अम्मी की चूचियां चूसकर चूत चुदाई की

अम्मी की चूचियां चूसकर चूत चुदाई की

हॉट अम्मी सेक्स कहानी में मैंने अपने ख्यालों में अपनी माँ को चोदा. मेरी मम्मी बहुत सेक्सी हैं पर सीधी भी हैं. मैं उनको चोदना चाहता था. पर यह मुमकिन नहीं था.

हाय दोस्तो, मेरा नाम इमरान है. मैं एक छोटे से गांव का लड़का हूँ.

हमारे घर में हम चार लोग रहते हैं.
मैं, अब्बा अम्मी, दादी जी और बड़ी बहन.

मेरी अम्मी का नाम रेशमा है.
अम्मी दिखने में बहुत हॉट हैं.
उनकी चूचियां बहुत मस्त हैं, गांड भी बहुत प्यारी है. रंग गोरा है.

मेरी अम्मी बहुत भोली औरत हैं.
अम्मी मेरे सामने ही हमारे सहन में नहाती हैं.

हमारे यहां बाथरूम नहीं होता है बल्कि नहाने के लिए एक खुला सा स्थान होता है और उसे हम लोग अपनी भाषा में सहन कहते हैं.
गांव में अक्सर औरतें सहन में ही नहाती हैं. अम्मी मेरे सामने ही कपड़े बदली भी करती हैं.

अब जरा मैं अपने बारे में बता देता हूँ. मैं 20 साल का लड़का हूं और अभी बीए कर रहा हूं.
मैं पोर्न देखने का काफी शौकीन हूँ. खासकर मॉम सन और इंसेस्ट मैं खूब देखता हूँ.

मैं रोज नंगा होकर पोर्न देखता हूं, लेकिन अभी तक किसी की चुदाई नहीं की.
मेरे दोस्त बड़े हरामी किस्म के हैं. उन्होंने ही मुझे पॉर्न देखने की आदत लगाई.

एक दिन मैंने एक मूवी देख रहा था. उसमें बेटा अपनी अम्मी को चोद रहा था.
यहीं से मैं अपनी अम्मी के लिए सोचने लगा.

अब जब भी अम्मी मेरे सामने नंगी नहाती थीं, तो मैं उनका शरीर घूरने लगता था.
वे भी मुझे अपना बदन घूरते हुए देख लेती थीं, लेकिन कुछ नहीं कहती थीं.

शायद वे मुझे अभी छोटा ही समझती थीं.

हम सब एक ही कमरे में सोते हैं, तो मैं अम्मी और अब्बू की कई बार चुदाई देख चुका हूं.

अब तो मुझे अपनी अम्मी चोदने के इतने ज्यादा ख्याल आने लगे थे कि मैं हर दिन अपनी अम्मी की चूचियों के नाम की मुठ मार लेता हूं.

मुझे अम्मी के बूब्स बहुत अच्छे लगते हैं.
मेरी अम्मी की उम्र 45 साल है, अब्बू मेरी हॉट अम्मी को अब भी रोज चोदते हैं.

मैं अब्बू अम्मी सेक्स देखकर गर्म हो जाता हूँ.

मेरे बाजू में मेरी बहन सोया करती है, मैं जब गर्म हो जाता हूं तो अपनी बहन की गांड पर लंड लगाने लगता हूं.

मेरी बहन की उम्र 19 साल है और मेरी बहन की चूचियां भी बड़ी मस्त हैं.

यही सब सोचते सोचते मैंने कल्पना में अपनी अम्मी को चोद दिया.
कैस छोड़ा, आप इस हॉट अम्मी सेक्स कहानी में पढ़ें और मजा लें.

एक दिन अब्बा कुछ काम से शहर गए थे.
घर में सिर्फ मैं, अम्मी और बहन थी.

रात को हम तीनों खाना खाकर बैठे टीवी देख रहे थे.
हमने कुछ देर बातें की, फिर मैंने बिस्तर बिछा लिया.

अम्मी बीच में लेट गईं और हम दोनों अम्मी के आजू-बाजू में लेट गए.

मुझे अम्मी के पास सोने का बहुत दिन बाद मौका मिला था.
हमने कुछ बातें की फिर हम सो गए.

आधी रात में अचानक से मेरा लंड खड़ा हो गया.
आज मैंने मुठ नहीं मारी थी इसलिए लंड से भी रहा न गया होगा.

मैंने अम्मी की तरफ देखा.
अम्मी मेरी तरफ पीठ करके सो रही थीं.

मैं अम्मी की गांड को घूरने लगा.
अम्मी की गांड बड़ी गदराई हुई है.

