मेरी पिछली सेक्स कहानी
सहकर्मी को चुत चुदाई का मजा दिया
में आपने पढ़ा कि मेरे ऑफिस का एक लड़का विनय मुझे चोदने के बाद मेरे फ्लैट पर छोड़ गया और शाम को अजय अपना SSC का एग्ज़ाम देकर आया तो मुझे फ्लैट पर देख कर चौंक गया। मैंने उसको तबियत ठीक नहीं है ये बोल दिया।
फिर अजय मेरे लिये चाय बना लाया जिसे पीकर मुझे अच्छा लगा और मैं सो गयी ज्यादा थकान होने की वजह से।
अब आगे की गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी:
फिर जब शाम को उठी तो मेरे बॉय फ्रेंड अनु का फ़ोन आ गया, वो अपने दोस्टों के साथ गोआ ट्रिप पर गया था और आज ही लौटा था।
अनु मुझसे मिलना चाहता था इसलिये मेरे घर आने को बोल रहा था। पर मैंने अजय के होने की बात बता दी तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया रात में।
मैंने उसे बताया थकान है तो वो मुझे लेने के लिये मेरे घर के पास वाले मैट्रो स्टेशन पर आ गया।
मैंने अजय को बोल दिया कि मेरी सहेली की मम्मी की तबियत ठीक नहीं है तो मैं उसके घर जा रही हूँ। आने में लेट हो सकती हूँ, तुम खाना खा लेना।
अब मैं अनु के साथ उसके घर पहुँच गयी तो पता चला कि उसके मॉम डैड किसी फन्क्शन में गये हैं और कल आयेंगे।
अगले दिन मेरे ऑफ़िस की छुट्टी थी तो मुझे वहाँ रुकने में कोई परेशानी नहीं थी।
अब अनु ने मुझे एक ड्रेस गिफ्ट किया और खुद बाहर चला गया दारू लाने के लिये। वो ड्रेस एक मिनी स्कर्ट थी और ब्रा की जगह बिकनी थी जो अनु मेरे लिये गोआ से लाया था।
वो देखने में बहुत खूबसूरत थी और उससे मेरे निप्पल्स ही छिप रहे थे बस। मैंने उसके ऊपर अनु का शर्ट पहन लिया और फ्रेश होकर बैठ गयी।
इतनी देर में अनु आ गया दारू लेकर- नेहा, तुमने वो ड्रेस नहीं पहनी है क्या?
मैं- वो बहुत छोटी थी ऊपर तो इसलिये तुम्हारे शर्ट से ढक लिया खुद को।
अनु- यहाँ हमारे अलावा कोई नहीं है तो तुमको शर्माने की जरूरत नहीं है, मैं तुम्हारे लिये जो गिफ्ट लाया हूँ, मुझे दिखाओ कैसी है?
मैं- जो देखना है खुद देख लो।
अब अनु मेरे पास आ गया और मुझे बांहों में भर लिया, उसने मेरे होंठों पर होंठ रख दिये और मेरी जीभ को चूसने लगा। मैं भी अनु से बहुत दिन बाद मिली थी इसलिये उसके होंठों का रस पीने लगी।
अब अनु धीरे धीरे मेरे शर्ट के बटन खोलने लगा और मैं अनु के शर्ट के बटन खोल रही थी।
मैंने अनु को आँखें बंद करने को बोल दिया और तुरन्त उसका और अपना शर्ट उतार दिया।
मेरी चूत भी बहुत देर से तड़प रही थी लंड लेने के लिये तो अब मैंने अनु की पैंट को उतार दिया और उसकी चड्डी के ऊपर से ही उसके लंड को चूम लिया। उसका लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया और मेरी चूत का भोसड़ा बनाने को तैयार हो गया।
मैं अनु से दूर खड़ी हो गयी और उसको आँखें खोलने को बोला।
अनु मुझे देखता रह गया।
बिकनी में मेरी आधी नंगी चूचियां, पेंटी दिखाती हुई मेरी स्कर्ट, मेरा नंगा पेट, मेरी नंगी जांघें।
अणु ने मुझे उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर पटक दिया, फिर मेरे ऊपर लेट कर मेरे होंठों को चूसने लगा।
मैंने भी अनु को बांहों में ले लिया और उसके मुख का पानी पीते हुए समूच कर रही थी। अब अनु ने बिकनी की स्ट्रिप को कन्धे से उतार दिया और मेरी नंगी चूचियों को देखने लगा।
अनु- नेहा मेरी जान, तुम्हारी चूचियों की साइज़ बड़ी हो गयी है किससे दबवा रही थी?
