कॉलेज में जवान लड़का-लड़की के साथ मजे लिए

कॉलेज में जवान लड़का-लड़की के साथ मजे लिए


सेक्स इन कॉलेज पोर्न कहानी में मैं अपनी फ्रेंड को कॉलेज से पिक करने गयी। वहां लाइब्रेरी में मुझे एक लड़का छुपकर लड़की की चूत में उंगली करता हुआ पकड़ा गया। मैंने उन दोनों के साथ कैसे मजे लिए।
कैसे हो सभी लंड और चूतो!
तुम्हारी सेक्सी सिमरन फिर से अपना लेटेस्ट सेक्स एक्सपीरियंस शेयर करके मुठ मरवाने आ गई है।
कॉलेज स्टूडेंट्स इस सेक्स इन कॉलेज पोर्न कहानी से खुद को आसानी से जोड़ पाएंगे, या फिर इससे प्रेरणा जरूर पाएंगे।
एक दिन की बात है कि मुझे मेरी एक सहेली का कॉल आया।
वह लंच के लिए बोल रही थी ताकि हम दोनों कुछ गपशप कर सकें।
मेरी भी उस दिन छुट्टी थी तो मैंने भी चलने के लिए हां कर दी।
वह एक कॉलेज टीचर है और कई बार शनिवार के दिन भी काम करती है।
लेकिन उस शनिवार को उसका हाफ डे था।
मैं उसके कॉलेज के बाहर पहुंच गई और उसे कॉल करने लगी।
दरअसल मुझसे उस वक्त कुछ पढ़ने में चूक हो गई।
वहां अंग्रेजी में लिखा था ‘लाइब्रेरी के पास इंतजार करें’ जबकि मैंने उसे पढ़ा- ‘लाइब्रेरी में इंतजार करें।’
मैं गई तो देखा कि पूरा फ्लोर खाली था।
वहां पर स्टूडेंट्स दिख ही नहीं रहे थे।

मैंने लाइब्रेरी का दरवाजा खोला और टाइमपास करने अंदर चली गई।
लाइब्रेरियन फोन पर किसी से बात कर रहा था।
उसने मुझे देखा और फिर दूसरी तरफ देखते हुए कॉल पर बिजी हो गया।
मेन गेट के पास ही रखे स्टैंड से मैंने एक मैगजीन उठा ली।
मैं विंडो के पास जाकर बैठ गई जहां पर बाहर से नेचुरल लाइट आ रही थी।
उस रूम के कोने में बैठे हुए मुझे दूसरे कोने से आ रहीं कुछ आवाजें सुनाई दीं।
वो हंसी कुछ ऐसी थी कि उसके साथ कुछ हल्की आंहें भी सुनाई दे रही थीं जिन्होंने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया।
मैं दबे पांव उस ओर चली।
आखिरी शेल्फ के पास जाकर मैंने झांका तो एक लड़का एक लड़की को पीछे से पकड़े हुए था।
उस लड़की की लैगिंग में उसने हाथ दे रखा था और वह उसकी चूत को उंगलियों से छेड़ रहा था।
वह उससे छूटने की कोशिश तो कर रही थी लेकिन साथ ही गांड को भी उसके लंड पर रगड़ रही थी।
इसी वजह से वो दोनों हंस रहे थे और साथ ही हल्की सिसकारियां भी ले रहे थे।
उत्तेजना में उस लड़के ने लड़की की टीशर्ट को निकाल दिया और उसकी गोरी-गोरी छोटी चूचियों को दबाने लगा।
लड़की ने भी उसके लंड को पकड़ लिया और फिर उसकी चेन में हाथ देकर सहलाने लगी।
अब वो दोनों फोरप्ले का मजा ले रहे थे।
मैं- नॉक, नॉक …
मैंने लकड़ी के शेल्फ को बजाया.
उस लड़की ने मेरी तरफ देखा तो उसका चेहरा सफेद पड़ गया।
उसने लड़के को एकदम से अपने से दूर धकेला और दूसरी तरफ से भागने की कोशिश करने लगी।
लेकिन उसे पता लगा कि वो कोना आगे जाकर बंद हो रहा था और वहां से दूसरी तरफ निकलने का कोई रास्ता नहीं था।
अब वह अपनी नाकाम कोशिश पर पछता रही थी।
लड़की- आई एम सॉरी मैम, ऐसा दोबारा से नहीं होगा.
उसने अपना सिर नीचे करते हुए कहा.
लड़का- आई एम सॉरी मैम, प्लीज हमारे बारे में किसी को मत बताना … प्लीज मैम.
कहते हुए उसने दोनों हाथ जोड़ लिए.
जब उस लड़के ने भी मुझे मैम बुलाया तो मुझे लगा कि गलती से इन्होंने मुझे कॉलेज का स्टाफ समझ लिया है।
उस समय मैंने जीन्स की बजाय लैगिंग पहनी हुई थी, जिसके कारण उनको गलतफहमी हो गई थी।
मैं- क्या तुम ये सब कहीं और कर सकते हो?