मुझे अम्मी के पेट की सिलवटें बड़ी अच्छी लग रही थीं.
अम्मी का पल्लू भी उनकी छाती से हटा हुआ था.
उससे अम्मी का ब्लाउज उनके रसभरे मम्मों से भरा हुआ बड़ा मस्त नजारा दिखाई दे रहा था.

मेरा तो बहुत बुरा हाल था.
मेरा 6 इंच का लंड झटके मार रहा था.

मैंने अम्मी की पीठ से अपना सीना चिपका दिया और सोने का नाटक करने लगा.
कुछ देर तक कुछ भी हलचल नहीं हुई, तो मैंने अम्मी की गांड की दरार में अपना लंड घुसा दिया और अम्मी से चिपक कर सोने लगा.

कुछ देर में मैंने अम्मी की गांड में अपना कड़क हो चुका लंड रगड़ा, तो अम्मी की आंख खुल गई.
मैं सोने का नाटक करता रहा.

अम्मी ने करवट बदली और वे मेरी तरफ मुँह करके सो गईं.
अब अम्मी की चूचियां मेरे नजरों के सामने थीं.
उनका ब्लाउज बहुत टाइट था.

मुझे तो नींद ही नहीं आ रही थी.

मैंने एक हाथ अम्मी के नंगे पेट पर रखा और पेट को सहलाने लगा.
मैं आंख बंद करके ही यह सब कुछ कर रहा था.

मुझे अम्मी का पेट सहलाने में बड़ा मजा आ रहा था.
उनका पेट बहुत नर्म था और उस पर सिलवटें भी बड़ी गदराई हुई मांसल थीं.

जब अम्मी को अपने पेट पर मेरे हाथ का अहसास हुआ तो वे जाग गईं.
मैं वैसे ही सोने का नाटक करता रहा.

अम्मी को लगा कि मैं नींद में हूं और कोई सपना देखते हुए ही यह सब कर रहा हूँ.

उन्होंने फिर से करवट बदली और वे वापस मेरी तरफ पीठ करके लेट गईं.
मैं भी फिर से अम्मी से चिपक कर सोने लगा और अम्मी की गांड पर लंड रगड़ने लगा.

इस बार अम्मी ने कुछ नहीं किया.
उन्हें लगा कि मैं यह सब नींद में कर रहा हूं.

कुछ देर के बाद जब वे गहरी नींद में सो गई.
तब मैंने अम्मी के ब्लाउज के बटन खोल दिए.

अम्मी की नंगी चूचियां देखकर मेरा लंड फड़फड़ाने लगा.
मुझे डर भी लग रहा था कि कहीं बहन ना जाग जाए.

मैंने धीरे से अपनी अम्मी का एक दूध अपने मुँह में ले लिया और पीने लगा.
मैं अम्मी के थन को ऐसे चूस रहा था, जैसे कोई बच्चा अपनी अम्मी के दूध चूसता है.

अम्मी का दूध काफी बड़ा था और मेरे मुँह में नहीं समा रहा था.
इतना बड़ा दूध चूसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था.

मैं आंखें बंद करके अम्मी के दूध चूस रहा था ताकि अम्मी जाग भी जाएं तो समझें कि मैं यह नींद में कर रहा हूं.

अम्मी के मम्मों को मैं खूब चूसने लगा.
कुछ देर बाद अम्मी अचानक से जाग गईं.

मैं बहुत डर गया था लेकिन मैंने अपनी आंखें नहीं खोलीं.

अम्मी का दूध उस वक्त भी मेरे मुँह में ही था.
तब अम्मी ने मेरे मुँह से अपना दूध निकाला और खुद से ही कहने लगीं- यह ब्लाउज भी ना बहुत कसा सा है, अचानक से खुल जाता है.

यह सुनते ही मुझे चैन आया कि अम्मी को मुझ पर शक नहीं हुआ.
उसके बाद अम्मी सो गईं.

मैं उनके एक दूध को मुँह लेकर चूसने लगा और लंड की मुठ मारने लगा.

कुछ देर बाद लंड से रस टपक गया तो मैं उनके दूध को मुँह में लिए हुए ही सो गया.

जब मैं सुबह जागा, तो अम्मी सहन में नंगी नहा रही थीं.
जैसे ही मेरी नजर अम्मी पर पड़ी, मेरा लंड खड़ा हो गया.

अम्मी ने मुझे आवाज लगाई- इमरान बेटा जरा इधर आना!

मैं अम्मी के पास चला गया और पूछा- हां अम्मी, क्या काम है?
अम्मी ने कहा- बेटा आज तेरी बहन क्लास चली गई है, तो तू मेरी पीठ पर साबुन लगा दे.

यह सुनते ही मैं मन ही मन में खुश हो गया.
मैंने झट से हां कह दिया.

मैं अम्मी की गोरी पीठ पर साबुन लगाने लगा.
अम्मी के पेट और कमर की सिलवटें देखकर मेरा बुरा हाल हो रहा था.

