हिंदी Xxx चूत की कहानी मेरे अपनी बीवी की चूत चुदाई की है. उसे नए नए लंड लेने का शौक है. एक बार उसने दूध देने आने वाले भैया का लंड ले लिया.
मेरी लंडखोर बीवी नीना की झील जैसी चूत को सलाम करने वाले प्रिय मित्रो और सहेलियो,
आप सभी का बहुत बहुत आभार!
क्योंकि आपने मेरी पिछली सेक्स कहानी
यादों के झरोखे में मेरी चुदक्कड़ बीवी
पढ़कर स्वीट नीना की चूत के बारे में तहे दिल से तारीफ की है।
मुझे मिले ऐसे सारे मेल के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद।
आपने हाल ही में पढ़ी थी, मेरी बीवी नीना की एक सेक्स कहानी
चूत की कद्र करें
जिसमें मैंने आपसे वादा किया था कि इस बार मैं नीना डार्लिंग की किसी नए मर्द के साथ चुदाई का किस्सा साझा करूंगा।
लिहाजा हाजिर हूं मैं एक पुरानी सच्ची घटना को लेकर जिसमें हमारे दूध वाले ने नीना की चूत का बाजा बजाया।
तो हिंदी Xxx चूत की कहानी पढ़ें के लिए तैयार हो जाओ दोस्तो … लौड़ा खोलकर और देवियो … आप भी चूत खोल कर ऊँगली अंदर कर लें अपनी मॉडल रोल नीना के नाम पर!
कई वर्ष पहले की वह घटना मुझे बहुत अच्छी तरह याद है।
जब मेरी नीना रानी बड़े लन्ड के लिए हमेशा परेशान रहा करती थी।
तब उनकी चूत में बहुत खुजली होती थी चुदाने के लिए।
दरअसल मेरे नीना रानी को किरायदार प्रशांत ने जब अपने बिंदास लौड़े से निहाल किया।
तभी से उनके लिए बड़ा लौड़ा तोहफे जैसा बन गया।
इधर प्रशांत का ट्रांसफर हुआ और दूसरी ओर नीना उदास रहने लगी।
किसी तरह धीरे-धीरे समय बीत रहा था।
आपको याद होगा, मैंने मैडम की पिछली किसी सेक्स दास्तान में बताया था कि अपने दूध वाले रामलखन को प्रशांत के साथ बाथरूम में नीना के गपागप खेल का अहसास हो चुका था।
प्रशांत का ट्रांसफर होने के बाद इस बीच वैसे तो अमित मैडम के साथ बेड में आ चुका था लेकिन वह तो कभी कभार का माल़ था।
अमित के मस्त लौड़े से मैडम की मुनिया में ठंडक जरूर पहुंचती, पर नीना को जितना फ्रिक्वेंटली लंड की जरूरत थी, वह जरूरत वास्तव में पूरी नहीं हो पाती थी।
मेरे प्रिय दोस्तो, आपको याद दिलाना चाहूंगा कि जब नीना रानी किराएदार प्रशांत के साथ वाशरूम में अपनी जिंदगी के हसीन लम्हे गुजार रही थीं।
तभी से रामलखन ने मेरी नीना को चोदने का सपना पाल लिया था।
दरअसल रामलखन गांव का एक सीधा-सादा मगर मस्त गबरु जवान था।
हालांकि वह ऐसी कभी हिम्मत नहीं कर पाया था कि वह नीना मैडम को चोदने का ऑफर कर सके।
फिर भी सोचता जरूर रहा कि मैडम जी अगर साहब के पीठ पीछे किरायेदार से चुद सकती हैं तो शायद कभी उसकी भी बात बन जाए।
इस बीच जब किराएदार प्रशांत का ट्रांसफर हो गया तो उसे लगने लगा कि मैडम अब तो लौड़े की भूखी होंगी।
अगर ऊपर वाले की कृपा हो जाय तो उसकी लॉटरी लग सकती है।
मेरे प्रिय दोस्तो, आपको बताता चलूं कि इस बीच रामलखन की तमन्ना कुछ ज्यादा ही जोर मारने लगी और इधर नीना मैडम को भी मस्त लौड़े की थोड़ी सी कमी खलने लगी थी।
वास्तव में नीना मैडम के भोसड़े का खुराक बहुत भारी था। उनको तो हमेशा बाई एक्सीडेंट दूसरे लौड़े की तलाश रहती रही है।
इसी क्रम में जब मैडम की झील में खलबली मचने लगी तो इसका एहसास उनके चेहरे पर दिखाई देना शुरू हो गया।
एक दिन सुबह के करीब नौ बजे होंगे।
मैं रूटीन के काम से बाहर निकल गया था और बच्चे भी कब के स्कूल जा चुके थे।
नीना मैडम किचन के बाहर कॉरिडोर के दीवारों की साफ सफाई में जुटी हुई थीं।
तभी राम लखन दूध देने के लिए हाजिर हुआ।
नीना तब कुछ बेतरतीब तरीके से घरेलू काम में लगी हुई थी।
वैसे भी मेरी मैडम की हमेशा से आदत रही है कि सुबह सवेरे घर में वह कभी भी अपनी मैक्सी के नीचे ब्रा नहीं पहनती हैं।
लिहाजा उनकी 36″+ साइज की चूचियां थोड़ा बहुत इधर-उधर होते ही हिलने डुलने लगती थी।
आप सोच सकते हैं कि ऐसे में किसी भी मर्द का लोड़ा भला कैसे कंट्रोल हो सकता है?
