दोस्तो.. मैं गोवा से हूँ.. हिंदी स्टोरी स्टार्ट करने से पहले मैं आपको गोवा के बारे में थोड़ी जानकारी देना चाहता हूँ.
ज्यादातर लोगों को गोवा के बारे में पता होगा, जिनको पता नहीं उनको बता देना चाहता हूँ. गोवा एक ऐसी जगह है जो हनीमून, हॉलीडेज स्पेंड करने के लिए अच्छी है.. बीच पार्टी, डिस्को, दारू बहुत चलता है. आधे नंगी विदेशी लौंडियां भी देखने को मिलती हैं. जिनको पानी में भीगी-भीगी देखने के बाद हर कोई उनको चोदने का सोचने लगता है. कभी-कभी इन विदेशी बालाओं से सेटिंग करके कोई कोई चोद भी देता है. ये रही गोवा की थोड़ी सी जानकारी.
आज तक मैंने किसी गोवा वाले की स्टोरी अन्तर्वासना पर नहीं पढ़ी.. इसीलिए सोचा कि थोड़ी सी जानकारी आपको अपने गोवा की बताऊं. अब मैं अपनी सेक्स स्टोरी पर आता हूँ.
फ्रेंड्स मेरा नाम सूरज है और मैं गोवा से हूँ. मेरी आयु 24 साल है और मेरा गोवा में टैक्सी का बिज़नेस है. लगभग 7 सालों से मैं अन्तर्वासना पर स्टोरी पढ़ रहा हूँ. सबकी स्टोरी पढ़ कर मुझे भी लिखने का मन हुआ. यह सेक्स स्टोरी मेरे और मेरी गर्लफ्रेंड के साथ की हुई चुदाई की कहानी है. सन 2012 में पहली बार मैंने गर्लफ्रेंड बनाई, उससे मेरी दोस्ती आठ महीने चली.. और उस साथ आठ महीनों में मैंने उसकी बहुत चुदाई की.
अब आप लोग सोच रहे होंगे कि ये तो इधर ही स्टोरी खत्म हो गई.. पर असली सेक्स स्टोरी तो यही से स्टार्ट होती है.
मेरी गर्लफ्रेंड बहुत चालू टाइप की थी.. मुझसे चुदवाकर मुझे धोखा देकर मेरे दोस्त के साथ भाग गई. पहले मैं बहुत रोया और आप लोगों को मालूम है कि गोवा में दारू बहुत मिलती है.. मैं भी गर्लफ्रेंड के गम में बहुत दारू पीने लगा. ऐसे ही थोड़े दिन बाद में नॉर्मल हो गया.. और अब मेरा किसी भी लड़की के प्यार के ऊपर से भरोसा उठ गया था. मैंने सोच लिया था कि फिर कभी गर्लफ्रेंड नहीं बनाऊंगा.
पर कभी-कभी हम जैसा सोचते हैं, वैसा नहीं होता है. वैसा ही मेरे साथ हुआ.. थोड़े ही दिन बाद फेसबुक पर स्वीटी नाम की एक लड़की से दोस्ती हुई. धीरे-धीरे उससे चैट करने पर पता चला कि उसका भी मेरे जैसा हाल था. उसका भी थोड़े दिन पहले ब्रेकअप हुआ था.
हम दोनों का हाल एक जैसा होने से हम जल्द ही घुलमिल गए. धीरे-धीरे चैट दिन-रात होने लगी.. बाद में फ़ोन पे बात करना बहुत बढ़ गया. जैसे कि गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड की बातें होती हैं.
हम दोनों इन रिलेशनशिप में रहना नहीं चाहते थे.. क्योंकि हमको प्यार के ऊपर से भरोसा उठ गया था. फिर मेरी तो वो हाफ गर्लफ्रेंड जैसे ही थी.
ऐसे ही हमारी दोस्ती हुए लगभग 7-8 महीने हो चुके थे.. और सेक्स में एक ऐसी बात है कि 1-2 बार चुदने और चोदने से बार-बार सेक्स की भूख लगती है. मेरा पहला सेक्स तो पिछली गर्लफ्रेंड के साथ हुआ था.. और स्वीटी भी पहले के बॉयफ्रेंड के साथ चुदाई कर चुकी थी.
अरे.. मैं तो स्वीटी के बारे में बताना भूल ही गया.. स्वीटी मुझसे एक साल छोटी है और थोड़ी सांवली सी है. स्वीटी के चूचे एकदम कड़क हैं और वो एक स्कूल में टीचर है.
वैसे तो हम सेक्स के विषय पर कभी-कभी बात करते थे लेकिन एक-दूसरे के बारे में कुछ गलत नहीं सोचा था. हम दोनों कभी-कभी पब्लिक प्लेस पर मिलते भी थे.