मैं बीच-बीच में अपने लंड पर हाथ फेर रहा था.
अम्मी की पीठ बड़ी कोमल थी.

मेरी अम्मी बड़ी भोली औरत हैं.
वे मुझे बड़ा नेक लड़का समझ रही थीं.
लेकिन मैं बड़ा हरामी किस्म का बालक हो गया था.

अम्मी मुझसे कहने लगीं- बेटा रात को मेरा ब्लाउज खुल गया था. इस वजह से मेरा एक दूध तेरे मुँह में आ गया था. तू सोया हुआ था, इसलिए तुझे पता नहीं चला होगा. उसके लिए मैं तुझे सॉरी कहती हूं.
मैंने अम्मी से कहा- अरे सॉरी किस बात का अम्मी … मैं आपका यह दूध पीकर तो बड़ा हुआ हूं!

अम्मी ने कहा- हां पर तब तो तू बच्चा था न … अब तो बड़ा हो गया है. इसलिए मुझे अच्छा नहीं लगा.

मैंने हंसते हुए कहा- यह क्या बात हुई मां. मैं तो आपके लिए अभी बच्चा ही हूं. मैं तो चाहता हूं कि मैं अब भी आपका दूध पी लूं!

अम्मी ने कहा- लेकिन बेटा अब मेरी छातियों में कहां दूध आता है. मेरी छातियां सूख चुकी हैं.
मैंने कहा- नहीं मां, दूध तो अब भी आता होगा.
अम्मी ने हंस कर कहा- नहीं रे, अब कहां का दूध आएगा!

बात चलती रही और अम्मी मेरे साथ चूचियां चुसवाने को लेकर बात करती रहीं.
उसी बीच मैंने अम्मी की पीठ पर साबुन मलने के बहाने उनकी चूचियों को दबा कर देख लिया था.

उस वक्त अम्मी को पता चल गया था कि मैंने उनकी चूची को दबाया है, पर वे कुछ नहीं बोलीं.
उसी दिन दोपहर में मैंने अम्मी से कहा कि अम्मी क्या मैं आपकी छातियां एक बार चूस कर देख सकता हूँ?

अम्मी ने कहा- अरे तू तो बहुत जिद्दी है!
मैंने कहा- अम्मी प्लीज.

वे बोलीं- अभी नहीं, आज रात जब हम सोएंगे … तब देख लेना.
मैंने कहा- आप झूठ तो नहीं कह रही हैं?

वे- नहीं, मैं तुझसे झूठ नहीं कह रही हूँ.
मैंने कहा- ठीक है मां, सोते समय मैं और बहन आपकी छातियां चूस कर देखेंगे.

अम्मी ने कहा- ठीक है बाबा ठीक है … देख लेना चूस कर … बस अब खुश!
मैंने हंस कर अम्मी के गाल पर चुम्मी ले ली.

वे हंसने लगीं.
उसी रात को मैं अम्मी और बहन सोने की तैयारी करने लगे.

मैंने अम्मी से कहा- चलो खोलो अपना ब्लाउज, हम देखते हैं आपकी छातियों में दूध है या नहीं?
मेरी बहन को यह सुनते ही कुछ हैरत हुई.

फिर मैंने और अम्मी ने उसे सारी बात बताई.
अब वह भी राजी हो गई.

अम्मी ने अपना ब्लाउज उतार दिया. अम्मी की चूचियां आजाद हो गईं.
उनकी चूचियों के निप्पल थोड़े काले थे.
मेरा तो लंड एकदम खड़ा हो गया.

फिर एक दूध मेरी बहन ने अपने मुँह में ले लिया और एक मैंने.

हम दोनों बहन भाई अम्मी के मम्मों को चूसने लगे.
मुझे तो बड़ा मजा आ रहा था.

कुछ देर के बाद अम्मी ने कहा- बताओ आ रहा है दूध?
मैं तो बड़े मजे से अम्मी की चूची को चूस रहा था.
उधर बहन भी लगी हुई थी.

मैंने कहा- अम्मी दूध तो नहीं आ रहा है लेकिन मजा बहुत आ रहा है. कितनी मुलायम है आपकी चूचियां … मेरा तो दिल कर रहा है कि बस पीता ही रहूं.

अम्मी ने कहा- अब बस भी कर बेटा, मेरी चूचियां दुख रही हैं.
मैंने कहा- कल फिर से चुसवा लेना!
अम्मी ने कहा- हां, कल और चूस लेना.

फिर अम्मी ने अपना ब्लाउज बंद कर दिया और सोने लगीं.
लेकिन मुझे अब नींद कहां आने वाली थी. मैं तो अब अम्मी को चोदना चाहता था.

फिर कुछ देर बाद मुझे भी नींद आ गई.