मुझे लगा कही अनु को पता तो नहीं चल गया इसलिये मैंने उसके शक वाली बात पर गुस्सा दिखाया और बोल दिया- हां, मैं ऑफ़िस में चुची दबवाने ही जाती हूँ, इसके लिये ही पैसे मिलते हैं।
अब मैं उठ कर जाने लगी तो अनु मुझसे सोरी बोलने लगा। मैं भी चुदास में तड़प रही थी इसलिये मैंनें उसे थोड़ी देर में माफ कर दिया।
अनु ने मेरे एक निप्पल को मुँह में ले लिया और दूसरी चुची को दबाने लगा। अनु का लंड मेरी पेंटी के ऊपर से ही चूत रगड़ रहा था।
धीरे धीरे अनु नीचे जाने लगा और पेंटी के ऊपर से ही मेरी चूत सूंघने लगा, उसकी गर्म सांसें चूत को ठंडक दे रही थी।
मैं- अनु प्लीज कुछ करो ना!
तो अनु ने मेरी चूत को किस किया।
मैं- अनु प्लीज मुझे नंगी कर दो ना और मेरी चूत की प्यास बुझा दो… बहुत दिनों से तड़प रही है तुम्हारी याद में।
अनु ने एक झटके में मेरी पेंटी को फ़ाड़ दिया और अपनी जीभ मेरी चूत में डाल दिया, फिर जीभ से ही मेरी चूत चोदने लगा।
मैं अनु के बेड पर पूरी नंगी होकर टांगें हवा में उठा ली थी और चूत चटवा रही थी।
मैं- अनु मेरे मुँह को बंद कर दो नहीं तो चीख निकल जायेगी।
अब अनु घूम गया और ओरल सेक्स के लिए 69 में हो गया। मैंने अनु की चड्डी को फ़ाड़ दिया और लंड मुँह में ले लिया। अनु का लंड बहुत लम्बा है जो मेरे गले में घुस रहा था। अनु प्यार से मेरी चूत को चाट रहा था जिससे मैं बहुत गर्म हो रही थी और अनु के लंड को जीभ से चाट चाट कर चूस रही थी।
अनु ने अपनी कमर को ऊपर उठा लिया मैं समझ गयी कि मेरा प्रेमी मेरे मुँह को चोदना चहता है इसलिये मैंने मुँह पूरा खोल दिया। अनु ने झटके से लंड मेरे मुँह में घुसा दिया जो मेरे गले में घुस गया और फिर निकाल लिया, फिर झटके से घुसा कर मेरे गले में ही थोड़ी देर तक रखा।
मुझे उल्टी जैसा फील होने लगा तो मैंने अनु के लंड को पकड़ लिया और उस पर थूक दिया। फिर अनु ने मेरी चूत पर थूक दिया और मेरी चूत पर अपने थूक को मसल दिया और साथ में दो उंगलियाँ मेरी चूत में घुसा दी जिससे मैं और ज्यादा गर्म हो गयी और अनु का लंड हिला हिला कर चूसने लगी।
उसके लंड पर थूक कर चाटने लगी जो अनु को मजा दे रहा था। अब अनु ने मेरी टांगों को और उठा कर मेरी गांड चाटना स्टार्ट कर दिया। गांड चटवाना मेरी कमजोरी है जिससे मैं झड़ने लगी और अनु ने मेरे चूत पर मुँह लगा कर मेरे चूत का रस चाट लिया और मेरे मुँह में अपने लंड का पानी भर दिया। मैं अनु के लंड का निकला हुआ वीर्य पी गयी और लंड को चाट कर साफ कर दिया।
अब अनु उठ गया और हाल में जाकर सोफे पर नंगा ही बैठ गया और दारू का पेग बनाने लगा। मैं बाथरूम से नंगी ही आकर अनु के साथ बैठ गयी और हम दोनों दारू पीने लगे।
दारू पीते हुए अनु मेरे निप्पल्स को मसल देता।
अनु- मेरी जान तुम्हारी चूत में बहुत नशा है, काश तुम गोआ में मेरे साथ होती तो समुद्र के किनारे रेत पर लिटा कर चोदता तुमको।
मैं- तुम अपने दोस्तो के साथ गये थे फिर तुम्हारे दोस्तों का क्या होता?
अनु- वो सब तुमको देख कर लंड हिलाते अपना।
मुझे यह बात अच्छी लगी और मेरी चूत टाइट हो गयी।
मैं- और तुम्हारे दोस्त मुझे अकेले में चोद देते तो?
अनु- अकेले में कोई नहीं चोदता मेरी जान को… मैं हूँ ना!
मुझे लगा था कि अनु भी अपने दोस्तों से मुझको चुदवाना चाहता है। पर मेरे उम्मीदों पर पानी फिर गया तो मैं बस दारू पीने पर ध्यान देने लगी।
अब मैंने एक हाथ से अनु का लंड पकड़ लिया और दूसरे से दारू पी रही थी।
थोड़ी देर में अनु का लंड खड़ा हो गया इसलिये मैं दारू के ग्लास में अनु का लंड डाल कर उसके लंड को चूसने लगी। मेरा यह अंदाज अनु को बहुत अच्छा लगा। थोड़ी देर बाद अनु ने मेरे सिर को पकड़ लिया और मेरे मुँह को दुबारा चोदना स्टार्ट कर दिया।
मैं बोली- गोआ में चूत नहीं मिली क्या?
