सेक्सी कज़िन फक कहानी में मैंने अपनी दूर की बहन की चूत चोदी. वो मेरे चाचा की शादी में आई थी. हम दोनों अगल बगल सोये तो मेरे मन में उसके लिए वासना जाग गयी.
मैं 21 साल का लड़का हूँ. मेरा नाम नोमान है.
मैं 5 फुट 6 इंच का हूँ और मेरा लंड 6 इंच का है.
यह सेक्सी कज़िन फक कहानी तब की है, जब मेरे चाचा की शादी थी.
शादी में बहुत ज्यादा मेहमान आए थे तो जगह कम पड़ गई थी.
रात को हम सब लोग एक ही कमरे में बिस्तर लगाकर सो जाते थे.
उसी समय मेरी एक बहुत दूर की कज़िन आई थी. वो 19 साल की एक माल लौंडिया थी.
उसके दूध काफी बड़े बड़े और एकदम तने हुए थे.
उसकी पूरी फिगर किसी मॉडल के जैसी थी.
वैसे मैंने कभी उसको गंदी नजर से देखा नहीं था. मगर कुछ ऐसा हुआ कि मुझे वो चोदने मिल गई.
हुआ यूं कि उस दिन मैं कमरे में सोया था, उधर ही काफी लोग सोए थे.
इस वजह से मेरी कजिन को सोने की जगह नहीं मिल रही थी.
वो बोली- शिट यार, इधर तो जगह ही नहीं है. मैं कहां सोऊं?
उसकी आवाज से मेरी नींद खुल गई.
मैंने उससे कहा- तुम मेरी जगह पर सो जाओ, मैं कहीं और सो जाऊंगा.
वो खुश हो गई और मेरी जगह पर सो गयी.
मैं बाहर आ गया.
बाहर कहीं जगह ही नहीं थी मैं उधर एक कुर्सी पर बैठ गया.
यूं ही कुछ देर बाद बैठे बैठे मुझे नींद आ गई.
रात को शायद उसको प्यास लगी, तो वो बाहर आई.
तो उसने देखा कि मैं कुर्सी पर बैठा बैठा सो रहा हूँ. उसको ये देख कर शायद अपराध सा महसूस हुआ.
वो मुझे हिला कर जगाती हुई बोली- अरे तुम मेरे लिए यहां कुर्सी पर तकलीफ़ उठा रहे हो और मैं आराम से सो रही थी. क्या मैं इतनी बुरी हूँ.
बस वो ये कह कर परेशान सी होने लगी.
उसकी आवाज में रोना सा झलकने लगा.
मैंने कहा- अरे कोई बात नहीं, रो मत!
वो बोली- एक शर्त पर मैं चुप होऊंगी.
मैं पूछा- कैसी शर्त?
वो बोली- मेरे साथ आओ.
मुझे वो उसी कमरे में ले गयी, जहां सब सो रहे थे जहां मैंने उसको सोने की जगह दी थी.
वो बोली- चलो यहीं पर हम दोनों एड्जस्ट करके सो जाते हैं.
मैं मान गया.
अभी तक मैं कुछ गंदा नहीं सोच रहा था पर जब दोनों उस छोटी सी जगह पर लेटे तो हम दोनों का पूरा बदन चिपक रहा था.
मैं उसके मम्मों से चिपकने के कारण गर्म हो रहा था.
कुछ ही देर में उसको शायद नींद आ गई, पर उसके चूचे मेरी छाती से चिपके हुए थे.
मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी चूचियों को उसके टॉप के ऊपर से ही छुआ.
आह … बहुत मुलायम थीं जैसे कि कोई स्पंज पर एक उंगली रख दी हो.
मैं उसके मम्मों से खेलने लगा. मैं जितना छूता, उतनी ज़ोर से दबाने का मन करता. मुझे लगा उसके टॉप को हटा कर देख लेता हूँ, फिर सो जाऊंगा.
मैंने उसके टॉप को धीरे से हटाया और सामने का नजारा देखता ही रह गया.
एकदम गोरी चूचियां थीं और उसपर गुलाबी निप्पल मस्त लग रहे थे.
मैं उसकी चूचियों को धीरे धीरे दबाने लगा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. एकदम जैसे जन्नत का अहसास हो रहा था.
मेरा लंड भी खड़ा हो गया था और उसकी जांघों को छू रहा था.
उसको शायद कुछ अहसास हुआ और उसने अपनी आंखें खोलीं.
मैं फट से आंखें बंद कर लीं.
वो करवट लेने लगी.
मुझे उसके जिस्म की गर्मी लगातार महसूस हो रही थी.
कुछ पल बाद जब मैंने आंखें खोलीं, तो देखा कि वो दूसरी तरफ मुड़ी हुई थी.
