मेरे साथ पढ़ रही नवविवाहिता लड़की को पटा कर अपने रूम में लाकर उसकी चुत चुदाई मैंने कैसे की.
दोस्तो, मेरा नाम पीयूष सरोहा है दिल्ली का रहने वाला हूँ, 21 साल का हूँ, मैं एम सी ए कर रहा हूँ. मैं अपनी स्टोरी पर आता हूँ. बात 2014 की है, मैंने इंगलिश सीखने के लिए एक सेंटर जॉइन किया. मैं सेंटर पर अपने एक दोस्त के साथ जाता था, उसने पहले वहाँ से इंग्लिश स्पीकिंग की हुई थी इसलिए उसने मुझे वहाँ से करने की सलाह दी.
हम दोनों रोज शाम को 4 बजे सेंटर पर पहुंच जाते थे.
एक दिन सेंटर पर स्नेहा (नाम बदला हुआ है) की एक लड़की जो सिर्फ 21 साल की थी न्यूली मैरिड थी, वहाँ पर हमारे बैच में आई. उसका पहला दिन था. वो दिखने में पटोला थी, मैं क्या… सेंटर के सारे लड़के उसे देखते ही रह गये. वो काफ़ी सेक्सी थी, बस देखो तो नज़र हटाने का मन ही नहीं करता था पर मैं उससे बोला नहीं!
फिर ऐसे ही उसे देखने के लिए हम जल्दी सेंटर पर पहुंच जाते और बाहर खड़े रहते, उसको उसका पति छोड़ने आता था सेंटर पर… मैं रोज उसे गुड ईवनिंग विश करता लेकिन बात आगे नहीं बढ़ रही थी.
मैं अपने सेंटर के टीचर के साथ काफ़ी फ्रेंक था इसलिए मैंने उसे बता दिया कि मैं उसे लाइक करता हूँ लेकिन वो बोला- ये ठीक नहीं है, ज़्यादा भाव खाएगी क्योंकि वो काफ़ी सुंदर थी.
इसलिए मैं भी उससे ज़्यादा बात नहीं करता था बस काम से ही बात करता था.
ऐसे ही टाइम बीत गया और हमारा बैच खत्म हो गया फिर मैंने उसे फेसबुक पर सर्च किया और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी लेकिन मेरी फूटी किस्मत… उसका 2 महीने तक कोई उत्तर नहीं आया.
फिर एक दिन उसने मेरी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली लेकिन मैंने कोई मैसेज नहीं किया… नहीं तो उसके भाव बढ़ जाते!
फिर अगले दिन उसका मैसेज आया, फिर धीरे धीरे हमारी बात होने लगी लेकिन अभी फोन नम्बर एक्सचेंज नहीं हुआ था.
फिर एक दिन वो बोली- अपना व्टसऐप का नम्बर दे दो.
लेकिन मेरे पास वहट्सएप वाला फ़ोन नहीं था तो मैंने अपने बेस्ट फ्रेंड, जो मेरे साथ सेंटर पे जाता था, उसका नम्बर दे दिया और उस पर हमारी बात होने लगी. दिन में मैं अपने दोस्त के साथ होता, तब मैं बात करता था और रात को मेरा दोस्त मेरी बात आगे जारी रखता था.
एक दिन मैंने उसे मिलने के लिए रेस्टोरेंट पर बुलाया, वो आ गई.
हम बैठे क्योंकि मैं पहली बार डेट कर रहा था, मैं उसके बगल में बैठा था. मैंने कोल्ड ड्रिंक्स ऑर्डर की, फिर थोड़ी देर बाद मैंने उसके गाल पर किस कर दी लेकिन वो गुस्सा होने लगी लेकिन मैंने अब उसके लिप्स पर किस कर दी.
ऐसा करने पर वो नाराज़ हो गई और वहाँ से चली गई.
फिर शाम को मैंने उसे कॉल की तो उसने उठाया नहीं पर उसका मैसेज आया कि मुझसे बात ना कर… तूने मुझे हर्ट किया है.
मैंने उसे सॉरी बोला लेकिन वो नहीं मानी… वो भाव खा रही थी इसलिए मैंने ज़्यादा मनुहार नहीं की और कहा- ठीक है, मत बात कर!
फिर थोड़ी देर बाद उसका कॉल आया मेरे दोस्त के नम्बर पर… वो बोला- बात कर!
मैंने मना कर दिया क्योंकि अब मेरा टाइम था भाव खाने का!
