गन्दी लड़की की गंदी बात से उसका ड्राईवर समझ गया कि कडकी की जवानी उछालें मार रही है. उसने मौके को समझा और अपनी मालकिन के कहे अनुसार करने लगा.
कहानी के पहले भाग
गर्म लड़की ने अपने ड्राईवर को सेक्स के लिए पटाया
में आपने पढ़ा कि एक अमीर लड़की अन्तर्वासना की आग की झुलस रही थी. उसने अपने कार ड्राईवर को निशाना बनाया और उसके साथ कार सीखने चली गयी.
कार चलाना सीखने के बहाने विनीता अब फुल मूड में लन्ड की सख्ती का मजा ले रही थी।
वह अपनी कोहनी का पूरा दबाव लन्ड पर डाल रही थी।
अब आगे गन्दी लड़की की गंदी बात:
विनीता ने एक साइड में गाड़ी रोक दी और इंजन बंद कर के उठने लगी।
उसकी इस हरकत से विक्की एकदम से हड़बड़ा गया।
“क्या हुआ विनीता बेबी?”
“कुछ नहीं अंकल … वह मुझे जोर की लगी है!”
“क्या लगी है बेटा?”
“वह अंकल वही लगी है।”
विनीता ने शर्माते हुए उंगली ऊपर उठा के पेशाब करने का इशारा किया।
विक्की एकदम से बावला सा हो गया।
उसे विनीता की गांड देखने का चांस मिल सकता था।
विनीता गाड़ी से उतरकर पास में बनी झाड़ियों के पास चली गई।
वहां वह झाड़ियों के पीछे ना जाकर झाड़ियों के पास खड़ी हो गई।
विक्की उसे कार से बैठा हुआ देख रहा था।
विनीता कार से मुश्किल से 20 फीट दूर थी।
उसे भी पता था विक्की उसे देख रहा है।
सच तो यह था कि विनीता विक्की अंकल पर अपना काबू करना चाहती थी।
उसे पता था अंकल उसकी गांड के दीवाने हैं। उसे पता था कि वह उसके मोटे, गोल, कसे हुए चूतड़ों को देखते ही पागल हो जाएंगे।
उसने झट से अपनी जींस का बटन खोला और धीरे से नीचे बैठ गई।
अपनी छोटी से काली जालीदार पैंटी को वह पेंट के साथ ही नीचे कर चुकी थी।
विक्की के सामने विनीता की गोरी गुलाबी मांसल गांड थी।
उस कमसिन कसी हुई गुलाबी चौड़ी गांड को देखकर विक्की अपने लोड़े को हिलाने लगा।
विनीता 2 मिनट तक ऐसे ही अपने चूतड़ों के दर्शन करवाती रही।
तभी विनीता के मन में एक आईडिया आया.
वह एकदम से चिल्लाई और गाड़ी की तरफ भाग गई।
उसने जींस तो ऊपर कर ली थी पर अभी तक उसका बटन बंद नहीं किया था।
वह विक्की के पास गई और बोली- अंकल, पता नहीं मुझे क्या हुआ है. शायद मुझे किसी कीड़े ने काट लिया।
विक्की बोला- कहां पर काटा बेबी को?
विनीता ने अपने चूतड़ों की तरफ इशारा किया और बोली- अंकल, यहां पर काटा है शायद … सी आई मां … देखो ना क्या हुआ है मुझे!
विक्की ने विनीता को पिछली सीट पर आने का इशारा किया।
वह विनीता के पीछे पीछे पिछली सीट पर आ गया।
विनीता ने शर्म से दूसरी तरफ मुंह फेर लिया।
अब विनीता की मांसल चौड़ी गांड विक्की की तरफ थी।
उसने पूछा- बताओ कहां पर काटा?
विनीता ने भोली सूरत बनाते हुए अपनी गांड की तरफ इशारा किया।
अब तक विनीता की हरकतों से विक्की का हौसला बढ़ चुका था।
उसने विनीता से पूछे बिना विनीता की सफेद जींस नीचे कर दी।
विनीता ने भी अपनी भारी गांड को उठाकर जींस को नीचे करने में मदद की।
अब विनीता के मोटे गोरे चूतड़ विक्की की आंखों के सामने थे।
विक्की ने अपनी एक उंगली को विनीता की गांड से छूकर विनीता से पूछा- यहां है क्या?