उस समय रामलखन के मन में मैडम को लेकर गरम कहानी नाच रही थी, जिससे एकबारगी उसका लौड़ा फनफना गया।
मेरे कॉरिडोर में ही स्टोरेज के लिए एक ग्राउंड अपर फ्लोर स्पेस बना हुआ है, जिसमें सामान रखने के लिए सीढ़ी लगानी होती है।
दरअसल इस स्पेस में कुछ जर्नी लगेज रखने की तैयारी नीना ने पहले से कर रखी थी।
इसी उधेड़बुन में नीना लगी थी कि सामान को आखिर ऊपर कैसे रखा जाए? तभी राम लखन दूध लेकर आ गया।
उसे देखकर नीना रानी को अपनी समस्या का हल दिखाई पड़ा और नीना ने रामलखन को अपने इस खास काम पर लगा दिया।
रामलखन तो वैसे भी मैडम की छिनार जवानी पर फिदा था।
ऐसे में उनको मना करना तो संभव ही नहीं था।
खैर उसने हामी भरते हुए सिर हिलाया और दूसरे कमरे में रखे हुए टेबल को उठाकर कॉरिडोर में ले आया और सीढ़ी के बगल में टेबल को लगा दिया।
इस टेबल पर एक-एक कर वह ऊपर रखने वाले कुछ कर्टन को सजा दिया, फिर उसमें रखने वाले समान भरने लगा।
दोस्तो, लगे हाथ मैं आपको रामलखन के ड्रेसिंग सेंस भी बताता चलूं जिससे आपके दिमाग में मैडम की चूदाई को लेकर सटीक स्टोरी के सारे प्लॉट एक साथ छप जाएं।
करीब 35 साल का राम लखन ऊपर कुर्ता और नीचे लूंगी पहनता था।
फिलहाल तो वह कुर्ते लुंगी के नीचे नेकर और बनियान की जगह देशी बंडी पहने हुए था।
बहरहाल नीना का आदेश पालन करते हुए सबसे पहले राम लखन सामान रखने के लिए सीढ़ी पर चढ़ गया।
उससे ठीक पहले अपनी लुंगी को मोड़ कर ऊपर कुर्ते तक खींच लिया जिससे सामान रखने में आसानी हो।
साथ ही नीना मैडम से रिक्वेस्ट किया- मैडम जी, आप सामान को बस थोड़ा सा इशारा देकर हल्का सा ऊपर कर दो, ताकि मैं उसे अंदर कर सकूँ।
इस तरह नीना का घरेलू काम करने में रामलखन जुट गया।
इस बीच रामलखन का टुनटुना 90 डिग्री का कोण बनाकर खड़ा हो गया, जो होना ही था।
तब तक काम की आपाधापी में उसकी लुंगी न जाने कैसे सरक कर ऊपर से नीचे जमीन पर आ गिरी।
इससे राम लखन अचानक सकपका गया।
मगर अपनी झेंप मिटाते हुए नीना से बोला- मैडम जी, एक मिनट रुको। मैं जरा नीचे लुंगी पहनकर तब समान रखता हूं।
दरअसल कड़क लौड़ा देखकर अब तक नीना की चूत से लार टपकने लगा था।
लिहाजा चुदाई के मामले में नीना का शातिर दिमाग चलने लगा।
नीना नाटक करते हुए राम लखन को खरी खरी सुनाते हुए बनावटी गुस्से में बोलने लगी- पहले काम कर लो, तब नीचे आकर आराम से लुंगी ठीक करना। काम ही तो कर रहे हो ना? लुंगी ठीक करना ज्यादा जरूरी है क्या?
