मैं अर्चित अपनी चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानी आप सबके साथ शेयर कर रहा हूँ।
बात 6 महीने पुरानी है.. मेरी एक कज़िन है, जिसका नाम सोनिया (नाम बदला हुआ) है। उसके मदमस्त जिस्म के बारे में क्या बताऊं.. इस समय उसकी नशीली जवानी क्या मस्ती से झूम रही थी.. उसका फिगर 34-26-34 का है.. एकदम मस्त तितली लगती है। जब भी मैं उसको देखता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है।
वैसे वो मेरी रियल कज़िन नहीं है लेकिन उसकी और मेरी फैमिली काफ़ी क्लोज़ हैं.. इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना लगा रहता है।
मैं जब भी उसके घर जाता.. तो बस उसको ही देखता रहता हूँ.. उसको क्या, मैं तो उसके तने हुए मम्मों को और उठी गांड को देखता रहता था। कभी-कभी हम दोनों बातें करते थे.. तो उस वक्त भी मेरा ध्यान बातों में कम और उसके उछलते मम्मों और रसीले होंठों पर ज़्यादा रहता था। मैं तो बस सपने देखता रहता था कि कब इसकी बुर की चुदाई के लिए मिलेगी और कब मैं अपने लंड की प्यास बुझाऊँगा।
लेकिन मौका नहीं मिल रहा था। मैं भी उसको अपने मन की ये सब लालसाएं बताने में डरता था।
वो मेरी कज़िन तो है ही इसलिए उसका फोन नम्बर तो मेरा पास था। उसके नम्बर पर मैं कभी-कभी मैसेज से बात भी होती रहती थी।
लेकिन उस एक रात ने मेरी ज़िंदगी बदल दी। बात ये हुई कि वैसे तो हम मैसेज एक-दूसरे को फ़ॉरवर्ड करते रहते थे लेकिन उस दिन न जाने क्या हो गया मुझे और उसे पता ही नहीं चला। हम मैसेज के जरिए बात कर रहे थे, यूं ही अपने फ्रेंडस और पढ़ाई वगैरह की बातें कर रहे थे.. तभी अचानक उसने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछ लिया कि क्या मेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैंने भी ‘हाँ’ कह दिया और उससे भी उसके ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो उसने भी कहा कि हाँ उसका भी एक ब्वॉयफ्रेंड है। इस तरह धीरे-धीरे हम आगे बातें शुरू की।
मैंने अचानक उससे पूछ लिया कि तुमने कभी अपने ब्वॉयफ्रेंड को किस किया है?
उसने कहा- अरे यार किस तो आजकल नॉर्मल सी बात है.. इतना तो चलता ही रहता है।
मैंने कहा- इट्स ओके।
फिर उसने भी पूछ लिया- क्यों आपने अपनी गर्लफ्रेंड को किस नहीं किया क्या?
मैंने भी कह दिया- मैंने भी बहुत बार किस किया है।
लेकिन उस नाइट और भी कुछ होगा.. ये मैंने नहीं सोचा था।
मैंने भी मौका देखा और लगे हाथ उससे पूछ लिया- यदि तुम बुरा नहीं मानो तो एक बात पूछूँ?
उसने कहा- हाँ पूछो।
मैंने पूछा- कभी सेक्स किया है तुमने?
उसका कोई मैसेज काफ़ी देर तक नहीं आया।
उसका रिप्लाई न आने से मैं डर गया कि कहीं बुरा ना मान जाए। मैंने उसे कई मैसेज किए और सॉरी भी कहा.. लेकिन उसका कोई रिप्लाई नहीं आया। मैं समझ गया कि ये मेरी बात का बुरा मान गई।
अब मेरी फटने लगी कि कहीं अपने घर में और मेरे घर में भी कुछ कह ना दे। मैंने भी डर के मारे काफ़ी मैसेज करने के बाद उसे मैसेज नहीं किए।
फिर अचानक एक घंटे बाद उसका मैसेज आया कि मुझे आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी कि आप मुझसे ऐसी बात करोगे।
मैंने जल्दी से उसे सॉरी कह दिया और कहा- मैंने तो बस ऐसे ही पूछा था प्लीज़ तुम माइंड मत करना।
फिर उसने कहा- क्यों पूछा ऐसा आपने.. सच बताना?