विनीता ने कहा- थोड़ी अंदर की तरफ!
विक्की समझ चुका था कि विनीता अब पूरी तरह से उसके काबू में आ चुकी है।
विनीता की काली रंग की जालीदार पैंटी उसके चूतड़ों को ढक पाने में पूरी तरह असमर्थ थी; उसके दोनों चूतड़ों की गहरी खाई में फंसी हुई थी।
पेंटी काम रस में इतनी भीगी हुई थी कि कुछ काम रस पैंटी से चूकर बाहर चूतड़ों पर लगा हुआ था।
“देखने दो जरा!” विक्की ने कांपते हाथों से विनीता के चूतड़ों को पकड़ा और विनीता को कुतिया वाले पोज में करने लगा।
गन्दी लड़की विनीता अपनी गंदी बात पर मन ही मन मुस्कराई कि विक्की उसे कुतिया बनाना चाहता है।
कितनी ही पोर्न फिल्मों में उसने डॉगी स्टाइल वाले पोज में चुदाई देखी थी।
ये सब उसके साथ प्रैक्टिकल हो रहा था।
उसने एक मिनट सोचा और कहा- रुको विक्की अंकल!
इतना कहते ही वह उठ कर उसने अपनी कमर तक का हिस्सा पिछली सीट से आगे वाली दोनों सीटों के बीच में कर लिया।
उसका चेहरा अब गियर को छू रहा था।
पिछली सीट पर अब उसकी मतवाली फैली हुई कातिल गांड थी जो सफेद जींस में फंसी हुई थी।
विक्की विनीता की सूझ बूझ का कायल हो गया।
अब उसका रास्ता और आसान हो गया था।
विनीता की कोमल गांड पर हाथ फेरकर बोला- विनीता, अब बताओ बेबी, कहां पर काट लिया कीड़े ने?
“उह्ह्ह अंकल थोड़ा अंदर की तरफ!”
“यहां?” विक्की ने गांड की दरार के पास उंगली लगा कर कहा।
“उफ्फ सी आई अंकल थोड़ा नीचे!”
विक्की समझ चुका था।
एक बार उसने अपना हाथ आपने तने हुए लौड़े पर फेरा और अपने मुंह को विनीता की गांड के करीब ले गया और एक उंगली को विनीता की चूत और गांड के छेद के पास ले जाकर रख दी।
“यहां विनीता … यहीं काटा ना कीड़े ने?”
विनीता एकदम से उछल पड़ी।
उसकी चूत ने उत्तेजना में और पानी रिस दिया।
“हां अन्न अंकल सी उफ्फ … यहीं … हां यहीं पे … आह!”
विक्की ने एक हाथ से विनीता के पूरे तरबूज जैसे मोटे पुष्ट नितंब को अपने हाथ में भर लिया और दूसरे हाथ की उंगली से विनीता की पेंटी को कुंवारी अनछुई घाटी से एक तरफ कर दिया।
इस प्रक्रिया में उसकी पूरी उंगली विनीता की चूत से निकले कामरस से सन गई।
विनीता की पूरी चूत विक्की के मुंह से सात इंच दूर थी।
उसकी आंखें विनीता जैसी कच्ची कली की मोटी पावरोटी जैसी फूली हुई गुलाबी चूत को देख कर चमक गई।
विनीता की चूत पर एक रोएं तक का नामो निशान नहीं था।
ऐसी चूत बस पोर्न फिल्मों में ही देखी थी।
विनीता की चूत से अभी भी कामरस चू रहा था।
विक्की ने अपनी उंगली को उसकी चूत पर रखा जिससे एकदम विनीता उछल पड़ी- अह्ह ह सीय अंकल उफ्फ!
पर ड्राइवर की पकड़ उसके नितम्बों पर इतनी जोर की थी कि विनीता अपनी गांड हिला नहीं पाई।
“विनीता, यहीं काटा है कीड़े ने!”
“हां अंकल! सी उई उफ्फ!”