एक दिन की बात है मैं और मेरा दोस्त रात को सिनेमा देखने पणजी गए थे और आते वक्त रात के 11:00 बज रहे थे. उस वक्त हल्की-हल्की बारिश भी हो रही थी. मैंने व्हाट्सप्प ओपन किया तो स्वीटी ऑनलाइन दिखी.
मैंने मैसेज भेजा कि मिलने का मन कर रहा है.
वो बोली- इतनी रात को, वो भी घर से.. मुझे मिलने मत आ..
मैंने रिप्लाई किया कि तुम्हारे घर से 1-2 किलोमीटर पीछे ही हूँ.
तब वो राजी हुई.. उसके घर के नीचे पहुंचते ही मैंने उसे कॉल किया. उसके 5 मिनट बाद भीगते-भीगते ही आई और मेरी गाड़ी में आकर पिछली सीट पर बैठ गई. उसने सफ़ेद रंग की टी-शर्ट पहनी थी. भीगने से उसके कड़क निप्पल दिखने लगे थे. शायद उसने सोने की तैयारी की थी इसीलिए ब्रा निकालकर सिर्फ टी-शर्ट पहनी हुई थी. उसके भीगे मम्मों को देखते ही मेरी हालत ख़राब होने लगी. मैं पिछली सीट पर जाकर उससे बातें करने लगा और दोस्त गाड़ी चलाने लगा.
मैंने होंठ कांपते हुए स्वीटी से कहा- मुझे किस चाहिए.
पहले पहले तो वो ‘ना’ बोलने लगी. फिर बोली- सिर्फ एक किस दूंगी.
मैंने ‘हाँ’ बोलकर जैसे ही उसके होंठ पर होंठ रखकर किस करने लगा कि वो तो पागल जैसे ही चुम्मियाँ करने लगी. कभी मेरे होंठ को किस करती, तो कभी गाल पे किस.
फिर मैंने उसके पीछे बैठकर उसके गले से कान तक पहले उंगली की, बाद में जीभ फिराने लगा और दोनों हाथ पेट से होकर टीशर्ट निकाल दी.
दोस्तो, रात के हल्की रोशनी में उसके कड़क चूचे क्या मस्त लग रहे थे.. अह.. मैं वो बता नहीं सकता..
वो चुचों पर मेरे हाथ का स्पर्श पाते ही ‘आआह्ह्ह.. आआह्ह्ह..’ करने लगी. उसकी मादक सिसकारियां सुनते ही मेरा जोश और बढ़ने लगा.
उसके मम्मों को दबाते हुए ही मैं उसकी स्कर्ट में हाथ डालने लगा. जैसे ही मैंने उसकी पैंटी को हाथ लगाया, उसने तुरंत मेरा हाथ बाहर निकाल दिया और बस करने लगी.
मैंने भी ज्यादा फोर्स नहीं किया.. बाद में उसको घर छोड़के हम वापस आ गए.
मगर जो हमारी थोड़ी सी रासलीला के कारण गाड़ी में चली.. उससे हम दोनों के मन में आग लग गई थी. इससे हुआ ये कि दूसरे ही दिन से हमारी सेक्स चैट होने लगी. सेक्स किए हुए भी बहुत दिन हो चुके थे.. हमारे अपने अपने पार्टनर के बाद हम पहली बार इस हालत में मिल रहे थे.
फिर 4 दिन बाद फिर से मैं रात को उससे मिलने गया. इस बार वो चूड़ीदार पहन कर आई. जैसे ही गाड़ी में वो बैठी उसको उधर ही पकड़ के किसिंग करने लग गया.
वो बोली- इधर ही खाओगे क्या मुझे?
मैंने गाड़ी आगे एक सुनसान जगह पर रोकी और हम हो गए चालू, मगर कपड़े नहीं खोले. इस बार मैंने उसके मम्मों को दबाते-दबाते उसकी पैंट के अन्दर हाथ डाला और उसकी चुत को रब करने लगा. एकदम साफ़ और गीली चुत में उंगली अन्दर-बाहर करने लगा. फिर 2-4 मिनट में ही वो एकदम से झड़ गई. मैंने उससे मेरे खड़े हुए लंड को मुँह में लेने को बोला तो.. ‘छी:..’ करके टालने लगी. मैंने बहुत कोशिश की तब वो मान गई.
सेक्स में जबरदस्ती करके मजा नहीं आता पर कभी-कभी आप सही टाइम पे जबरदस्ती नहीं करोगे तो आपको जो सेक्स का मजा होता है, वो नहीं मिलेगा.
