क्रॉस ड्रेसर गे स्टोरी में पढ़ें कि एक गांडू मेरा दोस्त बना. उसने मेरे घर आकर गांड मरवाई. जब उसने देखा कि घर में मैं अकेला हूँ तो उसने क्या किया?
नमस्कार दोस्तो, आज मैं अपनी एक सच्ची गे सेक्स कहानी बताने जा रहा हूं.
ये बात साल 2020 की है, मैं जयपुर में रहता हूं. लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद था. कोई कहीं जा नहीं सकता था.
हां सोसाइटी में घूम सकते थे.
यह Xxx कहानी यहीं से शुरू होती है.
मैं अपने फ्लैट में अकेला रहता हूं. कोरोना के कारण मैंने बहुत दिनों से सेक्स नहीं किया था.
बस इस लॉकडाउन में मैं अपने घर में अकेला पड़ा पड़ा बोर हो रहा था.
कई बार पोर्न देख कर लंड हिला चुका था.
कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि लंड के लिए क्या इंतजाम करूं.
मैंने एक ब्ल्यू गे एप डाउनलोड किया और चैटिंग स्टार्ट कर दी.
एक दो लोगों से अच्छे से बात हुई. उसमें से एक मेरी पड़ोस वाली सोसाइटी से था.
उसने बताया कि वो गांड मरवाने का शौक़ीन है और उसे लंड चूसना अच्छा लगता है.
मैंने सोचा कि यार आज इसके साथ ही लंड चुसवाने काम कर लेता हूँ और अगर अच्छा लगा तो साले की गांड भी मार लूंगा.
फिर मैंने बहुत सोचने के बाद उसे लिखा- तुम मेरी सोसायटी में आ जाओ.
मैं पहले उससे देखना चाहता था.
मैंने उसे फ्लैट पर आने के लिए कहा.
उसने कहा कि क्या तुम अपने फ्लैट पर अकेले ही रहते हो?
मैंने सुरक्षा की दृष्टि से उससे झूठ बोलते हुए कहा कि नहीं फैमिली भी रहती है.
वो बोला- तो फैमिली के रहते कैसे होगा?
मैंने कहा- अभी घर में कोई नहीं है. सब लोग आज सोसाइटी के एक दूसरे घर में गए हैं.
वो पूछने लगा- इस सोसाइटी में क्या तुम्हारे दो मकान हैं?
मैंने कहा- अबे यार तू दिमाग खाता बहुत है. तुझे मजा लेना हो तो आ जा बस.
वो बोला- ठीक है, आता हूँ.
मेरे बुलाने से वो आ गया.
मैंने देखा तो वो बंदा बड़ा मस्त माल था. एकदम से लौंडियों जैसी चाल थी और छाती भी कमसिन लड़कियों जैसी उभरी हुई थी.
मैंने उसे अपने फ्लैट में अन्दर बुला लिया.
उसने अन्दर आते ही सबसे पहले अपनी जेब से सैनिटाइजर निकाला और हम दोनों ने अपने हाथ सैनिटाइज़ किया.
उसके बाद हमने सामान्य बात की.
वो बोला- तो बताएं क्या मूड है?
मैंने कहा- पहले तो कुल्फी चुसवाने का मूड है.
वो हंस दिया और मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही सहलाने लगा.
फिर उसने मेरे लंड को बाहर से पकड़ लिया.
उसके पकड़ने से मेरा लंड एकदम कड़क हो गया था.
उसने मेरा पजामा अलग किया और लंड मुँह में ले लिया.
दोस्तो, बहुत दिनों बाद किसी के मुँह में मेरा लंड गया था.
उसका आनन्द अलग ही था.
उसके बाद उसने मेरा लंड धीरे धीरे चूसना शुरू कर दिया.
वो मेरे लंड को पूरा हलक तक अन्दर ले जा रहा था.
लगभग 5 मिनट के बाद मैंने तेज तेज शॉट्स मारना शुरू कर दिया और अपने लंड का माल उसके मुँह में ही झाड़ दिया.
वो मेरे वीर्य को मीठी रबड़ी समझ कर चाट गया और मेरे लंड से आखिरी बूंद तक निचोड़ कर चाट ली.
मेरे झड़ जाने के लगभग 5 मिनट के बाद उसने दुबारा से लंड चूसना शुरू कर दिया.
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
अब मैंने बाजू में रखा कंडोम अपने लंड पर पहना दिया.
उसी टाइम वो लड़का नंगा हो गया.
मैंने उसे अपने गद्दे पर खींच लिया. उसकी गांड अपने लंड के निशाने पर ली और थोड़ा सा थूक लगा कर उसकी गांड को चिकना किया और लंड पेल दिया.
