सेक्सी मौसी की चुदाई कहानी में पढ़ें कि मैं और मौसी को एक साथ किराए के कमरे में रहने का मौक़ा मिला. वे किसी पोर्नस्टार से कम नहीं हैं। कैसे चोदा मैंने उन्हें!
दोस्तो, मेरा प्रशांत साहू है प्यार से सब मुझे प्रशु बोलते हैं।
मेरी सेक्सी मौसी की चुदाई कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मौसी को पहली बार चोदा।
मैं मूलत: उत्तरप्रदेश का रहने वाला हूं।
मेरी हाईट 6 फीट 3 इंच और लंड का साइज 7 इंच, मैं वाला गुड लुकिंग और स्मार्ट बंदा हूं।
अब मैं आपको अपनी मौसी के बारे में बता देता हूं।
उनका नाम शीला है, उम्र साल 24 है। उनकी अभी शादी नहीं हुई है. वो मेरे नाना के छोटे भाई की बेटी हैं.
मेरी मौसी दिखने में बिल्कुल सेक्सी किसी पोर्नस्टार से कम नहीं लगती।
मौसी काफी भरे हुए बदन की मालकिन हैं। उनके बूब्स का साइज 36” और गांड गांड़ का साइज 38” है जो अच्छे अच्छों की पैंट में तंबू बना सकता है।
मैंने समझदार होने के बाद जब से मौसी को देखा है, उसी दिन से मौसी को चोदने की इच्छा जाग चुकी थी।
चलिए कहानी शुरु करते हैं.
यह उस समय की बात है जब मुझे बाहर पढ़ने के लिए जाना था और मौसी को जॉब करने के लिए!
तो फिर हम दोनों ने मिलकर तय किया कि हम दोनों साथ रहेंगे ताकि एक दूसरे का ख्याल भी रखा जा सके और ज्यादा खर्चा भी ना हो।
उसी सिलसिले में एक दिन मौसी का मेरे पास कॉल आया और पूछने लगी कि हम कैसे रहेंगे, ये वो … कब निकलना है … आदि।
मौसी- हैलो बाबू कैसे हो?
मौसी हमेशा ही हम भाई बहनों को बाबू बुलाती है, चाहे कितने भी बड़े हो चुके हों.
मैं- ठीक हूं मौसी जी, आप बताइए कैसा चल रहा है सब!
मौसी- सब बढ़िया चल रहा है, वैसे तुम कब तक नोएडा चलोगे मेरे साथ पढ़ने के लिए?
मैं- आप चिंता मत कीजिए, आपको साथ लेकर ही जाऊंगा, आपको अकेले नहीं छोडूंगा।
मौसी- हां वही तो, अकेले हम रह भी नहीं पाते … कोई तो घर वाला साथ होना चाहिए हमारे!
मैंने भी हां बोलकर फोन कट कर दिया।
उसके बाद अगले हफ्ते हम दोनों नोएडा पहुंच गए।
खुद का सामान खरीदने आदि छोटे बड़े कामों में हमें 2 दिन लग गए।
वैसे मेरी नज़र तो पहले से ही मौसी पर थी और अब साथ रहते हुए मैं यह मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता था।
मेरी मौसी का स्वभाव थोड़ा पैसों के मामलों में कंजूस टाईप का है।
मैंने मौसी को बोला- क्यों न हम दोनों मिलकर सिर्फ 1 रूम किचन वाला सेट ले लेते हैं, इससे थोड़े पैसे भी बच जाएंगे।
पैसे बचने का आईडिया सुनकर मौसी बिल्कुल खुश हो गई ।
मौसी- सही बात बोल रहे हो बाबू, वैसे भी ये मेरा पहला महीना है जॉब का … तो सैलरी भी थोड़ा लेट आएगी., थैंक्यू मेरे पैसे बचाने के लिए!
मैंने भी इसी बात का फायदा उठाते हुए सिर्फ एक बेड लिया, वो भी सिंगल, इससे मौसी को थोड़ा अजीब लगा कि वो कैसे सोएंगी मेरे साथ में।
मौसी- हम दोनों कैसे सो पाएंगे इस पर आराम से? काफी दिक्कत भी होगी।
मैं- आप चिंता मत कीजिए मौसी कोई दिक्कत नहीं होगी और इस महीने खर्चा काफी हो गया है सैलरी भी लेट आएगी, अगले महीने देख लेंगे कोई दूसरा रास्ता।
मौसी – तुम ठीक कहते हो, वैसे तुम्हें तुम्हे तो कोई दिक्कत नहीं है ना?
मैं- नहीं नहीं … कोई दिक्कत नहीं।
मन ही मन मैं सोच रहा था कि मुझे क्या दिक्कत होगी, मेरी तो इच्छा ईच्छा पूरी हो रही है.
धीरे धीरे मैंने मौसी पर लाईन मारना शुरु कर दिया था, उनको टच करने का कोई न कोई बहाना ढूंढता रहता था।
ऐसा करते करते मैं और मौसी एक दूसरे के काफी करीब आ गए थे।
एक रात जब मैं खाना खा कर मौसी के बगल में लेटा हुआ था तो उन्होंने पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?