मैंने उससे कह दिया- यार माइंड मत करना पर साफ़ कह रहा हूँ कि आई वांट टू सेक्स विद यू..
अब उसने कहा- हाउ डिड यू से लाइक दिस..? हम ऐसा कैसे कर सकते हैं.. हम तो कज़िन हैं।
मैंने भी कह दिया- मुझे तुम अच्छी लगती हो और तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड को दुख नहीं दे सकती।
लेकिन मैंने भी कह दिया कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे.. तुम भी अपने ब्वॉयफ्रेंड को कुछ मत बताना।
फिर काफ़ी आना-कानी करने के बाद उसने खुद ही कहा- ठीक है हम सेक्स करेंगे लेकिन ज़्यादा नहीं थोड़ा सा करेंगे।
मैं आपको सब बताऊँगा कि वो कैसे मानी सेक्स के लिए थोड़ा आगे ओके।
मैंने उससे पूछा- थोड़ा सा कैसे..?
उसने कहा- हल्का सा करेंगे.. ज़्यादा डर्टी नहीं।
मैंने कहा- ओके ओके..
लेकिन मेरे मन में तो कुछ और ही था मैंने सोचा कि एक बार सेक्स करने तो मिले तो फिर तो मैं पूरा क्या.. माल निकालने तक का डर्टी सेक्स करूँगा।
अब वो मान गई थी लेकिन उसने पूछा- हम सेक्स कहाँ करेंगे?
तो मैंने कह दिया- जब तुम्हारे घर पर कोई नहीं होगा.. मुझे कह देना, मैं आ जाऊँगा या जब मेरे घर कोई नहीं होगा तब मैं तुम्हें बुला लूँगा।
इस तरह हम दोनों ही ऐसे मौके का वेट करने लगे। इस बीच हम दोनों की सेक्स को लेकर खूब चैट चलने लगी थी।
फिर वो दिन भी आ ही गया। मेरी कज़िन के घर वालों को किसी की शादी में 2 दिन के लिए एक नजदीक के गाँव जाना था। सोनिया ने जाने से मना कर दिया था.. तो वो सब चले गए.. लेकिन वे मेरी फैमिली को कह गए कि सोनिया यहीं रहेगी और उसका ध्यान रखना। साथ ही वे ये भी कहते गए कि सोनिया घर पर अकेली है.. मैं उसके साथ ही रहूँ और रात में वहीं उसके पास सो जाऊँ।
मेरे तो दिल में इतनी खुशी हो रही थी कि क्या बताऊँ यारो… मुझे तो जैसे जन्नत मिल गई थी।
दिन बीत चुका था.. तो मेरी मॉम ने मुझसे कहा- सोनिया के लिए खाना ले जा!
मैं जल्दी से तैयार हो गया और उसके घर पहुँच गया। मैंने देखा कि उसका गेट खुला था तो मैंने आवाज़ लगाई।
सोनिया ने ऊंची आवाज में कहा- मैं बाथरूम में नहा रही हूँ। तुम बैठो, मैं थोड़ी डर में बाहर आती हूँ।
मैं वहीं बैठ कर टीवी देखने लगा। कुछ देर बाद वो अचानक मेरे सामने आई उसने अपने गीले बाल खुले कर रखे थे।
क्या बताऊँ यारो, कितनी सेक्सी पटाखा लग रही थी। मेरा मन तो कर रहा था कि इसको अभी पकड़ लूँ और स्टार्ट हो जाऊँ। लेकिन मैंने थोड़ा कंट्रोल रखा।
मैं उसे भेड़ियों वाली भूखी नज़रों से देख रहा था तो उसने पूछ लिया- क्या देख रहे हो.. कभी लड़की नहीं देखी क्या?