लंड गांड में लेते ही उसकी हल्की सी चीख निकल गई क्योंकि किसी की गांड भी गांड में लंड पेलो तो हल्का सा दर्द होता ही है.
उसने कई लंड अपनी गांड में लिए हुए थे, तो उसकी गांड ढीली ही थी.
मैंने लंड अन्दर तक ठांसा तो वो मजा लेने लगा.
पता नहीं साले ने कितनों के लंड अपनी गांड लिए होंगे.
उसकी गांड बड़ी नर्म थी इसलिए मुझे मजा आने लगा.
मैं प्यार से उसकी गांड मारता रहा और उसके फूले हुए मम्मे मसलता रहा.
वो लड़कियों जैसी आवाज में सीत्कार भर रहा था.
फिर अचानक से वो कसमसाया और मेरे लंड हटा कर खड़ा हो गया.
वो पास में रखी कपड़े धोने की मशीन का सहारा लेकर झुक कर घोड़ी बन गया.
अब वो अपनी गांड हिलाने लगा.
मैं समझ गया कि ये कुतिया बन कर गांड मरवाना चाहता है.
मैंने भी उठ कर उसकी गांड में हाथ से चपत मारी और लंड पेल दिया.
अब मैंने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिए.
वो ‘आह आह …’ करते हुए अपनी गांड चुदाई का मजा लेने लगा.
मैंने उसे 15 मिनट तक चोदा और फिर मैं झड़ गया.
इस बीच वो भी अपने लंड को सहला रहा था, जिससे वो भी दो बार झड़ चुका था.
मैंने उससे पूछा- मजा आया?
वो बोला- हां बहुत मजा आया. मैंने बहुत दिनों के बाद लंड लिया था.
मैंने आगे पूछा- तो अब क्या योजना है?
उसने कहा- लॉकडाउन की वजह से मैं एकदम फ्री ही हूं.
उसके बाद हम दोनों साथ में बाथरूम में नहाने घुस गए.
उधर उसने मेरा लंड चूसा और हम दोनों नंगे ही बाहर आ गए.
मैंने चाय बनायी और फिर बैठ कर चाय पीने लगे.
बातों ही बातों में मैंने उससे पूछा कि तुम जयपुर से ही हो या बाहर से?
उसने बताया कि वो झुंझुनू से है.
फिर मैंने उससे पूछा- तुम्हारी कोई जीएफ है?
उसने बताया- मैं सीतापुरा में एक फैक्ट्री में काम करता हूँ और वहां मेरी एक प्रेमिका है.
उसने मुझे अपनी जीएफ की फोटो भी दिखाई.
मैंने उससे कहा- यार इससे बात करो और अगर हो सके तो इससे मेरी सैटिंग भी करवा दो.
उसने कहा कि हां मैं उससे बात करके बताऊंगा.
कुछ देर तक हम दोनों की ऐसी ही मस्ती भरी बातें करते रहे.
फिर वो बोला- अब मैं चलता हूं.
मैंने कहा- कल आ जाना.
वो बोला- हां तुम फोन कर देना.
अगले दिन मैंने उसे फिर से बुला लिया.
वो मुश्किल से मेरे घर से 500 मीटर की दूरी पर ही रहता था. उसकी और मेरी सोसाइटी पास पास ही थी.
दूसरे दिन जब वो मेरे पास आया तो वो बड़ा उत्तेजित था.
मैंने नोटिस किया कि वो आज अपने साथ एक बैग भी लेकर आया था.
उसने आते ही मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए और मुझे पूरा नंगा कर दिया.
मैं उसके साथ बिस्तर की तरफ आया तो उसने मुझे लिटा दिया और मेरी पूरी बॉडी पर किस करने लगा.
इससे मुझसे एक अलग ही मजा मिल रहा था.
धीरे धीरे उसने एकदम लड़की की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया.
मैंने उससे पूछा- तू बैग में क्या लाया है?
उसने आंख मारते हुए कहा- इसमें एक सरप्राइज है.
मैंने पूछा- कैसा सरप्राइज है?
वो बोला- दस मिनट इन्तजार करो.
फिर वो अपना बैग लेकर बाथरूम में घुस गया.
मैं अपने मोबाइल में ब्लू फिल्म देखने लगा और लंड हिलाने में लग गया.
मैंने सोचा कि यार आज इसके साथ लम्बा सेक्स करना चाहिए.
दस मिनट के बाद वो जब बाथरूम से निकला तो मैं उससे देख कर हैरान रह गया.
वो किसी नई नवेली दुल्हन की तरह मेरे सामने खड़ी थी.
