गर्लफ्रेंड की पहली चुदाई का मजा

गर्लफ्रेंड की पहली चुदाई का मजा


सेक्स विद ब्यूटीफुल गर्लफ्रेंड का मजा मैंने पहली बार लिया जब मेरी प्रेमिका ने मुझे अपने घर बुलाया सेक्स के लिए. वह भी अपनी पहली चुदाई के लिए बहुत आतुर थी.
दोस्तो, मेरा नाम शानू है. मैं देहरादून का रहने वाला एक साधारण सा लड़का हूं.
मेरी उम्र 26 साल है और फिलहाल मैं एक डॉक्टर भी हूं.
ये सेक्स विद ब्यूटीफुल गर्लफ्रेंड कहानी मेरी खुद की है और मैं कोई भी सेक्स कहानी पहली बार लिख रहा हूँ, इसलिए अगर कोई भूल हो जाए, तो माफ कर दीजिएगा.
यह बात आज से आठ साल पहले की उस वक्त की है, जब मैं इंटर के एग्जाम देकर फ्री हुआ था.
तब मेरी एक दोस्त थी, उसका नाम सान्या (काल्पनिक) था.
वह मेरे ही साथ पढ़ती थी. वह बाद में मेरी गर्लफ्रेंड बन गई थी.
सान्या देखने में बड़ी ही हॉट माल थी और मुझे उसका हुस्न देख कर उसे चोदने का मन करता था.
उसका फिगर 34-30-36 का था और दिखने में कैटरीना कैफ जैसी दिखती थी.
उसके लाल रसभरे होंठ और भूरी आंखें मेरे दिल में घर कर गई थीं.
साथ ही गांड तक लहराते लंबे बाल देख कर मन करता था कि उसको वहीं कुतिया बना कर और बाल पकड़ कर चोदना शुरू कर दूँ.
वैसे तो हमारे बीच साधारण दोस्ती ही थी, पर कब वॉट्सएप पर चैट करते करते मुझे उससे प्यार हो गया, कुछ पता ही नहीं चला.
हाल उसका भी कुछ ऐसा ही था, पर वह भी अपने मन की बात किसी को बता नहीं रही थी.
धीरे धीरे हमारी देर रात तक बात होने लगी और एक दिन मैंने उससे अपने प्यार का इजहार कर दिया.
पहले तो उसे अपने घर वालों का डर लगा और उसने मेरे सामने अपने इस डर का इजहार किया.
पर बाद में वह मेरे समझाने पर मान गई.

अब चैट के अलावा हमारी बातें रोज फोन पर भी होने लगी थीं.
धीरे धीरे ये बातें सेक्स की तरफ बढ़ गईं. हम दोनों फोन सेक्स और सेक्स चैट करने लगे.
वह वीडियो कॉल पर मुझे अपनी मोटी मोटी चूचियों की फोटो भेजती, जिसे देख कर मैं अपना लंड हिलाता और रस निकाल लेता.
इधर से मैं भी अपने लंड की फोटो उसे भेजता, जिसे देख कर वह अपनी चूत में उंगली करती थी.
हम दोनों एक दूसरे को गर्म करते समय बहुत उत्तेजक बातें भी करते थे और हमारे बीच लंड चूत चुदाई जैसी बातें आम हो गई थीं.
ये लगभग हमारा रोज का काम हो गया था. बिना चूत चूची लंड की बात किए बगैर हम दोनों को ही नींद नहीं आती थी.
फिर एक दिन फोन पर बात करते समय मैंने बोल दिया- मैंने तुम्हें अब कैसे भी करके चोदना है.
तब उसने कहा- हां यार, आग तो मेरे अन्दर भी लगी लगी है. मेरे घर वाले एक दिन के लिए बाहर जा रहे हैं और उस दिन घर पर कोई नहीं होगा. तब तुम आ जाना.
मैंने कहा- ये तुम पक्का मानना कि घर आकर चोदे बिना नहीं जाऊंगा?
वह बोली- हां हां चोद लेना यार … मैं भी तुमसे चुदे बिना नहीं रह पा रही हूँ.
मैंने कहा- क्या सच में तुम्हारी चूत में इतनी आग लगी है?
वह बोली- अब कैसे बताऊं मेरी जान … बस ये समझो कि चूत में से आवाज निकल पाती, तो वह खुद ही चिल्ला चिल्ला कर लौड़े को बुला लेती.
मैंने कहा- तब तो तुमको मेरे लौड़े की सख्त जरूरत है. बस तुम हरी झंडी हिलाओ और मैं अपना हिलाता हुआ आ जाऊंगा.