लड़की- मैं इसकी गर्लफ्रेंड नहीं हूं। ये तो बस बहकने के कारण हो गया!
मैं- अगर मैं तुम्हें नहीं रोकती तो तुम अपनी चूत भी इससे बहकते हुए ही चुदवा लेती?
जब मैंने ये बोला तो वो लड़का मुझे हैरानी से देखने लगा।
और शायद इसलिए भी क्योंकि ये शब्द मैंने तेज आवाज में कहे थे।
लड़का- नहीं मैम, प्लीज आप जोर से मत बोला। ऐसा दोबारा नहीं होगा मैम!
मैं- ऐसा दोबारा न हो, इसके लिए हमें इस बात को यहीं पर पूरी तरह से खत्म करना होगा।
मैंने उस लड़की को गंभीर सी नजर से देखा और उस लड़के के पास खड़ी होने का इशारा किया।
मैं- तुम दोनों अब अपने कपड़े निकाल लो!
उन दोनों ने एक-दूसरे को देखा और फिर मेरी तरफ एकटक देखने लगे।
मैंने दोबारा से उनको कपड़े निकालने के लिए बोला और ऐसा नहीं करने पर इसका नतीजा भुगतने की चेतावनी भी दे डाली।
लड़के ने पहल की; लड़के ने अपनी जींस, अंडरवियर और टी-शर्ट निकाल दिए।
उसकी पतली बॉडी दिखने लगी।
फिर लड़की ने भी अपने चूचे नंगे कर दिए।
उसके बाद लड़की ने अपनी लैगिंग निकाली और अपनी नीले रंग की पैंटी भी उतार दी।
उसकी चूत पर बहुत सारे बाल आए हुए थे जो मुझे देखने में काफी अजीब बात लग रही थी।
वह लड़का अब उस लड़की के नंगे सुडौल बदन को देख रहा था।
हर बीतते पल के साथ उस लड़के के लंड में तनाव आता जा रहा था।
मैं- अगर तुम्हें ये सब करने में शर्म आ रही है, तो फिर सारे कॉलेज को भी तुम्हारी हरकतों के बारे में पता लग सकता है। तुम, यहां आओ और उसके सामने खड़ी हो जाओ। मैं चाहती हूं कि तुम्हारी गांड उसके लंड पर सट जाए।
उन दोनों ने वैसा ही करने के लिए मुंडी हिला दी।
मैं- अब अपने कान पकड़ लो, फिर घुटनों के बल आओ और फिर खड़े होकर माफी मांगो। तुम (लड़के) से शुरू करते हैं।
उस लड़के ने अपने कान पकड़ लिए और घुटनों के बल बैठ गया।
फिर जब खड़ा हुआ तो उसका लंड उस लड़की के चूतड़ों पर टच हो रहा था।
उसके बाद, जब वो लड़की झुकी तो उसने फिर से लंड को उसके चूतड़ों पर सटा दिया, और वो इस सजा का मजा ले गया।
मैं- तुम, अब हर बार झुकते हुए उसके लंड पर एक चमाट मारो। इससे हिसाब बराबर होता रहेगा।
अब लड़की जब भी खड़ी होती तो उसकी गोटियों पर हाथ मारती, कभी उसके खड़े लंड पर तमाच दे देती।
उसका लंड अब इतना सख्त हो गया था कि लड़की की गांड में घुसने को हुआ जाता था।
जब भी वो उसके लंड पर हाथ मारती, लंड में एक झटका लगता था।
अगर कुछ देर और उसके साथ ऐसा ही किया जाता तो उसका माल उस लड़की की गांड पर झड़ जाता।
मैं- तुम दोनों अब अपने घुटनों पर आ जाओ, और मेरे पीछे कुत्ते की तरह चलकर आओ।
मैं अब उन दोनों के सामने खड़ी थी और वो दोनों मेरे सामने कुत्ते बने थे।
जब मैं चलती तो वो दोनों भी मेरे पीछे कुत्ते की तरह चलते।
कुछ देर बाद मैं तेजी से आगे, कभी पीछे चलती तो वो दोनों भी तेज तेज मेरे पीछे आते।
फिर मैंने कहा- सुनो, अब जैसे ही मैं चलूं, तुम दोनों मेरे पैरों को चाटोगे। जितनी ज्यादा देर तक तुम मेरे पैरों पर अपने होंठ टिका पाओ, उतनी ही जल्दी तुम्हें इस सबसे छुटकारा मिल जाएगा।
अब मैं चलती तो वो दोनों मेरे पैरों को चाटने की कोशिश करते।
इस तरह से वो दोनों मुझे कुछ हद तक मजा भी दे रहे थे।
मैं- अब तुम दोनों ऐसे ही चारों पंजों पर एक दूसरे के पीछे चलो। जब मुड़ो तो अपनी पोजीशन बदल लेना। और चलते हुए तुम दोनों के नाक एक दूसरे की गांड के छेद के जितने करीब हो सकें, रखने की कोशिश करना।
लड़का आगे चला और लड़की ने उसके पीछे चलना शुरू किया।
वह चलते हुए लड़के की गांड की दरार को नाक से छूने की कोशिश कर रही थी।
