इंडियन गांड Xxx कहानी में पढ़ें कि मैंने अपनी गर्लफ्रेंड के सामने उसकी बहन की गांड मारी. मैं दोनों लड़कियों की चूत पहले ही चोद चुका था.
दोस्तो, मैं लव अपनी सेक्स कहानी में आप सभी का स्वागत करता हूँ.
कहानी के तीसरे भाग
गर्लफ्रेंड की बड़ी बहन की चुदाई की
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं ट्विंकल की बहन बबली दीदी की चुदाई का मजा लेकर सो रहा था.
अब आगे इंडियन गांड Xxx कहानी:
जब मैं उठा, तो 5 बजने वाले थे.
फिर मैं कपड़े पहन कर घर आ गया.
अगले 6 दिन फिर वही सब चला.
मैं 7 वें दिन गया तो ट्विंकल के पीरियड्स आए थे.
मैं सिर्फ बबली दीदी को चोद रहा था.
ट्विंकल जिद करने लगी कि उसे भी करना है.
मैंने उसे समझाया कि पीरियड्स में सेक्स नहीं करना चाहिए.
लेकिन वो मान नहीं रही थी तो मैं खीज कर सिर्फ एक बार बबली दीदी को चोद कर चला आया.
अगले दिन बुलाया, तो मैं नहीं गया.
मैंने कहा- तुम परेशान करोगी?
वो चुप रही.
फिर अगले दिन उसने फोन किया- आज आ जाओ, मैं परेशान नहीं करूंगी … पक्का वादा.
मैं पहुंच गया.
मैं बबली दीदी को चोद रहा था और ट्विंकल को किस कर रहा था.
कुछ देर बाद मैं बबली दीदी की चूत में झड़ गया.
दस मिनट बाद ट्विंकल फिर से मुझे सेक्स करने को बोलने लगी.
मैं- दीदी, इसे समझाओ ना आप!
बबली- यार तू न इसे पीछे से कर दे, ये भी खुश हो जाएगी.
मैं- क्या बात कर रही हो दीदी … इसकी गांड कितनी छोटी है अभी, आपने कभी गांड मरवाई है … जानती भी हो आप कि कितना दर्द होगा इसे?
बबली- मैंने तो नहीं मरवाई. तू क्या मेरी गांड मारना चाहता है, अच्छी लगी तुझे?
मैं शर्माते हुए- अरे नहीं ऐसी बात नहीं है.
बबली- तो क्या मेरी गांड अच्छी नहीं है?
मैं- नहीं, आपकी गांड तो बहुत मस्त है.
बबली- तो ऐसा कर, तू पहले मेरी गांड मार ले, फिर ट्विंकल ही बताएगी कि उसे अपनी गांड मरवानी है या नहीं.
मैं- लेकिन दीदी?
बबली- लेकिन-वेकिन कुछ नहीं चल आ जा!
वो पेट के बल लेट गईं और अपनी गांड को उठा दिया.
मैंने उनके चूतड़ों पर हाथ रखा और मसलने लगा.
मैं उनके दूध से ज्यादा गोरे और सफेद चूतड़ों को काटने लगा.
वो आह आह करने लगीं.
मैंने ट्विंकल को तेल लाने को कहा, वो लेकर आ गई.
वो मेरे लंड की मालिश करने लगी.
मैंने तेल लेकर दीदी की गांड के छेद में डाल कर एक उंगली डाल दी.
वो चिहुंक पड़ीं.
फिर धीरे से अपना अंगूठा फंसा कर आगे पीछे करने लगा.
कुछ देर बाद उन्हें मजा आने लगा तो मैंने दो उंगलियां डाल दीं
फिर जब उनकी गांड मेरी दो उंगलियों की अभ्यस्त हो गई तो मैंने अपना सुपारा उनकी गांड में सरका दिया.
वो चीख पड़ीं.
मैंने ट्विंकल को दीदी का मुँह बंद करने को कहा और एक झटका मार कर आधा लंड उनकी गांड में घुसा दिया.