बस फिर क्या था, मेरी खुशी सातवें आसमान पर आ गई थी.
उसने तुरंत मेरे पैर छुए और मैं उसकी हरकत देख कर दंग था.
मैंने पूछा- यार ये सब क्या है?
उसने कहा कि ये मेरी कल्पना थी, पर आज तक पूरी नहीं हो पा रही थी.
मैंने पूछा- क्यों?
वो बोला- आज तक मुझे किसी के साथ अकेले कमरे में दुल्हन की चुदाई की तरह गांड मरवाने का मौका नहीं मिला था. कल तुम्हारे कमरे में आया तो मुझे अपने मन की कल्पना को साकार करने का मन बन गया था.
मैंने कहा- ऐसा क्यों?
उसने कहा कि आप इधर अकेले ही रहते हो ना.
मैंने कहा- हां.
वो बोला- तभी मैंने सोचा था यही सही जगह है. मुझे अपनी फंतासी पूरी कर लेना चाहिए.
मैं मुस्कुरा रहा था. वो नई नवेली दुल्हन की तरह लजाने की एक्टिंग करने लगी.
अब मैं तो उसे अपने पास खींच कर धीरे-धीरे उसे चूमने लगा. उसके नकली मम्मों को दबाने लगा. वो किसी लड़की तरह आंह उन्ह करने लगा.
मैंने उसके सभी कपड़े धीरे-धीरे ऐसे उतारने लगा जैसे सुहागरात में एक दूल्हा अपनी दुल्हन के साथ करता है.
वो भी मेरा साथ देती रही.
धीरे धीरे मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसने मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
उसने मेरे शरीर पर चुंबन की बारिश करना शुरू कर दी, पर मैंने उसे मना कर दिया.
उसने मेरी तरफ सवालिया नजरों से देखा तो मैंने उसे लंड चूसने का इशारा कर दिया.
उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और बहुत देर तक चूसा.
मेरा लंड भी एकदम मस्त कड़क हो गया था.
मैं भी लगातार उसके मुँह में धक्के मारता रहा.
दस मिनट के बाद मैंने उसके मुँह में अपना वीर्य झाड़ दिया और वो मेरे रस को पूरा पी गई.
मैंने सुबह सेक्स की गोली खा ली थी और अपना काम बड़ी सफलता से कर रही थी.
मेरा लंड एक मिनट में ही दोबारा खड़ा हो गया.
मैंने बिना देरी किए अपना कड़क लंड सीधा उसकी गांड में पेल दिया और ताबड़तोड़ उसकी गांड मारने लगा.
मैं फुल स्पीड में उसे चोद रहा था और वो जानबूझ कर कुछ ज्यादा चिल्लपौं कर रहा था.
उसकी मादक आवाजें मुझे और भी ज्यादा जोश दिला रही थीं.
मैं जितने तेज शॉट मारता, वो उतना ही तेज आंह आंह करने लगता.
मैंने दवा के प्रभाव में था इसलिए उसे काफी देर तक चोदता रहा.
फिर मैंने उसकी गांड में ही सारा वीर्य उगल दिया.
वो बहुत खुश था और मैं भी.
फिर एक घंटा आराम करके के बाद मैंने उससे एक और राउंड के लिए कहा.
उसने अपनी दुल्हन वाली पोशाक दुबारा से पहन ली और बोला- इस बार तुम मेरे पूरे कपड़े मत उतारना.
मैंने कहा- फिर कैसे गांड में लंड पेलूँगा?
वो बोला- मेरी सलवार नीचे करके मार लेना.
फिर मैंने उसकी सलवार नीचे की और लंड सीधा उसकी गांड में उतार दिया और हचक कर चुदाई चालू कर दी.
मैंने उसे खूब चोदा.
इस बार भी मैं करीब 30 मिनट तक लगा रहा और उसकी गांड में ही रस छोड़ दिया.
अब वो मुझसे अलग हुआ और बाथरूम ने चला गया.
उधर से नहा कर बाहर आया और अपने लड़कों वाले कपड़े पहन कर रेडी हो गया.
मैं बिस्तर पर नंगा पड़ा हुआ एक सिगरेट पी रहा था.
वो बड़ी अदा से मेरे करीब आया और मेरे लंड पर चुम्बन करके चला गया.
जाते जाते वो बोला- अगली बार आउंगा, तो अपनी जीएफ का नंबर दे दूंगा.
मैंने हंस कर उसे चूमा और वो चला गया.
दोस्तो, ये मेरी सच्ची गे सेक्स कहानी है. आपको मजा आया हो, तो मुझे मेल कीजिएगा.
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