मैंने मज़ाक में कहा- देखी तो बहुत हैं लेकिन तुम जैसी नहीं देखी।
वो एक क्यूट सी स्माइल देकर कपड़े चेंज करने चली गई।
फिर कुछ ही पलों बाद वो एक टॉप और ट्राउज़र में आई.. जिसमें उसका शरीर की हर हलचल साफ़ दिख रही थी.. मेरा लंड अकड़ने लगा था।
फिर उसने मेरा लाया हुआ खाना खाया और हम दोनों टीवी देखते हुए इधर-उधर की बातें करने लगे।
अचानक से उसने पूछ लिया- उस दिन आपको क्या हो गया था?
मैंने पूछा- कल क्या हुआ था?
तो कहने लगी- आप ऐसी बातें क्यों करने लगे थे?
तो मैंने मुस्कुरा कर देखते हुए कह दिया- मैं तुम्हें लाइक और लव करता हूँ और सेक्स करना चाहता हूँ।
उसने कहा- तुम्हारी तो गर्लफ्रेंड है? अगर उसे पता चल गया तो.. और तुम ऐसे उसे धोखा नहीं दे रहे हो?
तो मैंने भी कह दिया- ऐसे कोई धोखा नहीं होता और उस जब पता चलेगा तब की तब देखी जाएगी।
ये कहते हुए मैंने अचानक से उसका हाथ पकड़ा और उसे ‘आई लव यू..’ कह दिया।
उसने कुछ नहीं कहा तो मैं उसके पास को सरक गया और उसे एक किस कर दी, वो मुझे घूरने लगी। मैं फिर से उसके पास चूमने को हुआ, तो इस बार उसने मुझे रोक लिया। लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। इस बार मैंने उसे जोर से हग किया और किस करने लगा।
अब वो भी मुझे टाइटली हग करने लगी और मेरे साथ किस में साथ देने लगी।
क्या रसीले होंठ थे यारों उसके..
इस तरह हमने एक लम्बी गहरी वाली चुम्मी की.. वो भी जीभ से जीभ से लड़ाने वाली किस की थी। अब हम दोनों एक-दूसरे की जीभ को चूसने लगे। इस तरह से हमने 20 मिनट तक किस किया और एकदम पागल से हो गए थे।
फिर मैं अपना एक हाथ उसके मम्मों पे ले गया और टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा। वो गरम-गरम आहें भर रही थी। उसकी साँसें तेज़ हो गई थीं।
अब मैं टॉप के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा। बहुत ही सॉफ्ट और बड़े चुचे थे। इस तरह अब मेरे दोनों हाथ उसके दोनों मम्मों को दबा रहे थे।
वो पागल सी हो रही थी और तेज़-तेज़ साँसें ले रही थी। हम एक-दूसरे को हम किस करते जा रहे थे। फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके मम्मों को ब्रा में ही देखने लगा।
क्या मस्त मम्मे थे.. एकदम गोल और भरे हुए.. मुझे रहा नहीं गया और अब मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी। मैंने देखा कि ब्रा में उसके मम्मे जितनी साइज़ के दिख रहे थे.. ब्रा हटते ही मम्मों का आकार और बड़ा हो गया था और अब उसके चूचे और भी बड़े दिखने लगे थे।
अब उसके चूचे बहुत ही मस्त दिख रहे थे.. जैसे एकदम रसीले आम हों।
मैं तो मम्मों को पीने और गंदे तरीके से मसलने लगा। उसको डर हो रहा था.. वो कह रही थी- डार्लिंग आराम से करो.. दर्द हो रहा है।
हालांकि उसको मजा भी आ रहा था।
अब मैं पागलों की तरह उसके चूचों को दबाए जा रहा था और उसे भी सेक्स चढ़ चुका था। वो अपना एक हाथ मेरे लंड पे ले गई और पैंट के ऊपर से ही लंड को दबाने लगी।