मैं- नहीं मौसी, मेरी इतनी अच्छी किस्मत नहीं है।
मौसी- क्यों झूठ बोल रहे हो, मैं नहीं मानती। इतने गुड लुकिंग बंदे की कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।
मैं- सच कह रहा हूं मौसी, आज तक आप जैसी कोई मिली ही नहीं।
मौसी- मेरी जैसी का क्या मतलब है तुम्हारा?
शर्माते हुए मौसी ने पूछा.
मैं- जो बात आप में है वो बात किसी और में नहीं … इसलिए आज तक किसी और को नहीं पटाया।
(मौसी अपनी सेक्सी सी हंसी हंसती हुई- अच्छा बताओ कि ऐसा क्या है मेरे में जो किसी और को नहीं दिखा और तुम्हें मेरे अलावा किसी और में नहीं दिखा?
मैं थोड़ा नाटक करते हुए- नहीं मैं नहीं बताऊंगा आप बुरा मान जाओगी।
मौसी- अच्छा चल, अगर बोलने में शर्म आ रही है तो इशारा कर के ही बता दे।
मैं मन ही मन सोच रहा था आज अच्छा मौका है, जिसके लिए वर्षों से हाथ पांव मार रहा था, वो आज मेरे साथ एक ही बेड पर एक ही कंबल में है।
ग्रीन सिग्नल भी मिल ही रहा था।
मैं- पक्का गुस्सा तो नहीं करोगी ना, ऐसा ना हो कि आप बुरा मान जाओ?
मौसी- अरे बाबा बोलो ना … कितना भाव खा रहे हो,नही मानूंगी बुरा, प्रोमिस!
मैं उनके टॉप के ऊपर से बूब्स को हाथ लगाते हुए बोला, ये जो आपके बड़े बड़े है ना ये मुझे बहुत पसंद हैं।
मौसी शर्माती हुई- अरे बुद्धू, ये तो नॉर्मल साइज है।
मैं- नहीं मौसी जिनको मैं जानता हूं उनकी तुलना में आपके काफी मोटे और बड़े हैं.
बूब्स पर हाथ फेरते हुए बोला मैं!
मौसी- अच्छा चल इसके अलावा और क्या क्या पसंद है मुझमें?
मैं उनकी गांड पर हाथ फेरते हुए- ये भी बहुत अच्छी लगती है मुझे!
मौसी सेक्सी स्माइल देते हुए- अच्छा?
फिर मैंने पूछा- अच्छा मौसी, ये बताओ आपको कैसे लड़के पसंद हैं?
मौसी- मुझे लंबी हाईट वाले और हॉट लड़के बिल्कुल तुम्हारी तरह के पसंद हैं।
मैं समझ चुका था कि मौसी अब ग्रीन सिग्नल दे रही हैं।
मैं बात करते करते उनके बूब्स दबा रहा था।
ऐसे ही एक हफ्ता बीत चुका था लेकिन मैं सिर्फ़ रोज रात को उनके बूब्स पर ही हाथ फेर पा रहा था।
अब मैंने मन ही मन मौसी को चोदने का प्लान बना लिया था।
इसलिए 31 दिसंबर को पार्टी के लिए मैं दारू ले आया;सोचा दारू के नशे में शायद कुछ हो जाए।
ठीक 31 दिसंबर को शाम को मौसी अपने ऑफिस से आई मेरे कंधे पर सिर रख कर पूछने लगी- बाबू जल्दी बताओ, शाम को खाने में क्या खाओगे, खाना भी बनाना है।
मैं- आप चिंता मत करो मौसी, आपको कुछ नहीं करना मैं सब कुछ देख लूंगा।
मौसी- क्यों, आज कुछ स्पेशल है क्या?
मैं- कल न्यू ईयर है तो आज की रात पार्टी तो बनती है।
मौसी- अरे हां मैं तो भूल ही गई थीं। जल्दी बताओ क्या करना है?
मैं- आपको कुछ नहीं करना है, मैंने सारा इंतजाम कर दिया है, आपको बस एंजॉय करना है आज की नाईट!
मौसी- अच्छा यह बता क्या क्या प्लान है आज का वैसे?
मैं- खाना बाहर से मंगवा लिया है और पार्टी के लिए दारू, चखना भी ले आया हूं।
मौसी भी खुश हो गयी कि आज कोई काम नहीं करना सिर्फ एंजॉय करना है।
हमने डिनर किया, रात 12 बजे एक दूसरे को विश करके खुद फ़ोन में लग गए बाकी रिश्तेदारों और दूसरे दोस्तों को विश करने में।
फिर हमने अपनी पार्टी शुरू कर दी धीरे धीरे मौसी को दारू का नशा छा गया।
मैंने मन ही मन सोचा कि सब कुछ मेरे सोचे हुए प्लान के मुताबिक हो रहा है.