फिर तीसरी कॉल आने पर मैंने उससे बात की, फिर वो मान गई, थोड़े दिन बाद फिर हम डेट पर गये. अबकी बार उसने भी किस्सिंग में मेरा साथ दिया और एक घंटे तक हम साथ रहे फिर हम चले गये.
अब बात आगे बढ़ने लगी, मैंने अपना नया फ़ोन ले लिया और अपना व्ट्सऐप नम्बर दे दिया, फिर हमारी रोज बात होने लगी और फ़ोन सेक्स भी होने लगा.
मैंने उसे रूम पर मिलने को बोला, उसने मिलने के लिए हाँ कर दी.
हम रूम पर मिले. वो जब आई तो बहुत सेक्सी लग रही थी, उसने ब्लू कलर का कुर्ता पहना हुआ था और लेगी थी. उस दिन ठंड भी ज्यादा थी, हम रूम में गये, उसको मैंने पहले पानी पीने को दिया.
फिर पानी पीते ही वो मेरे गले लग गई और मुझे लिप किस करने लगी. किसी भूखी शेरनी की तरह मैं भी उसका पूरा साथ दे रहा था.
5 मिनट किस करने के बाद मैंने उसका कुर्ता उतार दिया. अब वो ब्रा ओर लेगी में मेरे सामने थी, उसकी 34″ की चुची काली ब्रा में मस्त लग रही थी. मैं उसे हग करके किस किया जा रहा था.
फिर मैंने उसकी ब्रा खोल दी और बेड पर उसके साथ लेट गया और किस्सिंग करता रहां. फिर मैंने उसकी पेंटी ओर लेगी एक साथ उतार दी.
अब वो पूरी न्यूड थी मेरे सामने…
फिर धीरे धीरे उसने भी मेरे कपड़े उतारने शुरू किए, अब हम दोनों न्यूड थे, मेरा लौड़ा पूरा गर्म हो चुका था और बिल्कुल टाइट ऐसा लग रहा था कि अभी छूट जाएगा.
मैंने उसकी चुची पर किस की, बहुत मजा आ रहा था, बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद थी और बड़ी बड़ी थी उसकी चुची… मैं खूब मजा ले रहा था और उसकी सिसकारी साफ सुनाई दे रही थी.
फिर मैं धीरे धीरे उसकी चूत पर गया और वहाँ पर किस करने लगा.
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जैसे ही मैंने उसकी चूत पर किस किया, उसकी सिसकी ओर तेज होने लगी, मैं उसे किस किए जा रहा था, थोड़ी देर बाद उसकी चूत बिल्कुल गीली हो गई.
फिर मैंने उसे अपना लौड़ा मुंह में लेने के लिए कहा, उसने मना कर दिया. लेकिन फिर मेरे ज़ोर देने पर उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया.
थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने उसके मुँह से अपना लंड निकाला और उसको लिटा कर उसकी चूत पर रख दिया और रगड़ने लगा. उसकी तो जैसे जान निकल गई हो… उम्म्ह… अहह… हय… याह… वो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी लेकिन मैं उसे अभी और तड़पाना चाहता था.
फिर मैंने अपना लंड धीरे से उसकी चूत में डाला और फिर बाहर निकाल लिया. मैं ऐसे ही करता रहा, वो पागल हुए जा रही थी. फिर मैंने अपना लंड पूरा उसकी चूत में डाल दिया और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा.
थोड़ी देर शॉट लगाने के बाद मैंने उसे अपने ऊपर आने को कहा, वो मेरे ऊपर आ गई और वो अपने आप धक्के लगाने लगी. मैं उसका साथ दे रहा था. पूरे रूम में उसकी सिसकारी की आवाज़ गूँज रही थी और हम पूरा मजा लेकर चुदाई कर रहे थे.
फिर 15 मिनट बात मेरा छूटने लगा, उसने अन्दर छोड़ने से मना कर दिया तो मैंने उसके पेट पर ही छोड़ दिया.
वो बहुत खुश लग रही थी. मैंने कई बार उसकी चुत चुदाई की और शाम को वो अपने घर चली गई, उसने मुझे घर जाकर कॉल किया, वो बहुत खुश थी, उसका पति उसे कभी कभी चोदता था और वो भी एक बार… वो सन्तुष्ट नहीं होती थी.
फिर एक बार मैंने उसे उसके घर जाकर भी चोदा.
उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी चुत चुदाई की सेक्सी कहानी पसंद आई होगी.
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