मुझे काफी बुरा लगा क्योंकि उसकी चूचियां उस तरफ हो गयी थीं.
पर अब उसकी बड़ी सी गांड मेरे लंड को छू रही थी.
उसने एक पिंक शॉर्ट्स पहनी हुई थी.
मैंने उसकी गांड को पकड़ा और चूचियों जैसा फील लेने लगा.
क्या मस्त गांड थी.
फिर धीरे से मैंने उसके शॉर्ट्स को नीचे सरकाया और देखा कि उसने अंडरवियर नहीं पहनी थी.
मैं उसके नंगे छेद को छूने लगा.
वो बहुत मुलायम और चिकनी थी, मेरा मन कर रहा था कि उसकी चूत को नंगी करके देखूं.
मैं उसकी गांड की तरफ नजर किए हुआ था.
उसके जिस्म के चक्कर में मैं भूल गया था कि आजू-बाजू बहुत सारे लोग लेटे हुए हैं.
तभी वो अचानक से उठ कर बैठ गयी, उसने मुझे हिलाया और जगाने की कोशिश की.
मैंने आखें खोल दीं.
उसे अपनी तरफ घूरता देख कर मैं डर गया कि अब क्या करूं.
उसने मुझे देखा और कहा- बाहर चलो.
मैं एकदम डरा हुआ था.
वो उठ कर चली तो मैं उसके पीछे पीछे चला गया.
बाहर वो मुझ पर बहुत गुस्सा हुई- ये क्या कर रहे थे तुम … तुमसे मैंने ये उम्मीद नहीं की थी.
मैंने माफी मांगी- तुम मुझसे चिपकी हुई थीं तो मैं खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाया.
वो बोली- वो सब ठीक है, पर ये सब अकेले में किया जाता है … ऐसे सबके सामने नहीं.
मैं उसे देखता ही रह गया कि ये क्या बोल रही है. मैं खुश हो गया कि सेक्सी कज़िन फक करने का मौक़ा मिलेगा.
फिर थोड़ी देर में वो मुझे एक बाहर बने कमरे में ले गई.
उधर सामान रखा हुआ था और कोई नहीं था.
उसने कहा- तुम्हें जो करना है, यहां करो. वहां सिर्फ़ सोना है.
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि वो मुझसे ऐसा कह रही है.
उसने कहा- ओफ्फो … अब करो भी … क्या सारी रात यूँ ही खड़े रखना है?
मैंने आगे बढ़ कर अपने होंठों को उसके गुलाबी होंठों पर रख दिए.
उसके होंठ एकदम रसगुल्ले जैसे मुलायम और रसीले थे.
मैं अपने होंठों से उसके होंठों को चुभलाने लगा.
फिर उसने मेरे सिर के बालों में उंगलियां फंसाईं और ज़ोर से मेरे होंठों को अपने होंठों पर दबा लिया.
उसने अपनी ज़ीभ को मेरे मुँह में घुसा दिया.
मैं उसके होंठों को चूमने लगा … और वो मेरे होंठों और ज़ीभ को मज़े से चूमने लगी.
वो मेरे कान में फुसफुसाई- क्या बस चूमते ही रहोगे या कुछ आगे भी करोगे?
ये सुनते ही मैंने उसके टॉप को एक ही झटके में उतार दिया और उसकी एक चूची को अपने मुँह में ले लिया.
‘आह आह धीमे चूसो … क्या खा ही जाओगे?’
मैंने कहा- खा जाने का मन तो है.
वो इठला कर बोली- ये दूध हैं जानी … इन्हें चूस कर मजा लिया जाता है. खाना हो तो मलाई खाओ.
मैंने कहा- हां, चलो मलाई ही खाते हैं.
वो बोली- पूरे चूतिया हो क्या … पहले दूध तो पी लो फिर मलाई खा लेना.
मैंने कहा- जो हुकुम मलिका.
वो हंस दी.
मैं उसके मम्मों से लग गया.
सच में उसकी चूचियां क्या मुलायम मलाई जैसी थीं. मैं उसकी दोनों चूचियों को बारी बारी से चूसे जा रहा था.
मैं पूरी कोशिश में था कि उसके दूध पूरे मुँह में ले लूँ, पर उसके दूध बहुत बड़े थे.
उसके निप्पल काटने में अलग ही मज़ा आ रहा था.
जब भी उसके निप्पल को काटता, उसके मुँह से आवाज निकलती- आंह धीरे काटो ना दुखता है यार.
पर मैं उसके हुस्न में डूबा था, कहां कुछ सुनने वाला था.
कुछ मिनट बाद उसने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और वो भी मुझे चूमने लगी, मेरे सारे शरीर पर अपने होंठ घुमाने लगी.