राम लखन ने भी नीना मैडम से बहस करना ठीक नहीं समझा और अपना काम करता रहा।
मैडम नीचे से सामान उठाकर उसके हाथ में पकड़ा देती थी और वह सामान को आगे स्टोरेज में रखता रहा।
लेकिन इस बीच राम लखन का लौड़ा खड़ा का खड़ा ही रहा, जिस पर मौका पाते ही नीना डार्लिंग अपनी आंख सेक ले रही थी।
उधर रामलखन को नीना की इस चालाकी का अहसास हो चुका था.
लन्ड और चूत में दोनों ओर से बराबर की आग लगी हुई थी।
अब नीना डार्लिंग अपनी चालाकी वाली अदा भी दिखाने लगी, लिहाजा मैडम ने हरकतें भी ऐसी ही शुरू कर दी, जिससे दूध वाला चुदाई की राह पर कुछ कदम आगे बढ़ सके।
नीना रानी ने अब तक अपनी मैक्सी के दो हुक ओपन कर दिया था, ताकि उसकी चूची के साथ चूचुक तक का राम लखन अच्छे से दर्शन कर सके।
इस बीच नीना छोटे कार्टन पकड़ाते हुए राम लखन के लौड़े पर अपने हाथ से हल्का रगड़ मार देती, जिससे वह उफान मार देता।
इस तरह धीरे धीरे सारे सामान दिए रख गए,लेकिन दूध वाले का लौड़ा अभी अकड़ ही रहा था।
फिलहाल इस समय तो नीना रानी को उसकी चूत में घुस कर हलचल मचा देने वाले इसी लौड़े की दरकार थी।
अब वही लौड़ा उसकी आंखों के सामने था।
भला ऐसे में मेरी चुड़क्कड़ जानू नीना कहां मौका गंवाने वाली थी?
अब जैसे ही राम लखन सीढ़ी से नीचे उतरा और अपनी लुंगी समेटने को हुआ तो नीना ने बिलकुल बेशर्म होकर लुंगी को अपनी ओर खींच कर हंसने लगी।
आखिर उसे तो अपनी चूत में ठंडक चाहिए थी और वह राम लखन के लौड़े से ही मिल सकती थी।
लिहाजा बेशर्मी के साथ लांड पर थप्पी करते हुए वह बोली- आज मुझे दूध नहीं चाहिए, मैं तो इसकी मलाई निकालूंगी आज!
वास्तव में नीना को यह बात अच्छी तरह से मालूम थी कि राम लखन अपनी ओर से नीना को चोदने का प्रस्ताव रखने की हिम्मत नहीं जुटा सकता।
तभी नीना ने आगे बढ़कर उसके लौड़े पर हाथ फेर दिया।
फनफनाया हुआ राम लखन का लौड़ा अब आपे से बाहर हो गया क्योंकि राम लखन की हिम्मत भी नीना ने ही बढ़ा दी थी।
मौका गंवाए बिना रामलखन ने नीना के चौके पे अपना छक्का लगा दिया और कहा- मालकिन, मैं तो आपको तभी से चोदना चाह रहा था, जब पहली बार आप प्रशांत बाबू से बगल वाले बाथरूम में चुद रही थीं।
राम लखन लगातार बोले जा रहा था- लेकिन मालकिन, बुरा मत मानना। मेरी झांट जंगल जैसी बढ़ी हुई है। आप जैसी शहरी मेम को चोदने में मुझे शर्म आएगी।
अब मेरी नीना मुस्कुराई और बोली- कोई बात नहीं, मैं तो बेशर्म हूं। खुद ही तुम्हारे लन्ड से चुद लूंगी। चिंता मत करो।
यह कहते हुए मेरी चुदासी बीवी ने उसका लौड़ा नेकर से बाहर निकाल कर अपने हाथ और उंगलियों से खेलने लगी।
“अरे, कोई आ जाएगा मालकिन … चलो बाथरूम में!” राम लखन घबराया हुआ था।
“नहीं बेडरूम में!” नीना ने चूदाई का स्पॉट बदलना चाहा.
मगर राम लखन की फंतासी मैडम को बाथरूम चोदना था।
उसके जेहन में प्रशांत के साथ वाली चोदा चोदी थी।
खैर, नीना हारी और दूधवाला जीत गया।
आखिरकार मेरी बीवी नीना को लौड़े की तत्काल जरूरत थी।
लिहाजा मेरी जानम दूध वाले भैया को लेकर बाथरूम में घुस गईं।
चुदाना तो मैडम को था तो मैडम ने खुद ही अपनी मैक्सी उतार कर हेंगर पर टांग दी।
लिहाजा नीना मैम की गोरी गोरी मस्त चूचियां देखकर राम लखन पागल सा होने लगा।
होता भी कैसे नहीं, नीना पहले से ही अपनी चूचियां लहरा रही थी।
उसने तो ब्रा तक नहीं पहन रखी थी।
चूचियां खोलकर चुदाने के लिए मालकिन तैयार हो और चोदने के लिए दूध वाला, फिर तो ऐसे में हट्टा कट्टा दूध वाला अपनी मालकिन का दुद्धू पीने में भला देरी क्यों करता!