वैसे ही जैसे स्वीटी ने मेरा लंड मुँह में लिया.. अह.. मैं तो जन्नत में पहुंच गया. और अब तो स्वीटी मेरा लंड छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी. वो बहुत ही जबरदस्त चुसक्कड़ थी.
आखिर में मैंने उसके मुँह में एकदम से जोरदार पिचकारी छोड़ दी और एकदम निढाल हो गया. उसने मेरे लंड का माल एकदम से बाहर थूक दिया.
थोड़ी देर रहने के बाद उसको घर छोड़ के में घर आया.
उस दिन से तो हम सेक्स करने का मौका ढूढ़ने लगे, पर उसके टीचर होने की वजह से उसको छुट्टी नहीं मिल रही थी. इसीलिए हम हर रात को सेक्स चैट करके काम चलाने लगे.
सेक्स चैट करते-करते एक महीना हुआ और आखिर में उसको छुट्टी मिली तो हमने मोरजिम में एक होटल में जाने का प्लान बनाया.
जब से जाने का फिक्स्ड हुआ मुझे तो और दूसरे काम में मन ही नहीं लगता था. आखिर में वो दिन आ गया, हम सुबह में मापुसा में मिले और मोरजिम में एक होटल का रूम भाड़े पर लेके उसमें आ गए.
पहले के 15-20 मिनट बातें करके जो हम काम करने को आए थे, उसमें लग गए. पहले मैंने उसका टॉप उतारा और उसके पीछे जाकर कान को हल्के-हल्के काटने लगा. फिर जीभ फिराते-फिराते नीचे ब्रा तक आकर ब्रा का हुक खोल दिया. फिर बिना हाथ लगाए जीभ फिराते फिराते उसके मम्मों पे आ गया.
अब तक वो तो मछली की तरह तड़पने लगी. उसके कड़क मम्मों को देखकर मुझसे रहा नहीं गया. मैंने उसके मम्मों को दबाते हुए एक हाथ से उसकी पैंट के साथ पैंटी भी निकाल दिया.
अब उसको वैसे ही उठा कर बेड पर लेटा दिया और उसकी एकदम साफ़ और गीली चुत चूसने लगा. जैसे ही मेरी जीभ उसकी चुत को चोदने लगी कि वो मेरे सर पे हाथ रखकर मुझे चुत पर दबाने लगी.
थोड़ी देर चुत चुसवाने के बाद वो बोली- मुझे भी तेरा लंड चूसना है.
यह सुनते ही तुरंत मैं कपड़े निकालकर नंगा होकर 69 पोजीशन में आ गया और हम 5 मिनट के अन्दर डिस्चार्ज हो गए.
लेकिन उसने तो झड़ा हुआ लंड छोड़ा ही नहीं.. दुबारा से चूस-चूस कर लंड को खड़ा कर दिया.
बाद में मैंने लंड पर कंडोम चढ़ाकर उसकी टांगों के बीच में आकर चुत में धीरे-धीरे लंड डालने लगा.
उसको हल्का-हल्का दर्द होने लगा.. वो पहले चुदी थी मगर एक साल से उसकी चुत कोरी थी.
अन्दर-बाहर करते हुए लंड उसकी चुत में सैट हो चुका था.. तो मैं जोर-जोर से चोदने लगा. वो तो सिर्फ ‘आआह्ह्ह्ह.. आआह्ह्ह.. फ़क मी.. फ़क मी..’ करके मेरा जोश बढ़ा रही थी.
लगभग 10 मिनट तक जोर-जोर से शॉट मारकर मैं एकदम से उसकी चुत में खाली हो गया. इस दौरान वो दो बार झड़ी थी. उस दिन हमने 3-4 बार चुदाई की फिर घर आ गए.
आज मैं बहुत खुश था.. पर मुझसे ज्यादा वो खुश थी.. क्योंकि ऐसी चुदाई उसके बॉयफ्रेंड ने कभी नहीं की थी. वो तो सिर्फ लिप किस करना और चुत में लंड डालकर 2-4 मिनट में ख़ाली हो जाता था.
इस चुदाई के बाद और हम दोनों ने 4-5 बार चुदाई की.. पर मेरा रिलेशन तो उससे हाफ गर्लफ्रेंड जैसा ही रहा.
अब उसकी शादी तय हो गई है… हम कभी-कभी मिलते हैं, पर चुदाई वगैरह कुछ नहीं होता है.. सिर्फ अच्छे दोस्त की तरह रहते हैं.
यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी थी. मुझे मालूम है कि मुझसे सेक्स स्टोरी लिखने में बहुत गलतियां हुई होंगी.. पहले से ही आप सबसे माफ़ी चाहता हूँ.
इस सेक्स स्टोरी पर मुझे मेल कीजिएगा.
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