उन्हें काफी दर्द होने लगा, तो वो निकालने को कहने लगीं.
मैंने एक जोर का झटका मार कर अपना लंड बाहर निकाल लिया.
दीदी अब रोने लगी थीं.
उनके रोने से ट्विंकल भी घबरा गई और बेड के कोने में चली गई.
मैं- देखा, जब आपको इतना दर्द हो रहा है, तो ट्विंकल को कितना होगा?
मैं उन्हें चुप करवाने लगा.
कुछ देर बाद वो थोड़ी शांत हुईं, तो बैठने की कोशिश करने लगीं.
उनसे गांड के बल बैठा नहीं जा रहा था.
बबली दीदी कराहती हुई बोलीं- ये क्या हाल कर दिया तूने मेरा … आह बैठा भी नहीं जा रहा.
मैं- मैंने तो पहले ही कहा था, अब आपका ये हाल है, तो ट्विंकल का क्या होगा?
मैं ट्विंकल की ओर देखते हुए बोला.
तो ट्विंकल झट से बोली- नहीं नहीं, मैं एमसी के बाद में आगे से ही करवा लूंगी.
ये कह कर वो जल्दी से कपड़े पहनकर अन्दर भाग गई.
मुझे हंसी आ गई.
बबली- हंस क्यों रहा है?
मैं- अरे देखो ना … आपका दर्द देख कर कैसे भाग गई.
बबली- तूने दर्द ही ऐसा दिया कि जिसे देख कर कोई भी भाग जाएगी, लेकिन तू बता, तूने ऐसा क्यों किया? प्यार से भी तो कर सकता था न. उस दिन तुमने उसकी चूत कितनी प्यार से चोदी थी!
मैं हंस रहा था.
दीदी- उसी भरोसे पर मैं तुझसे गांड मरवाने को राजी हुई और तूने ये कर दिया!
मैं- अरे सॉरी दीदी, लेकिन अगर मैं आपको इतना दर्द नहीं देता, तो आज बिना गांड चुदवाए नहीं मानती वो! आपका दर्द तो मैं अभी 2 मिनट में ठीक कर दूंगा.
वो कहने लगीं- हां कर दे.
आवाज दी- ट्विंकल, जरा पानी गर्म कर लाना.
ट्विंकल पानी गर्म देकर जल्दी से भाग गई.
मुझे फिर हंसी आ गई.
फिर मैंने दीदी की गांड की सिकाई की तो थोड़ा उन्हें आराम मिला.
उसके बाद मैंने उनकी दो बार चूत मारी और उनकी चूत भर दी.
फिर मैंने घड़ी देखी तो 2 बज गए थे.
मैं एक बार कमरे में ट्विंकल को डराने के लिए गया तो वो स्कर्ट और टी-शर्ट में पेट के बल लेटी हुई थी.
मैं सीधा उसकी गांड पर चूमने लगा, वो डर कर उठ गई.
तब मैं- चल अब तेरी बारी, दो दिन से तू बहुत परेशान है.
ट्विंकल- अरे नहीं नहीं, मुझे नहीं करवाना. वो तो दीदी ने मुझे कहा तो मैं बहक गई थी. प्लीज मुझे छोड़ दो.
मैं- रिलैक्स, मैं कुछ नहीं कर रहा हूं. मैं मजाक कर रहा था.
अब मैं उसके होंठों को किस करने लगा.
वो भी मेरी बांहों में सिमट गई.
फिर मैंने उसे थोड़ा प्यार किया, पुचकारा और कहा कि एक बार और दीदी की गांड सिकाई कर देना.
उसने ओके कहा.
फिर मैं अपने घर चला आया.
अगले दिन मैं गया तो ट्विंकल मेरे गले से लग गई और कहा- मेरे पीरियड बंद हो गए हैं.
मैंने उसकी चूत देखी तो उसमें से अभी भी ब्लीडिंग हो रही थी.
मैं- अभी बंद नहीं हुई है, कल होगी. लेकिन अगर तुम चाहो तो हम पीछे से कर सकते हैं.