रात के करीब 2:00 बजे मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि मेरी बहन अपनी चूत में उंगली कर रही है और अपनी चूचियां मसल रही है.
यह देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया.

उसकी आंखें बंद थीं.

मुझसे रहा नहीं गया, मैं उसके बाजू में चला गया और उसे अपनी बांहों में ले लिया.
वह झट से उठ गई.

मैंने उसे इशारे से चुप रहने को कहा, तो वह चुप हो गई.
मैंने अपना लंड बाहर निकाला और बहन के मुँह पर रख कर इशारे से कहा- इसे चूस!

वह मना करने लगी.
मैंने उसके कान में कहा- मैंने तुम्हें चूत में उंगली करते देख लिया है, अब नाटक मत करना.
उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.

वह बड़ी कामुक हो चुकी थी और किसी रंडी की तरह लंड चूसने लगी थी.
अब मैंने बहन को नंगी कर दिया और उसके बूब्स चूसने लगा.

वह सिसकारियां लेने लगी, उसकी चूत से पानी बहने लगा.
फिर मैंने कुछ देर उसकी चूत को चाटा और बाद में उसकी चूत में अपना लंड लगा दिया.

मेरी बहन की चूत बहुत टाइट थी, लंड जा ही नहीं रहा था.
मैं किचन से तेल लाया और लंड पर मला और उसकी चूत पर भी डाल दिया.

अम्मी बाजू में ही सो रही थीं, वे गहरी नींद में थीं.

मैं बहन की चुदाई कर रहा था और डर भी रहा था कि कहीं अम्मी जाग ना जाएं.

कुछ देर बाद मैंने बहन की चूत में ही अपना पानी गिरा दिया और अम्मी के बाजू आकर सो गया.

कुछ देर बाद मेरा लंड दुबारा से खड़ा हो गया तो मैं अम्मी से चिपक गया और उनकी गांड में लंड रगड़ने लगा.

मैंने अम्मी का पेटीकोट ऊपर उठा दिया और अपना लंड अम्मी की चूत पर सैट करने लगा.
अम्मी की चूत खुली थी, तो लंड आसानी से अन्दर घुस गया.

मैं धक्के देने लगा.

अम्मी अचानक से जाग गईं और कहने लगीं- यह क्या कर रहा है बेटा … छोड़ मुझे!
मैं डर गया और मैंने लंड बाहर निकाल लिया.

अम्मी ने कहा- बेटा यह सब क्या है?
मैंने रोने का नाटक किया और कहने लगा कि अम्मी मुझसे गलती हो गई. मैं खुद को संभाल नहीं पाया.

अम्मी को मुझ पर तरस आ गया.
अम्मी ने कहा- चुप हो जा बेटा … जवानी में यह सब होता है.

मैंने अम्मी से कहा- सॉरी मां, मैंने आज तक किसी को नहीं चोदा. बस एक बार मुझे चोद लेने दो अम्मी … बस एक बार मां!
वे कुछ पल रुकीं, फिर उन्होंने कहा- ठीक है बेटा, तू एक बार मुझे चोद लो. लेकिन किसी को बताना मत. तेरे अब्बा को भी पता नहीं चलना चाहिए और ना ही तेरी बहन को!

मैंने कहा- ठीक है अम्मी किसी को पता नहीं चलेगा.
अम्मी ने कहा- चल ठीक है … आ जा. लेकिन आराम से चोदना, कहीं तेरी बहन ना जाग जाए.

मैंने कहा- हां, मैं आहिस्ता आहिस्ता करूंगा मां!
फिर मैंने अम्मी को नंगी कर दिया और उनके शरीर को चूमने लगा.

अम्मी ने कहा- अभी ज्यादा समय नहीं है, जल्दी से चोद लो बेटा, वर्ना तेरी बहन उठ जाएगी.
मैं अम्मी की चूत में अपना मोटा लंड पेल कर उन्हें चोदने लगा.

कुछ समय बाद मैं अम्मी की चूत में ही झड़ गया.
अम्मी को भी एक जवान लंड से चुदवा कर मजा आ गया था.

हॉट अम्मी सेक्स के बाद अब हम दोनों सो गए.
उसके बाद मैंने किस तरह से अम्मी के सामने ही बहन को चोदा और अम्मी ने भी उसकी चुदाई देख कर अपनी चूत खोल दी.

उस दिन से मैं अपनी अम्मी और बहन दोनों को जब चाहे चोद लेता हूँ.

यह सब कैसे हुआ, वह मैं आपको अगली सेक्स कहानी में लिखूँगा.

तो दोस्तो, आपको मेरी यह हॉट अम्मी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे मेल करके जरूर बताएं.
[email protected]

इससे आगे की कहानी: दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 1

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