पायल उसे मना कर रही थी, मगर रोहित पूरी ज्यादती कर रहा था। मैंने भी अपनी हिम्मत इकट्ठी की, और पूजा के दोनों चूतड़ पकड़ लिया। मोटी, गोल, गदराई हुई, गांड।
जब मैंने पूजा की गांड को छूआ तो वो एकदम मुझे अलग हो गई।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वो बोली- डांस कर लो, मगर बदतमीजी नहीं।
मैंने उसे रोहित दिखाया, जो मेरी बीवी की चूतड़ पकड़े था।
वो बोली- ये तो इनकी पुरानी आदत है, इसको तो शुरू से ही बहुत तंग करते हैं।
खैर रात के 2 बज रहे थे, थोड़ी देर में हम सोने चले गए। मगर रात को भी मेरे दिल में ख्याल आया कि क्या पायल ने शादी से पहले रोहित से सेक्स किया होगा। जैसा ठर्की रोहित है, उसने कहाँ छोड़ा होगा बेचारी पायल को। मैंने सोचा क्यों न कोई ऐसा प्लान बनाया जाए कि मैं भी पूजा को चोद सकूँ। अगर मुझे इसके लिए पायल को रोहित से चुदवाना पड़ा तो भी कोई बात नहीं, वैसे भी तो शादी से पहले इसने पायल को चोदा ही होगा।
यही सब सोचते मैं सो गया.
सुबह उठे तो रोहित ने नाश्ते के बाद मुझसे कहा- यार सुन, एक बात कहनी है, तुझसे, पर तू ठंडे दिमाग से सुनना!
मैंने कहा- बोलो?
तो वो बोला- रात जब हम सब डांस कर रहे थे, तो मेरे दिमाग में एक आइडिया आया कि अगर हम दोनों भाई इन दोनों बहनों को आपस में बदल लें तो?
मैंने कहा- सच कहूँ तो मैं भी यही सोच रहा था, रात डांस के दौरान मैं जब पूजा को छूआ तो मेरे मन में अजीब सी हलचल हुई।
रोहित बोला- यार अपना तो कोई चक्कर नहीं, हम तो मान गए, क्या ये दोनों मानेंगी?
मैंने कहा- अभी तो नहीं, पर मौका देख कर दोनों से बात करेंगे, और इनका मन टटोल कर देखते हैं। अगर मान गई तो मैं ये बाज़ी खेलने के लिए तैयार हूँ।
हम दोनों ने अपने सेटिंग कर ली।
उसके बाद जब रोहित और पूजा चले गए तो एक दिन मैंने बातों बातों में पायल के सामने पूजा के गदराए जिस्म की तारीफ की, और बातों बातों में घूमा फिरा कर उसको पाने की, चोदने की नहीं, सिर्फ पाने की इच्छा पायल के सामने रख दी।
पायल ने इस बात को कोई बहुत ज़्यादा महत्व नहीं दिया, तो मैंने पूछा- अगर रोहित तुमसे सेक्स करना चाहे तो तुम क्या करोगी?
वो बोली- नहीं, जीजू ऐसा नहीं कर सकते, वो मुझे बहुत चाहते हैं, हंसी मजाक तक तो ठीक है, मगर सेक्स वो मुझसे नहीं करेंगे।
मैंने फिर पूछा- और अगर करना चाहे तो?
तो पायल बोली- छोड़ो भी क्या फालतू की बात लेकर बैठे हो, जब की तब देखेंगे.
कह कर वो चली गई।
मैंने रोहित से फोन पे बात की, उसका हाल भी कुछ ऐसा ही था। मतलब दोनों बहनें इस बारे में क्लीयर नहीं थी.
तो हमने सोचा कि ऐसा करते हैं, कोई ऐसा प्रोग्राम बनाते हैं, जहां इनकी लाज शर्म सब खत्म हो जाए। तब मैंने और रोहित ने सिंगापोर, थाईलैंड घूमने का प्रोग्राम बनाया ताकि पहले इनको बिकनी पहना कर एक दूसरे के सामने अध नंगी किया जाए, फिर बाद में पूरी नंगी।
एक महीने बाद हम चारों थाई एयरवेज़ के जहाज़ में बैठे उड़े जा रहे थे।
शाम को हम होटल में पहुंचे। अगले दिन से हमारा टूर शुरू हो गया, हमें गाइड ने सिंगापोर का बहुत कुछ दिखाया।
शाम को जब हम सब घूम फिर कर वापिस होटल पहुँचे तो बहुत थके थे। अगले दिन रेस्ट था हमारा।
मैंने रोहित से पूछा- क्यों भाई, आज उतारें इन दोनों बहनों की शर्म?