अब गपाक से राम लखन ने नीना की चूची अपने मुंह भरकर पीने लगा तो निप्पल तनकर कड़क हो गए और नीना सिसकारी मारकर चुदाने के लिए बेहाल होने लगी।
इसी आपाधापी के बीच नीना ने उसका कुर्ता निकलवाया और एक तरफ वह राम लखन के मुंह में अपनी चूची भर भरकर पिलाने लगी तो साथ ही उसका लौड़ा अपने हाथ में लेकर मसलने भी लगी।
थोड़ी ही देर में नीना ने खुद ही उसकी बनियान और नेकर निकाल डाला।
अब तो नंगे दूध वाले भईया मेरी बीवी को चोदने के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके थे।
साथ ही नीना के इस फोरप्ले के दौरान बाथरूम में मादक सिसकारियां निकालने लगी।
जिससे नीना को खुद ही नल खोलना पड़ गया ताकि किसी के आने पर उनकी चुदाई का खेल बाथरूम तक ही सीमित रहे।
इस तरह अपनी चूचियां चुसावते हुए नीना बेहद गर्म हो गई और चूत में लौड़ा डालने के लिए इतनी उतावली हो गई कि वह चिल्लाते हुए राम लखन से बोली- मेरा दूध पीना छोड़कर अपनी मलाई वाली पिचकारी मेरी कड़ाही में डाल दे दूध वाले … क्यों तड़पा रहे हो मुझे?
काउंटर अटैक करते हुए राम लखन ने फिरकी ली- ये लो बहादुर मालकिन, अभी डाल देता हूं इस हरामजादे को, बहुत अकड़ रहा है। इसकी अकड़न ठिकाने लगाता हूं।
इतना कहकर दूध वाले ने नीना का दूध पीना छोड़कर उनकी पैंटी नीचे सरकाते हुए निकाल फेंका।
अब तो मालकिन की गोरी गोरी चूत उसके लौड़े के ठीक सामने आ गई यानि उसकी बल्ले बल्ले हो गई।
चूचियां दबाने, मसलने और चूसने के समय अगर सेक्सी भाभी लौड़े का भुर्ता बना रही हो … फिर भला किसका लंड पानी से सराबोर क्यों नहीं हो जायेगा?
अब तक तो नीना की चूत भी फचाफच लौड़ा खाने को बेचैन हो चुकी थी।
लिहाजा बिना देर किए रामलखन ने नीना की दूसरी टांग रखने के लिए बाल्टी उलट दिया और इस तरह सटीक पोजिशन बनाकर मेरी चुदासी बीवी की चूत में अपना खड़ा लौड़ा डालने की तैयारी को मुकम्मल किया।
चोदने से ठीक पहले रामलखन ने मेरी नीना की गोरी चिकनी चूत पर बड़े प्यार से हाथ फेरा।
फिर झुकते हुए अपने दाहिने हाथ से उसकी पीठ को लपेटकर चूची दबाने लगा और लौड़े को चूत के मुहाने पर टिका दिया।
अब बारी थी एक चूची को कसकर मसलने के साथ चूत की दीवार पर लौड़े की मजबूत पकड़ बनाकर अंतिम छोर पर ठोकर दे मारने की!