वो भी मेरे निप्पलों को चाटने लगी.
फिर मैंने पैंट उतारी और उसको नीचे बैठाया, उसके बाल पकड़ कर अपना लंड उसके मुँह में दे दिया.
आह … वो मस्ती से मेरे लंड को चाटने लगी.
बहुत ही मक्खन सा अहसास दिलाती हुई ब्लो जॉब दे रही थी.
मुझे तो ऐसे लग रहा था … जैसे जीवन का आखिरी सुख मिल रहा हो.
मेरा लंड पूरा सिहर सा रहा था.
उसकी गर्म ज़ीभ और थूक से लंड को ऐसा लग रहा था मानो किसी गर्म दरिया में डुबकी लगा रहा हो.
उसने कहा- सुनो ना … थोड़ा जोर से करो यार.
मैं उसके बाल पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से उसके मुँह को चोदने लगा.
कुछ ही देर में मेरे लंड का सारा पानी उसके मुँह में छूट गया.
वो मेरे माल से भर गयी और उसने पूरा रस चाट कर मेरे लंड को साफ कर दिया.
अब मैंने उसकी शॉर्ट्स उतारी और उसके अपने सामने एक कुर्सी पर बैठा दिया.
उसकी दोनों टांगें एक दूसरे अलग करके ऊपर उठा दीं और बिना एक सेकेंड की देर किए उसकी चूत को चाटने लगा.
मैं उसकी चूत के दाने को बीच बीच में काट लेता था और वो आंह उन्ह की आवाज करती हुई गांड उठा देती थी.
फिर धीरे से मैंने उसकी चूत में दो उंगलियां घुसा दीं और आगे पीछे करके उसकी चूत को खूब चाटने और खाने लगा.
वो चरम आनन्द में खोई हुई थी.
फिर जब लगा कि ये जल्द ही झड़ जाएगी, मैंने अपने कड़क हो चुके लंड को हाथ में लिया और उसकी बुर में घुसा दिया.
वो एकदम से सिहर गयी और उसके मुँह से कराह निकल आई ‘अह मम्मी रे मर गई …’
मैं समझ गया कि ये लंड एंजाय कर रही है.
अब मैं अतिउत्तेजित था और आंख बंद कर उसको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.
मैं ज़ितना ज़ोर लगाता, उतनी ज्यादा ही उसकी आवाज आ जाती और मेरी उत्तेजना बढ़ती जाती.
बीच बीच में उसकी चूत को चाटता, फिर चोदने लगता.
वो कहने लगी- तूने मलाई तो चाटी ही नहीं!
मैंने कहा- हां, मलाई की नदी में डुबकी लगा कर जीभ निकाल ली. अब मेरा लंड उस मलाई की दुकान में मलाई निकालने में लगा है.
वो हंसती हुई गांड उठाने लगी.
मैंने भी जोर जोर से लंड पेलना चालू कर दिया था.
उस दिन चुदाई के सुख के आगे मुझे कुछ नहीं दिख रहा था. लग रहा था जैसे इस चुदाई के बाद जीवन है ही नहीं.
मैं उसकी चूत को ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था और उसकी चूचियां भी दबाए जा रहा था. मेरे जोर जोर से दबाने से उसके चूचे लाल हो गए थे.
थोड़ी देर में उसकी चूत झड़ने लगी.
उसने पूरा चरमानन्द ले लिया था.
अब मैं अपना स्खलन करने वाला था.
मैंने लंड चूत से निकाला और उसको घुटनों पर बैठा कर पूरा वीर्य उसके मुँह पर झाड़ दिया.
उस वक्त मेरे मुँह से आवाज आई- आह आह … ले आह … माल का मजा ले ले.
उसने मुँह खोल दिया था.
उसका पूरा मुँह मेरे वीर्य से भर गया था.
जब लंड ने झड़ना बंद किया, तब उसने मेरा लंड चाट कर साफ कर दिया.
फिर मैंने उसके मुँह पर लगे रस को कपड़े से साफ़ कर दिया.
हम दोनों ने एक दूसरे को चुम्बन किया और कपड़े पहन कर चुपचाप जाकर सो गए.
उसके बाद हम दोनों कभी एक दूसरे से नजर नहीं मिला पाए.
मैंने उसकी पूरी जवानी चूस ली थी.
क्या रात थी वो … कभी सोचा नहीं था कि दूर की कज़िन को भी चोदना मिलेगा. सेक्सी कज़िन फक करके दिल के अरमान पूरे हो गए थे.
उसके बाद हम कभी नहीं मिले.
दोस्तो, मेरी दूर की कज़िन की सेक्स कहानी थी.
आपको कैसी लगी यह सेक्सी कज़िन फक कहानी, प्लीज़ मेल करें.
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