“बहन के लौड़े ने अपना कांटा छोड़ दिया है।” विक्की ने जानबूझ कर गाली दी।
गन्दी लड़की गंदी बात सुनकर बोली- आह अंकल … निकाल दो मेरा कांटा … उफ्फ बर्दाश्त नहीं होता! निकाल दो अंकल … उफ्फ सी उ ई!
“विनीता, ये कांटा मुंह से निकालना पड़ेगा।”
“निकाल दो अंकल … उफ्फ सीई हाय उई मां … बहन के लौड़े ने कहां कांटा डाला है!”
विनीता के मुंह से गाली सुनकर और उसके उतावलेपन को देखकर विक्की धीरे से अपने मुंह को विनीता की चूत के पास ले गया और उसके एक चूतड़ पर आपने होंठ टिका दिए।
“यूईई ईई आई मां सीई अंकल!” विनीता मजे से कांपने लगी।
विक्की अपने होटों से विनीता की गोरी मांसल गांड को चाट रहा था।
विनीता ने गाड़ी के गियर को एक लन्ड समझ कर उसे पकड़ किया और उसे चूमने लगी।
विक्की कभी दाएं, कभी बाएं चूतड़ को चूम चाट रहा था।
बीच बीच में वह विनीता की गांड पर काट भी लेता।
विनीता की गर्म सांसें गाड़ी के माहौल को और गर्म कर रही थी।
विक्की के कुछ देर गांड चाटने के बाद अब असली खेल शुरू करने वाला था।
अब उसने अपनी जीभ को कुतिया बनी विनीता की गांड में फिराना शुरू कर दिया।
विनीता विक्की के इस हमले के लिए तैयार नहीं थी।
उसके इस हमले से विनीता आनन्द में होकर अपनी गांड इधर-उधर मारने लगी।
विक्की जहां तक हो सके अपनी जीभ को विनीता की चूत के अंदर फेर रहा था।
वह बार बार अपनी जीभ से विनीता की चूत के दाने को छेड़ता कभी अपने होटों में भरकर चूसता; कभी विनीता की चूत के एक होठों को मुंह में भरकर काट लेता।
विनीता इस कामुक खेल के हर पल का आनन्द ले रही थी।
वह अपनी गांड को विक्की के मुंह पर पटक पटक कर मार रही थी।
विनीता की कमसिन चूत विक्की की इस चूत चुसाई को ज्यादा देर तक नहीं सह सकी और गहरी सांसें लेती हुई झड़ गई।
विक्की ने अपनी जीभ से विनीता की चूत एक एक बूंद को चाट चाट कर साफ कर दिया.
विनीता जैसे ही स्खलित हुई, उसने शर्म से अपना चेहरा ढक लिया.
विक्की समझ गया.
वह ऐसे ही ड्राइविंग सीट पर आ गया उसने विनीता को अपने साइड में आने का इशारा किया.
विनीता ने अपनी जींस पहनी और ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठ गई.
विक्की ने विनीता के हाथ को पकड़ कर अपने लन्ड पर रख दिया.
विनीता ने एक हाथ से ड्राइवर के लन्ड को पकड़ लिया और पजामी के ऊपर से लन्ड को सहलाने लगी।
विक्की ने विनीता को पकड़ कर उसके चेहरे को अपने लन्ड पर झुका दिया।
विनीता के गर्म गाल विक्की के पजामे में तने हुए लोड़े पर लग रहे थे।
विक्की ने गाड़ी स्टार्ट की और सड़क पर धीरे धीरे चल पड़ा.
विनीता विक्की के लन्ड को अपने गालों से सहला रही थी।
उसने उस के पजामे के नाड़े को खोल दिया और लन्ड को बाहर निकाल लिया।
विक्की का 7 इंची लन्ड अब विनीता के सामने था।
विनीता ने लन्ड को अपने होठों से छू लिया, वह लन्ड को हिला रही थी।
विक्की ने लन्ड को पकड़ा और विनीता के मुंह में डाल दिया.