और वही हुआ।
मगर यह झटका इतना जोर का था कि कई तरह के लौड़े को अपनी बूर में लेकर भोंसड़ी बना चुकी नीना भी कराह उठी।
तब तक इस ठेलमठेल के बीच आनंद से किलकारी मारती हुई मेरी जानम की मस्ती सातवें आसमान पर जा पहुंची थी।
यह मोटा तगड़ा लन्ड ऐसा भी नहीं था कि प्रशांत या अमित जैसा हो।
मगर मुझसे करीब एक इंच बड़ा और थोड़ा मोटा जरूर था।
फिर भी मैडम के लिए बेहद मजेदार रहा।
नलके के पानी की आवाज के बीच चोदा चोदी में नीना की नशीली आंखें अब बंद होने लगी थीं।
उसे कुछ बोलने की जरूरत थी नहीं … क्योंकि राम लखन का लौड़ा मेरी नीना की चूत का बेहतरीन मसाज करने में जुटा हुआ था।
करीब दस मिनट तक नीना डार्लिंग इस पोजीशन में चुदती रही लेकिन दूध वाले की मलाई नहीं निकली।
तब नीना रानी पोज़ बदलकर घोड़ी बन गई और 120 डिग्री का एंगल बना ली और टांगें फैलाकर चुदने का फैसला की।
अब रामलखन ने मैडम की कमर पर पीछे से अपने दोनों हाथों का मजबूत ग्रिप बनाया और स्पीडी ट्रायल में चूत को एयर पोर्ट का रनवे समझ कर शानदार अंदाज में चोदने लगा।
वास्तव में नीना को चुदाई की यह स्टाइल दिल से भा गई।
सपाट शब्दों में कहूं तो वह छोटे से बच्चे की तरह वह नीचे से उठता और लौड़े को चूत में गचाक से पेल देता।
यह देशी छोरा सच में मेरी नीना को विदेशी अंदाज में चोद रहा था।
गजब … नीना को दूध वाले से इतने शानदार परफॉर्मेंस की तो कतई उम्मीद नहीं थी।
अब नीना की चूचियां बुरी तरह आग उगलने लगीं तो एक हाथ से वह अपनी चूचियां मसलने लगी तो दूसरी ओर दूध वाला मेरी नीना की चूत को लगातार ठंडक पहुंचाता रहा।
सचमुच नीना रानी ने उस दिन दूध वाले के साथ जी भर के मस्ती की और पूरी तबियत से चुदी।
इस मस्ती के आलम में झड़ते झड़ते कब आधे घंटे से अधिक का समय गुजर गया जो बिल्कुल पता ही नहीं चला।
मगर झड़ते हुए दूध वाले ने मैडम को अपनी बाहों में लपेटकर धनुषाकार शेप देते हुए खुद में समेट लिया।
साथ ही नीना की बॉडी को मोड़ कर अपने लौड़े की ऐसी सवारी कराई, जिस तरह कभी किसी ने नीना को नहीं झाड़ा था।
नीना की किस्मत आज वाकई बहुत बिंदास थी, जो इस चुदाई में वह कई बार सुरसुरी महसूस करते हुए झड़ी, लेकिन आखिरी बार तो सच में नीना को जबरदस्त मज़ा आया।
दोस्तो, अब तक मेरी नीना चुद कर पूरी तरह अघा चुकी थी, लिहाजा उसने इशारा कर अपने प्यारे रामलखन को बाहर जाने को कहा।
तब दूध वाले भैया आज मेरी चुदक्कड़ बीवी को चोद कर बाथरूम से जाते जाते उनकी चूची पर प्यारी सी थप्पी देकर फटाफट निकल गए।
इसके बाद फिर नहा धोकर फ्रेश होने के बाद नीना रानी बाथरूम से बाहर निकली।
तब तक करीब साढ़े दस बज चुके थे।
इसके बाद वह घर का लंच तैयार करने में जुट गई।
मैं दोपहर में लंच के लिए घर आया तो चहकती हुई नीना ने अपनी बाहों का हार मेरे गले में पहना दिया।
उस समय फ्रेश और खुश नीना के चेहरे पर चमक दौड़ रही थी तो मुझे पूछना ही पड़ गया- क्या हुआ जान?
इस पर सेक्सी अदा बिखेरते हुए नीना तपाक से हंसकर बोली- आज मैंने दूध वाले भैया की मलाई निकाल दी।
“वेरी गुड, ग्रेट!” मुस्कुराकर मैंने छोटा सा जवाब दिया।
फिर हम दोनों ने लंच किया।
दिन गुजर गया और रात को बेड में मेरे साथ रूटीन सेक्स करते हुए नीना ने दूध वाले के साथ उस दिन की अपनी राम कहानी कह सुनाई।
मेरे प्रिय दोस्तो और सहेलियो! आप सोच सकते हैं क्या कि लुक वाइज एक घरेलू लेडी इतनी जबरदस्त चुदक्कड़ हो सकती है जो घर में दूध देने वाले को भी चोद डाले।
हां जी, मेरी बीवी ऐसी ही लन्डखोर है।
तो बताएं आप सभी … आखिरकार कैसी लगी मेरी चुदासी बीवी नीना की यह सच्ची हिंदी Xxx चूत की कहानी?
बताइए, तभी लिखूंगा अगली सच्ची कहानी।
मेल आईडी तो नोट कर लें:
[email protected]
आपका दोस्त रितेश शांडिल्य