वह बोली- हां घर के सब लोग दो दिन बाद बाहर जा रहे हैं. जाना तो मुझे भी था. पर चूत की आवाज इतनी बुलंद हो रही थी कि मैंने उनके साथ जाने से मना कर दिया.
मैंने कहा- क्या कह दिया कि क्यों नहीं जा रही हो?
वह बोली- अरे कह दिया कि मुझे पढ़ाई करनी है.
इसी तरह से हम दोनों के बीच मुहब्बत की बातें होने लगीं और हम दोनों में फोन सेक्स शुरू हो गया.
मैंने उस रात चुदाई की खुशी में तीन बार मुठ मारी, तब जाकर सो पाया.
फिर दो दिन बाद वह दिन भी आ गया, जिसका मुझे न जाने कब से इंतजार था.
सुबह उसके घर वाले आठ बजे चले गए और नौ बजे उसका फोन आया- आ जाओ जान!
मैंने कहा- मैं अभी आता हूँ, तब तक तुम अपनी झांटों के बाल साफ़ कर लो.
वह बोली- राजा, वह तो पहले से ही एकदम चिकनी चमेली बनी तुम्हारे मूसल का इंतजार कर रही है.
मैंने कहा- तो बस मेरी जान चूत में चिकनाई लगा कर रखो, मैं बस आ ही रहा हूँ.
मैंने तुरंत अपनी बाइक उठाई और 15 मिनट में उसके घर पहुंच गया.
जब उसने गेट खोला, मैं तो उसे देखता ही रह गया.
उसने साटन वाली काले रंग की शर्ट और नीली जींस पहन रखी थी.
ऊपर से उसके तने हुए चूचे मानो मुझसे बोल रहे थे कि आओ हम दोनों को चूस लो.
मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था.
मैं उसे पकड़ कर अन्दर ले गया और दरवाजा बंद करके वहीं उसे सोफ़े पर बिठा लिया.
वह हंस रही थी और कह रही थी- अरे पानी तो पी लो.
मैंने कह दिया- तुम्हारे गर्म होंठों को पीकर पानी पी लूँगा मेरी जान!
यह कहते हुए मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उन्हें चूसने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी और मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल कर चूसने चूमने लगी.
जल्द ही हम दोनों ही बहुत ज्यादा गर्म हो गए थे.
अब मेरा एक हाथ उसकी मोटी गांड पर चला गया और उसको दबाने लगा.
मेरे एक हाथ में उसका पूरा एक चूतड़ नहीं आ रहा था. मेरा दूसरा हाथ उसके चूचे पर चला गया.
आह दोस्तो … आज भी याद है मुझे वह पल … जब मैंने पहली बार उसके चूचे दबाए थे.
वो पल मेरा पहली बार का मामला था, जब मैंने किसी लड़की चूचे को पकड़ा था. मैं सेक्स विद ब्यूटीफुल गर्लफ्रेंड का मजा लेने के लिए पूरा तैयार था.
कुछ देर मस्ती के बाद वह मुझे अन्दर बेडरूम में ले गई और एसी ऑन कर दिया.
फिर वह मेरे लिए पानी लेने चली गई, तब तक मैं वहीं बैठा रहा.
जब वह वापस आई, तो उसने मेरी तरफ गिलास बढ़ाया.
मैंने उसके हाथ से गिलास लिया और उसको अपनी गोद में बैठा लिया.
हमारी चूमाचाटी दोबारा से शुरू हो गई.
मैं फिर उसके होंठ चूसने लगा और कपड़ों के ऊपर से ही चूचियां दबाने लगा.
धीरे धीरे अब मेरे होंठ उसके गले तक आ गए और मैंने उसकी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए.
जब मैंने उसकी शर्ट के बटन खोले तो अन्दर उसने काले रंग की ही ब्रा पहन रखी थी.
मैं तो ब्रा के ऊपर से ही कभी एक चूची को चूसता और दूसरी को दबाता, तो कभी दूसरी को चूसता.
वह भी बेताब हो रही थी और मेरे मुँह में अपनी दोनों चूचियों को बारी बारी से दे रही थी.
मैं उसके निप्पल को पकड़ कर खींचता और उसकी आंखों से आंखें मिलाकर निप्पल को अपने दांतों में दबाए रखता.
वह आह आह करती हुई अपने होंठ काटती हुई बड़ी ही कामुक लग रही थी.
अब मैंने उसकी जींस भी निकाल दी तो देखा कि उसने नीचे भी काले रंग की पैंटी पहन रखी थी.
सच में उसके गोरे बदन पर काली ब्रा पैंटी कयामत ढहा रही थी.
मैंने उसे ब्रा पैंटी में ही बिस्तर पर लेटाया.
दूध जैसे गोरे रंग और काली ब्रा पैंटी में लड़की अलग ही माल लगती है.