तभी मैंने मौसी को साथ में डांस करने के लिए बोला।
लेकिन मौसी मना करने लग गई- नहीं अब मुझे ज्यादा हो गई है, मुझे सिर्फ़ सोना है अब!
मैं किसी भी कीमत पर इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहता था, मैं जिद करने लगा- मौसी प्लीज चलो ना डांस करते है, आपके लिए इतना कुछ किया और आप डांस भी नहीं कर रही है।
थोड़ा इमोशनल ब्लैकमेल किया।
मौसी- अच्छा बाबा चल करते हैं डांस!
मैंने मौके की नज़ाकत को समझते हुए तुरंत कोई रोमांटिक सा गाना चला दिया।
मैं मौसी को बांहों में लेकर डांस करने लगा क्योंकि नशे में वो ख़ुद को संभाल नहीं पा रही थी।
इसके चलते ही मैं उनके पूरे जिस्म पर हाथ फेरने लग गया, उनके बूब्स, गांड भी दबा रहा था।
एक बार बूब्स जोर से दबा दिए तो मौसी बोलीं आह … आराम से करो।
बस अब ग्रीन सिग्नल मिल चुका था।
मैं धीरे धीरे बूब्स दबाने लगा, मौसी भी मजे ले रही थीं और बोलने लगी- दबा दबा और दबा आह … आह … पूरा निचोड़ दे, बहुत बड़े हो चुके है।
मैं- हां मौसी आज पूरा निचोड़ देंगे, काफ़ी समय से मेरी नज़र है इन पर!
और ऐसा बोलते ही मैंने मौसी का टॉप उतार दिया।
शाम को मौसी घर आके अपने ब्रा पैंटी उतार देती थीं और ढीले कपड़े पहनती थीं तो अब मौसी के रसीले बूब्स पूरी नंगे हो गए थे।
मैं जोर जोर से बूब्स चूसने लगा कभी दायां बूब्स तो कभी बायां बूब्स, बीच बीच में निप्पल पर बाइट भी देने लगा था।
लगभग आधे घंटे तक मैं चूची ही चूसता रहा।
मौसी मादकता भरी आवाज से- आह … खा जा इनको … निचोड़ दे … आज अपनी मौसी को अपनी गर्लफ्रेंड समझ कर प्यार कर … आई लव यू बाबू … आह!
मैंने भी जल्दी अपना लंड बाहर निकाल कर मौसी को चूसने के लिए बोला तो पहले तो मौसी मना करने लगी लेकिन बाद में मान गई।
मौसी लोड़ा मुंह में लेकर बोली- आह … कितना मजा आ रहा है।
फिर घप घप मेरा लंड चूसने लगी।
लगभग 10 मिनट बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने जोर जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए.
मेरा लौड़ा मौसी के गले तक जा रहा था।
उनकी आंखों से आंसू आने लगे लेकिन मैंने फिर भी धक्के मारते मारते अपना पूरा वीर्य उनके मुंह में छोड़ दिया और मौसी पूरा पी गई।
आखिर बूंद तक मौसी ने चूस कर निकाल ली।
अब मैंने मौसी की पैंटी उतारी और उनकी चूत चाटना शुरू कर दिया।
लगभग 20 मिनट बाद मौसी का शरीर भी अकड़ने लगा और वो भी झड़ गई।
अब बारी थी मौसी को चोदने की।
मैंने अपना हथियार तैयार कर लिया।
मौसी को बेड पर लिटाकर एक झटके में ही अपना औजार मौसी की चूत में डाल दिया।
तो मौसी भी दर्द के मारे चिल्ला उठी- आह … मर गई!
मुझे नहीं पता कि मौसी का भी फर्स्ट टाइम था या वे पहले लंड का मजा ले चुकी थी.
अब धीरे धीरे हमारी चुदाई चल रही थी।
शुरूआत में मौसी खूब दर्द से चिल्ला रही थीं लेकिन अब उछल उछल कर मजे ले रही थीं- आह मेरी जान … फाड़ दे पूरी फाड़ मेरी आज … फक मि हार्ड … आह … उह … आह … आई लव यू बाबू… आह…
फिर मैंने धीरे धीरे सेक्स किया, उस पूरी रात हम दोनों ने मिलकर खूब मजे किए।
सुबह उठ कर देखा तो मुझे पता चला कि पहली बार सेक्स था मौसी का … क्योंकि चादर पर खून का धब्बा था।
उसके बाद रोज हम दोनों जब तक शहर रहे, खूब मजे किए।
मौसी काम से आते ही नंगी हो जाती थीं, हम दोनों रोज चुदाई करते थे।
उसके बाद मैं जब भी अपने ननिहाल जाता तो सेक्सी मौसी की चुदाई जरूर करता।
अब उनकी शादी हो गई है लेकिन मुझे खुशी है उनकी सील मैंने ही तोड़ी थी।
यह मेरी पहली कहानी थी, अगर कोई गलती तो माफ करना।
आपको कैसी लगी मेरी सेक्सी मौसी की चुदाई कहानी? कमेंट्स और मेल में मुझे बताएं.
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