वो बोला- ठीक है.
हम चारों तैयार होकर होटल से निकले और सीधे बीच पर गए, वहाँ तो सैकड़ों के हिसाब से औरतें मर्द, बच्चे सब छोटे छोटे से कपड़ों में घूम रहे थे। हमने भी जा कर अपने लिए बीच पहनने वाले कपड़े खरीद लिए, हमारे तो कच्छे ठीक थे, मगर जो कपड़े हमने पूजा और पायल के लिए लिए, वो बहुत ही छोटे थे। चड्डी पहनो तो पूरे चूतड़ नंगे, पीछे सिर्फ धागा और आगे छोटा सा कपड़े का टुकड़ा, और ब्रा में भी सिर्फ निपल और आस पास का थोड़ा सा एरिया ढकने का इंतजाम।
अगर सच कहा, जाए तो दोनों औरतें हमारे आगे, बिल्कुल नंगी होने वाली थी।
हमने उन्हें कपड़े दे कर चेंज करने के लिए भेज दिया। जब वो दोनों बिकनी पहन कर बाहर आई, तो सच में मजा आ गया। आज पहली बार मैंने पूजा को इस तरह अधनंगी हालत में देखा था। उसके बोबे, उसकी जांघें, उसकी गांड… आज सब कुछ मेरे सामने था।
रोहित ने भी पायल को ऊपर से नीचे तक देखा और बोला- ऐसा करो, हम यहीं बैठते हैं, आप जाओ और उधर समुंदर के पानी में मस्ती करो। हम अभी आते हैं।
वो समझ गई कि हमारा पेग पीने का प्रोग्राम होगा।
उनके जाते ही रोहित बोला- यार पायल को तो मैं वैसे ही छोटी समझता रहा, ये तो साली ज़बरदस्त है।
मैंने कहा- मैंने भी नहीं सोचा था कि पूजा का बदन इतना गदराया होगा, बहुत सेक्सी बीवी है भाई तेरी।
मेरी बात सुन कर रोहित बोला- तो चलो चलते हैं हम भी इनके साथ मस्ती करते हैं, पहले अपनी अपनी के साथ बाद में सब मिक्स कर देना है, जिसके हाथ जो लगी उसकी।
हम दोनों भी दौड़ कर समुंदर की लहरों में घुस गए।
मैंने पायल को अपनी बाहों में लिया, और रोहित ने पूजा को। हमने खुले पानी में बहुत उठा पटक की, कभी मैंने पायल को कंधों पे उठा लेता, तो कभी रोहित पूजा को उठा कर पानी में पटक देता। इसी दौरान हमने अपनी जगह बदली और मैंने जाकर पूजा को गोद में उठा लिया और पानी में पटक दिया। वो संभल पाती इस पहले फिर से उसे अपनी आगोश में लिया और गोद में उठा कर घुमा दिया।
अब सब वहाँ मस्ती कर रहे थे। पायल और रोहित भी पानी में उछल कूद कर रहे थे।
मैंने पूजा से कहा- पूजा, असली होली तो यहाँ है, हम तो 20 लीटर पानी में क्या होली मनाते हैं।
पूजा बोली- हाँ, ये तो है, यहाँ आकर तो मजा ही आ गया।
मैंने कहा- अगर होली है तो फिर बुरा न मानो होली है.
कह कर मैंने पूजा को अपनी बाहों मे लिया और पानी में गिर गया। मैंने और पूजा दोनों ने अपनी सांस रोक रखी थी। पानी भी ज़्यादा गहरा नहीं था, बस 5-6 फीट गहरा था। मैंने पूजा को नीचे तल पर लेटा दिया। हम दोनों की आँखें खुली थी, और हम एक दूसरे को देख सकते थे।
मजा आ रहा है जीजा साली की सेक्स कहानी में?
कहानी जारी रहेगी.
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कहानी का अगला भाग: जीजा साली की चुदाई: सगी बहनों की स्वैपिंग-2