फिर वापस लौटते समय लड़का उस लड़की की गांड की दरार में नाक रगड़ रहा था।
लड़का उससे दूरी बनाए रखने की बजाय उसकी गांड में नाक रगड़ते हुए उसे आगे धकेलने की कोशिश कर रहा था।
उसका लंड इस उत्तेजना में बार-बार झटके दे रहा था।
मैं- अब खड़े हो जाओ, और ध्यान से सुनो। तुम दोनों एक दूसरे को गर्म करोगे। तुम (लड़का) इसकी चूत में उंगली करोगे, और तुम (लड़की) इसके लंड की मुठ मारोगी। जो जिसका पानी पहले निकलवा देगा, उसे मैं छोड़ दूंगी।
अब दोनों को ही अपनी गांड की रक्षा करनी थी।
उन दोनों ने मेरे कहे अनुसार एक दूसरे को गर्म करना शुरू कर दिया।
लड़का उस लड़की की बालों वाली चूत में तेजी से उंगली करने लगा।
और लड़की भी उस लड़के के लंड की मुठ मारने लगी।
लंड पर उसकी कसी हुई पकड़ और कामुक अंदाज उस लड़के को झड़ने पर मजबूर कर रहे थे।
लेकिन अब मुझे किसी एक की साइड लेनी थी इसलिए मैंने लड़की का साथ देने की सोची।
मैं सेक्स इन कॉलेज पोर्न का मजा लेती हुई बोली- कुतिया! अब अपनी गांड हिलाते हुए इसके लंड को रगड़ने की कोशिश करो।
मेरा ये ऑर्डर सुनकर लड़की की सारी उत्तेजना गायब सी हो गई।
लड़की उसके करीब आई तो वो पीछे हटने लगा लेकिन लड़की ने उसके लंड पर गांड टिका दी।
उस लड़के को मैंने पीछे जाकर रोक लिया।
लड़की को मैंने इशारा किया कि वो जितनी ज्यादा हो सके, मस्ती में उसके लंड पर गांड को रगड़े।
लेकिन वो नौसिखिया लड़की बस गांड को ऊपर नीचे कर रही थी।
शुरू में ये तरीका ठीक काम रहा था लेकिन लड़के का माल छुड़वाने के लिए उसे और अच्छे तरीके से लंड पर गांड को रगड़ना था।
मैंने सोचा कि वो ऐसा कुछ करेगी लेकिन वो ऐसा कुछ नहीं कर पाई।
मैं- तुम पीछे हटो! मैं बताती हूं कि कैसे करते हैं।
मैंने अपनी लैगिंग नीचे खींची और सफेद पैंटी भी नीचे कर दी। मेरी मोटी गोल गांड अब उस लड़के के सामने नंगी थी।
मेरी गांड देखकर उस लड़के का मुंह खुला का खुला रह गया। मेरी गांड से निकल रही गर्मी को महसूस कर उसका लंड झटके देने लगा।
उस लड़के को मेरी गांड पर लार टपकाते देख लड़की को अब जलन हो रही थी।
मैंने गांड को लड़के के लंड पर टिका दिया और उसे तड़पाते हुए लंड पर रगड़ने लगी।
मैं सांप की तरह उसके लंड पर गांड को लहरा रही थी।
अपने चूतड़ों को फैलाते हुए मैंने उसके लंड को गांड की दरार के बीच में लिया और उसके लंड को चूतड़ों के बीच में भींच लिया।
मेरी गांड का जादू उसके लंड से झेलना मुश्किल हो रहा था।
उसका पेट अब जोर से सिकुड़ते हुए इस बात का इशारा दे रहा था कि जल्द ही उसका माल छूटने वाला है।
ये देख मैंने लड़की को जल्दी से उसके सामने खींच कर खड़ी कर दिया।
इतने में ही लड़के के लंड ने वीर्य की पिचकारी मार दी जो उस लड़की की नाभि पर जाकर लगी।
कुछ बूंदें उस लड़की के झांटों पर जाकर गिरीं।
मैं- गाइज, मुझे डर लग रहा है कि मुझे अब तुम्हारी हरकत सबको बतानी पड़ेगी!
ये सुनते ही दोनों मुझसे माफी मांगने लगे।
बल्कि लड़का तो मेरे पैरों में ही गिर पड़ा।
मैं- मैं इसमें कुछ नहीं कर सकती, मैंने कहा था कि किसी का भी माल छूट गया, तो मैं सबको बता दूंगी।
फिर भी वे दोनों मुझसे माफी मांगते रहे।
मैं- दरअसल, खबर ये है कि मैं कोई टीचर नहीं हूं, ठर्कियों!
मैंने उन दोनों की गांड पर चमाट मारा और उनको हैरानी से मुझे देखते हुए छोड़कर आ गयी।
जैसा कि मुझे पसंद है!
तो ये थी आज की सेक्स इन कॉलेज पोर्न कहानी।
मुझे उम्मीद है कि मैंने आप लोगों को गर्म कर दिया होगा।
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