मैं उसकी गांड को दबा दिया.
ट्विंकल- नहीं नहीं, मैं कल तक इंतजार कर लूंगी, कोई बात नहीं.
मैंने उसे थोड़ा चूमा चाटा और वो अन्दर रूम में चली गई.
उसके रूम में जाते ही बबली दीदी मेरे पास आ गईं और मुझे बांहों में भर लिया.
मैं- अब दर्द कैसा है?
बबली- अब दर्द नहीं है. शाम में ट्विंकल ने मेरी गांड की सिकाई कर दी थी.
फिर वो मुझे किस करने लगीं और मेरे कपड़े उतारने लगीं.
मैं उनके चूचे पीने लगा. फिर उन्हें बेड पर लिटा कर उनकी चूत चाटने लगा.
मैं दीदी की चूत में लंड पेल जोर जोर से चुदाई करने लगा.
बबली- मुझे भी गोद में उठा कर चोदो ना, ट्विंकल की तरह!
मैं- अरे वो फूल की तरह हल्की है आपका वजन 50 किलो से ज्यादा है, फिर भी मैं कोशिश करता हूं.
मैंने उनकी चूत में लंड डाले हुए ही उन्हें गोद में उठा लिया और उनकी गांड पकड़ कर चोदने लगा.
भारी वजन के कारण मैं दो मिनट में ही थक गया, तो वैसे ही बेड पर लेट गया.
वो मेरे ऊपर आकर मेरे लंड पर बैठ गईं और उछल उछल कर चुदाने लगीं.
कुछ मिनट बाद मैं झड़ने को हुआ तो मैं उसकी गांड को जोर से दबाता हुआ उनके अन्दर झड़ गया.
वो अब तक दो बार झड़ चुकी थीं. मेरे गांड दबाने से वो चिहुंक उठीं.
फिर वो मेरे ऊपर ऐसे ही लेटी रहीं तो कुछ देर बाद मैं उनकी Xxx गांड सहलाने लगा.
बबली- क्या बात है, आज फिर गांड मारने का इरादा तो नहीं है?
मैं- अरे नहीं, मैं तो ऐसे ही प्यार से सहला रहा था.
बबली- अगर प्यार से करोगे, तो मैं दे दूंगी.
वो मेरी आंखों में देखती हुई किस करने लगीं.
मैं- अगर आपका मन है, तो फिर ठीक है. आज बहुत प्यार से करूंगा.
बबली- कल पूरा नहीं हुआ, तो अभी तक लग रहा है कि गांड में कुछ अटका हुआ सा है.
मैं- जो कुछ भी अटका है, मैं वो निकाल दूंगा.
अब मैंने उन्हें पलट दिया और उनके चूतड़ों पर जीभ फिरा कर चाटने लगा, दांतों से काटने भी लगा, काट काट कर जगह जगह निशान बना दिए.
फिर मैंने तेल लेकर उनकी गांड की मालिश शुरू की.
अपने लंड पर तेल लगाया और सुपारा आराम से उनकी गांड में उतार दिया.
फिर कुछ देर ऐसे ही आहिस्ते आहिस्ते करके आधा लंड घुसा दिया और आगे पीछे करने लगा.
कुछ देर बाद उन्हें मजा आने लगा तो मैंने थोड़ा सा और घुसा दिया.
वो दर्द से बिलख गईं.
मैंने उनके चूचे दबाने शुरू किए और होंठ चूसने लगा; एक हाथ को मैं उनकी चूत पर ले गया और सहलाने लगा.
दीदी बोलीं- अभी और बचा है क्या?
मैं- हां, लेकिन अब रहने देता हूं. इतना ही आगे पीछे करता हूं.
मैं उतना ही लंड धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा.
अब उन्हें मजा आने लगा था, बोली- अब पूरा घुसा दो.
मैंने एक झटका मारा तो पूरा लंड उनकी इंडियन गांड में उतर चुका था.