लन्ड के मोटा होने की वजह से विनीता को मुंह में लेने में दिक्कत हो रही थी।
परंतु विक्की के हाथ के दबाव की वजह से विनीता पूरा का पूरा लन्ड अपने मुंह में ले गई है।
चलती गाड़ी में विनीता विक्की के लन्ड को चूस रही थी।
ऐसे ही 10 मिनट चूसने के बाद विक्की का लावा बाहर निकल पड़ा।
विनीता किसी मलाई की तरह एक एक बूंद को पी गई।
थोड़ी देर के बाद घर आ गया और विनीता एकदम से भागकर अपने कमरे में चली गई।
अगले 2 दिन तक विनीता ने विक्की को नहीं बुलाया.
उधर ड्राइवर का बुरा हाल था, वह जल्दी से जल्दी विनीता की सील तोड़ना चाहता था।
विनीता इंतजार में बैठी थी परंतु अपने पापा की वजह से उसे मौका नहीं मिल रहा था।
अगले दिन उसके पापा 5 दिन के टूर पर विदेश चले गए. विनीता घर पर अकेली थी।
उसने विक्की को बुलावा भेज दिया।
विनीता ने आज काले रंग की टाइट जींस पहन ली थी।
उसने ऊपर ब्लैक कलर का छोटा सा टॉप डाल लिया।
विनीता ने आज पेंटी और ब्रा को छोड़ दिया था.
उसने इंटरकॉम से विक्की को फोन किया और शाम को 5:00 बजे गाड़ी सीखने का आदेश दिया।
उधर ड्राइवर ने जैसे ही सुना, उसका लौड़ा फटने को हो गया।
उसने आज मात्र एक टी-शर्ट और नीचे बिना अंडरवियर के फटा हुआ पजामा पहन लिया।
विनीता जानबूझकर पांच बजे की जगह 6 बजे नीचे आई ताकि जितना दिन ढल सके, उतनी ही उसकी चुदाई होने में आसानी हो।
विक्की ने जैसे ही विनीता को ब्लैक जींस टॉप में देखा, उसका मुंह खुला का खुला रह गया।
अपने फटे हुए लोअर में उसने अपने मोटे लिंग को एडजस्ट किया और विनीता के लिए कार का दरवाजा खोला।
विनीता ने उसे अपने मोटे लन्ड को एडजस्ट करते हुए देख लिया था।
वह मन ही मन खुश हुई विनीता पिछली सीट पर बैठ गई।
उधर जैसी ही विक्की ने कार को गेट से बाहर निकाला, उसने अपने मोटे काले लिंग को फटे हुए लोअर से बाहर निकल लिया था।
विक्की ने मिरर को इस तरह से एडजस्ट किया हुआ था कि पीछे बैठी विनीता को उसका लौड़ा साफ दिखाई दे जाए।
विनीता की नजर जैसी ही बैक मिरर पर पड़ी, उसकी सांसें तेज होने लगी।
उस कामुक दृश्य को देखते ही विनीता की मोटे मोटी चूचियां ऊपर नीचे होने लगी।
विक्की का मोटा काला लौड़ा नब्बे डिग्री के एंगल में तना हुआ था।
उसका मोटा सुपारा देख कर विनीता के होठों पर एक मनमोहक मुस्कान तैर गई।
विक्की का मोटा लौड़ा उसे अपनी ओर खींच रहा था।
विनीता से रहा नहीं गया और वह झट से आगे सरक गई और पीछे से हाथ ले जाकर विक्की के मोटे काले लौड़े को पकड़ लिया।
गर्मागर्म लौड़े को पकड़ते ही उसके हाथ अपने आप चलने लगे।
विक्की अपनी इस जीत पर खुश था।
विनीता के लौड़े पर हाथ फेरने से वह और कड़क हो गया और उसने प्रीकम की चार बूंदें छोड़ दी जिससे विनीता की उंगली पूरी भीग गई थी।
तब विनीता ने अपने होटों पर वह प्रीकम लगाया और उसे जीभ से चाट लिया।
विनीता उठ कर आगे की सीट पर आ गई।
दोस्तो, गन्दी लड़की की गंदी बात कहानी में मजा आने लगा है ना!
आगे आगे देखिये होता है क्या!
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गन्दी लड़की की गंदी बात का अगला भाग: कुंवारी बुर की सील कार में तोड़ी- 3