मैं उसके ऊपर चढ़ गया और ब्रा से चूची बाहर निकाल कर चूसने लगा.
साथ साथ पीछे हाथ ले जाकर जब मैंने ब्रा खोलनी चाही तो उसका हुक मुझसे नहीं खुला.
यह देख कर वह हंसने लगी और बोली- रुको जान, तुम तो मेरी ब्रा फाड़ ही दोगे. मैं खुद खोल कर अपनी जान को अपना दूध पिलाती हूँ.
जैसे ही उसने अपनी ब्रा खोली, उसके दोनों कबूतर एकदम पिंजरे से बाहर कूद कर बाहर आ गए.
अब मैं उसकी दोनों चूचियों को हाथों से मसल रहा था और दबाते हुए चूस भी रहा था.
वह लेटी हुई बस ‘आह आह आई जान धीरे चूसो …’ कह रही थी और साथ ही मेरे सिर को अपनी चूची पर दबाए जा रही थी.
उसने खुद मेरे कपड़े निकाल दिए और मैं भी उसके सामने अंडरवियर में रह गया.
वह मुझे प्यासी नजरों से देखने लगी.
मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाला, तो उसकी चूत पूरी गीली थी.
तभी मैंने एक उंगली अन्दर डाल दी.
उसकी एकदम से आह निकल गई.
अब मैं एक उंगली अन्दर बाहर करता रहा और उसके एक कबूतर के साथ खेलता रहा.
वह भी मेरे लंड को सहलाने लगी.
इसी दरमियान हम दोनों ने एक दूसरे के बचे हुए कपड़े भी निकाल दिए थे.
मैंने देखा कि उसकी चूत बिल्कुल साफ थी, जैसी मुझे पसंद थी.
मैं उसकी चूत को चाटने लगा.
अपनी चूत पर मेरी जीभ का स्पर्श पाते उसकी जोर की आह निकल गई और वह पागल हो गई.
उसने जोर से मेरे बाल पकड़ लिए और मेरे सर को चूत के अन्दर घुसाने लगी.
जल्द ही एक तेज आह के साथ ही वह झड़ गई.
कुछ पल निढाल रहने के बाद वह मेरे लंड को हिलाने लगी; वह मेरे लौड़े की मुठ मारने लगी.
मेरा लंड पूरा टाइट हो गया.
उसने एक दो बार मेरे लंड को मुँह में भी लिया.
दोस्तो, जिसने भी लंड चुसवाया है … सिर्फ वही उसकी अहसास जान सकता है कि लंड चुसवाना कैसा होता है और कितना मजा आता है.
इसे सिर्फ अनुभवी मर्द ही बता सकता है और कोई नहीं.
अब मैंने उसकी टांगें खोल कर उसकी चूत पर लंड सैट किया और धक्का दे मारा.
उसकी जोर की चीख निकल गई और आंखों से आंसू आने लगे.
मैं थोड़ी देर वैसे ही रुका रहा और चूची चूसता रहा.
चूची चूसने से दर्द में बहुत आराम मिलता है.
धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ और मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया.
उसकी सिसकारियां निकलने लगीं और वह बोलती रही- आह यस जान चोदो मुझे … आह और तेज … और तेज यस … बहुत मजा आ रहा है … चोदते रहो.
थोड़ी देर बाद वह मेरे ऊपर आकर बैठ गई और लंड चूत के अन्दर डाल कर गांड को उचकाने लगी.
उसकी चूत मेरे लंड पर रगड़ रही थी और मैं उसकी गांड को सहारा देकर उसको और कुदाता रहा.
उसकी चूचियां उसके साथ गजब झूल रही थीं, मैं उन दोनों पर थप्पड़ मारता रहा.
फिर मैंने उसको घोड़ी बनाया और पीछे से उसको चोदना शुरू कर दिया.
वह भी गांड हिला हिला कर चुद रही थी.
मैंने उसके मोटे मोटे चूतड़ों पर बहुत थप्पड़ मारे और उनको लाल कर दिया.
दोस्तो, लड़कियों को भी अपनी गांड पर चांटे लगवाने में बहुत मजा आता है.
हमारी चुदाई दन दनादन चल रही थी.
अब तक वह दो बार झड़ चुकी थी.
जब मैं झड़ने वाला हुआ तो मैंने उसके चूतड़ पकड़ कर तेज तेज चार पांच शॉट मारे और लंड चूत से निकाल कर उसके चूतड़ों पर अपना माल निकाल दिया.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और मैं घर आ गया.
यह थी मेरी सेक्स विद ब्यूटीफुल गर्लफ्रेंड कहानी!
आपको कैसी लगी, मेल करके जरूर बताएं.
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