उनकी चीख निकल गई, जिसे सुनकर ट्विंकल हॉल में आ गई और देख कर चली गई.
फिर मैं धीरे से धक्के लगाने लगा.
जब उन्हें मजा आने लगा तो उन्होंने थोड़ी स्पीड बढ़ाने को कहा.
स्पीड बढ़ाते हुए मैंने अपना हाथ उनकी चूत पर रखा और जोर से मसल दिया.
वो आह आह करके झड़ गईं और बिल्कुल ढीली पड़ गईं.
फिर 2 मिनट बाद उन्होंने फिर से धक्के लगाने को कहा तो मैं फिर शुरू हो गया.
मैंने कुछ देर बाद जोर जोर से धक्का लगाना शुरु किया तो उन्हें काफी मजा आने लगा.
अब मैं झड़ने वाला था.
मैं- मैं कहां निकालूँ?
बबली- गांड में ही निकाल दे. मैं तेरे गर्म गर्म पानी को अपनी गांड में महसूस करना चाहती हूं.
मेरे साथ वो भी झड़ गईं.
मैं उनके ऊपर से उतर गया और उन्हें बांहों में भर कर किस करने लगा.
फिर हम वैसे ही सो गए.
इस बार मेरी नींद खुली, तो बबली दीदी मुझे किस कर रही थीं.
उन्होंने मुझसे कहा- चलो नहा लो, ट्विंकल खाना बना रही है. आज खाकर ही जाना.
मैंने उन्हें गोद में उठाया और सीधा बाथरूम में लेकर आ गया.
फिर मैं ट्विंकल को बुलाने लगा, तो उसने मना कर दिया.
मैंने शॉवर ऑन किया और दीदी को चूमने लगा, उनके मम्मे चूसने लगा.
वो नीचे बैठ कर मेरे लंड को मुँह में भर कर चूसने लगीं. मैं तो जैसे जन्नत में था.
दीदी ने आज पहली बार मेरा लंड मुँह में लिया था.
अब उन्होंने मेरे लंड को अपनी चुचियों के बीच रख दिया और मसलने लगीं.
मैं उनके बूब्स दबाकर जोर जोर से चोदने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उन्हें उठाया और सीधा दीवार से लगा कर एक बार में पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.
वो दर्द से चीख उठीं और मेरी पीठ पर नाखून गड़ा कर मेरे कंधे पर काटने लगीं.
कुछ देर में वो अपनी कमर हिलाने लगीं.
मैं जोर जोर से चोदने लगा.
बीस मिनट की चुदाई में वो दो बार झड़ चुकी थीं.
फिर मैं भी उनके अन्दर झड़ गया.
अब हम दोनों नहाकर बाहर आए और कपड़े पहने कर खाना खाया.
खाने के बाद मैं जाने लगा, तो ट्विंकल ने मुझे बांहों में भर लिया.
मैं उसे बांहों में समेटते हुए बोला- क्या हुआ जान?
ट्विंकल- कल से मुझे प्यार करोगे ना!
मैंने उसके होंठों को चूमते हुए बोला- कहो तो आज ही कर देता हूं.
वो कुछ नहीं बोली.
मैं उसके बूब्स चूसने लगा, उसकी गर्दन चूसने चाटने लगा, उसकी कांख को चाटने लगा.
वो पूरी मदहोश हो गई.
मैंने उसकी शर्ट को उतार दिया और उसके पेट को चूसने लगा, फिर पीठ को चूमने लगा.
तब मैंने उसको बेड पर लिटाया और उसके चूतड़ों को चाटने, काटने लगा जिससे वो सिहर गई.
मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा.
दो मिनट में ही वो मदहोश होकर झड़ गई और मेरी बांहों में सो गई.
मैंने उसे सुला दिया और जाने लगा.
मैं एक बार बबली दीदी को भी किस करके आ गया.
दोस्तो, आपको मेरी ये इंडियन गांड Xxx कहानी कैसे लगी, प्लीज़ कमेंट्स करके जरूर बताएं.
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