अनु- मिली थी जान… पर तुम्हारी चूत के आगे उस चूत का कोई वजूद नहीं है।
मुझे अपने चूत की तारीफ बहुत अच्छी लगी, मैंने मुस्कुरा कर अनु के लंड को जीभ से चाट लिया।
अनु- वहाँ एक चूत थी और लंड 6 थे तो ज्यादा मौका नहीं मिला चोदने का।
मैं- तो तुम्हारे सारे दोस्त एक साथ चोद रहे थे एक गर्ल को?
अनु- हां, सब एक ही बेड पर नंगे होकर दारू पी रहे थे और वो गर्ल सबका लंड चूस रही थी। फिर 3 लोग एक बार में उसके ऊपर चढ़ गये। मैंने मुँह में लंड डाला था, विवेक ने चूत में क्योंकि उसका लंड मोटा है और सुनील ने गांड में क्योंकि उसका छोटा लंड है।
मैं खुद को उस गर्ल की जगह इमेजिन करने लगी और सोचने लगी कि अनु के सारे दोस्त गोल दायरे में बैठे हैं मैं सभी का लंड चूस रही हूँ बारी बारी से… सब मुझे चोद रहे हैं।
यह सोच कर ही मेरी चूत गीली हो गयी।
मैं- तो इसका मतलब 6 बॉय एक गर्ल… अगर मैं होती तो उस गर्ल की हैल्प हो जाती।
अनु- हां पर तुम होती तो हम लोग उस गर्ल को नहीं बुलाते।
मैं- क्या? इसका मतलब तुम सब लोग मुझे चोदते?
अनु- हां सब नशे में थे तो किसी को पता नहीं चलता।
मैं- पर मुझे तो पता चलता ना जब 6 लंड मेरी चूत मारते तो?
अनु- चूत ही नहीं, गांड और मुँह में भी लंड घुसा देते तुम्हारे।
मैं- मैं किसी और के लंड से गांड नहीं मरवाऊँगी।
अनु- मुझसे तो गांड मरवा लोगी ना जान!
मैं- तुम मेरा प्यार हो, तुम्हारे लिये तो सब कुछ करूंगी।
अनु- यार फिर तो एक न्यू गर्ल को बुलाना जरूरी होता। तुम 3 लंड ले लेती और वो 3 लंड।
मैं- 6 लंड से अच्छा है कि 3 लंड से चुदवा लूं।
अब अनु ने मुझे सोफे पर लिटा दिया और मेरी चूत में लंड घुसा दिया।
अनु- तो बताओ 3 लंड से चुदोगी?
मैं मुस्कुराते हुए- पागल हो क्या? कोई क्या सोचेगा?
अनु- कोई कुछ नहीं सोचेगा, बस लंड से तुमको चोदेगा!
ये सोच कर मेरी चूत टाइट होने लगी कि एक साथ 3 लंड मुझे चोदेंगे!
लेकिन मैंने अनु को दिखाने के लिए बोला- चुप रहो!
और उसके होंठों को अपने होंठों में दबा कर कमर उछालने लगी। अब अनु समझ गया कि मैं तैयार हूँ 3 लंड से चुदने के लिये… इसलिये अनु ने मुझे जोर जोर से चोदना शुरु किया।
मैं गांड उछाल उछाल कर अनु से चुदवा रही थी।
फिर अनु ने मुझे ऐसे ही उठा लिया और बेडरूम में ले जाकर बेड पर चोदने लगा।
मैं- आह्ह्ह आअह्ह्ह आअह्ह्ह आअह्ह अनु जोर से चोदो मुझे, फ़ाड़ दो मेरी चूत!
अनु- ले मेरी जान और तेज ले, तुझे अपने सारे दोस्तों से चुदवा दूंगा मेरी चुदक्कड़ नेहा रानी।
मैं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… चुदवा देना सबसे पर अभी मेरी चूत में मजा आ रहा है मेरे राजा जोर से फ़ाड़ मेरी चूत को। अनु… मजा आ रहा है चुदवाने में! मेरी चूत को फ़ाड़ दो प्लीज। आह आहह और तेज चोदो मुझे।
अणु- ले और तेज और तेज आहह आहह!
मैं मजे से गांड उछाल के चुत चुदाई करवा रही थी और अनु मेरे चूतड़ों को पकड़ कर मेरी चूत चोद रहा था और मेरी गांड में एक उंगली घुसा कर गांड को उंगली से चोद रहा था।
अनु- नेहा मेरी जान, तेरी गांड और चूत एक साथ चुदेगी तो ज्यादा मजा आयेगा। अपनी गांड मरवायेगी मुझसे? तेरी गांड मारने का मन कर रहा है जान।
मैं- मार लो जान। जब तुम्हारे दोस्तो के 3 लंड से चुदवाऊँगी तो उस टाईम भी कोई गांड मारेगा ही… पर आज तुम मार लो पहले मेरे राजा!
अब अनु ने मेरी टांग को मेरे सीने तक उठा दिया और थूक लगा कर मेरी गांड में अपना लंड घुसा दिया।
गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी जारी रहेगी.
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