मैंने कहा- जानेमन, अगर मेरे लंड से खेलना है.. तो ऊपर से क्यों मजा कर रही हो.. और पैंट उतार के खेल लो।
उसने पैंट उतार दी।
मेरा इतना बड़ा लंड देख कर हैरान रह गई और डर कर कहने लगी- इतना मोटा और लम्बा लंड तो मेरे ब्वॉयफ्रेंड का भी नहीं है.. इससे तो मुझे तो काफ़ी दर्द होगा।
मैंने कहा- डरो मत डियर.. मैं हूँ ना।
इस तरह वो मेरे लंड को पकड़ कर चूसने लगी।
क्या बताऊँ यार.. क्या मस्त लंड चाट रही थी साली.. उसने तो मेरे लंड को अपने मुँह में एकदम ब्लूफिल्म की सन्नी लियोनी जैसे ले रखा था और वैसे ही पागलों की तरह लंड को चूस रही थी। मैं भी एकदम पागल हो गया था और मुझे तो सेक्स चढ़ा जा रहा था।
वो मेरे लंड को कई मिनट तक चाटती और खेलती रही।
अब मैंने उसके ट्राउज़र और पैंटी को उतार दिया, उसकी बुर पर एक भी बाल नहीं था.. शायद उसने नहाने से पहले ही बुर की झांटों को शेव करके साफ़ किया था।
मैं उसकी बुर को चाटने लगा और फिंगरिंग करने लगा। वो बहुत ‘आहह उम्म्ह… अहह… हय… याह…. आहा..’ कर रही थी और जोर से आवाज़ निकाल रही थी। पूरे कमरे में उसकी कामुक आवाजों का शोर हो रहा था। इस शोर से मुझे तो और जोश आ गया।
अब मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी बुर के मुंहाने पर घिसते हुए डालने लगा।
वो कहने लगी- प्लीज़ आराम से डालना.. आपका बहुत मोटा और लंबा लंड है.. कहीं मेरी जान ना निकल जाए।
मैंने कहा- कोई बात नहीं मेरी जान.. कुछ देर का ही दर्द होगा.. बाद में तो तुम जन्नत की सैर करोगी।
ये कहते हुए मैंने अपना लंड उसकी बुर में लगा दिया और धीरे-धीरे डालने लगा। वो सहमी सी होकर लंड का मजा लेने लगी.. तभी मैंने एक तेज झटके में उसकी बुर में अपना लंड पूरा पेल दिया। उसकी तो चीख ऐसी निकली कि क्या बताऊँ.. मैं तो डर ही गया कि कहीं पड़ोसी ना सुन लें।
फिर मैंने अपने होंठों को उसके होंठों पर रख दिया और किस करते हुए और जोर जोर से झटके देने लगा। मैंने देखा कि उसकी आँखों में आंसू थे.. दर्द से वो रो रही थी.. लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और अपने काम में पूरी मस्ती से लग गया।
कुछ पलों के बाद वो भी बुर की चुदाई का मजा लेने लगी।
मैंने उसे कई तरह से चोदा.. कई पोज बना कर अपनी चचेरी बहन की बुर चुदाई की।
वो कह रही थी कि हम दोनों को तो हल्का सा सेक्स करना था।
फिर मैंने कहा- डार्लिंग ये मेरा हल्का सा ही सेक्स है।
वो हंसने लगी और गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी। हम दोनों सेक्स का मज़ा लेने लगे।
मैंने उसे काफ़ी देर तक चोदा और अगले दिन में भी उसे कई बार चोदा।
दूसरे दिन मैं अपने घर वालों से पूछ कर उसी के घर पर रुक गया और पूरी रात मैंने उसे कई तरीकों से चोदा।
सोनिया मेरी चुदाई की फैन हो गई और अपने ब्वॉयफ्रेंड को भूल कर मुझसे ही चुदती है।
दोस्तो, यह थी मेरी चचेरी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की कहानी. प्लीज़ मुझे बताना कि कैसी लगी। प्लीज़ मेल ज़रूर करना।
[email protected]