हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम सुनीता है. मैं आप सबको अपनी चुदाई की कहानी बताने जा रही हूँ और ये कहानी मेरे और मेरे पड़ोसी की है. हम दोनों ने कैसे चुदाई की और आज भी कैसे चुदाई करते हैं, ये सब मैं आज आपको अपनी इस सेक्स कहानी में बताऊँगी.
मेरी एक सहेली है, जो पड़ोस में बहुत सारे बॉयफ्रेंड बना चुकी है और वो उन सबसे चुदवाती भी है.
मैं अपनी कहानी बताने से पहले आपको सबको अपने बारे में बता दूँ. मैं बहुत सेक्सी लड़की हूँ और मेरा बदन बिलकुल गोरा है. मेरी चूचियों का आकार बहुत उभरा हुआ और मादक है. मेरी गांड भी बाहर की तरफ निकली हुई है. जब मैं मटक कर चलती हूँ तो लोगों की कामुक निगाहें मेरी गांड पर ही टिकी रह जाती हैं, वे मेरी हिलती गांड को देख कर अपना लंड सहलाने लगते हैं. ऊपर से मैं हमेशा टाइट कपड़े पहनती हूँ, जिससे मेरे कटावदार एंड और अधिक सेक्सी लगते हैं.
मेरी सहेली तो अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाती रहती है और साली जब वो मुझे ओनी चुदाई के बारे में मुझे बताती है, तो मैं भी उसकी चुदाई की बातें सुनकर किसी से चुदवाने को आतुर हो जाती थी.
मेरी इच्छा को भड़काने के नजरिये से मेरी सहेली कभी कभी तो मेरे सामने ही अपने बॉयफ्रेंड से गंदी बातें करने लगती थी. वो अपने बॉयफ्रेंड से बहुत देर तक कॉल पर बात करती थी. उसका कोई न कोई बॉयफ्रेंड उसको कॉल करता रहता था और वो मेरे सामने खुलकर उनसे चुदाई की बातें करती रहती थी. उसकी इन कामुक और रसीली बातें सुनकर मैं भी गर्म हो जाती थी.
मेरी सहेली इतनी बड़ी चुदक्कड़ है कि वो रोज एक नए लंड से चुदवाती थी. उसने ही ये सब बातें मुझे बताई थीं कि बार बार एक ही लड़के के लंड से चुदवाने में उसको मजा नहीं आता है.
उसकी इन गर्म बातों को सुनकर मैं अपनी सहेली से बोली- मुझे भी किसी से चुदवाने का मन करता है.
मेरी इस इच्छा पर उसने मुझसे बोला कि ठीक है, वो मेरे लिए एक लंड की जुगाड़ करवा देगी.
दूसरे दिन मेरी सहेली ने मुझे एक पड़ोसी के बारे में बताया, जिससे मेरी सहेली चुदवा चुकी थी. वो पड़ोसी लौंडा देखने में बहुत स्मार्ट है. मुझे उसको देखते ही उससे चुदवाने का मन करने लगा. लेकिन मैं उससे बात नहीं कर सकती थी क्योंकि हम दोनों लोग एक दूसरे से इस तरह से नहीं खुले हुए थे. हालांकि हम दोनों लोग एक दूसरे से कई बार रास्ते में मिले थे, चूंकि वो मेरा पड़ोसी था तो हम दोनों लोग कभी कभी रास्ते में मिल ही जाते थे. तब भी आज से पहले हम दोनों एक दूसरे से बात नहीं करते थे.
मेरी सहेली उससे चुद चुकी थी, तो वो उससे खूब बिंदास बात करती थी. फिर किसी तरह से मेरी सहेली ने उससे मेरी दोस्ती करवा दी. कुछ ही दिनों में मैं और मेरा वो पड़ोसी एक दूसरे से बातें करने लगे.
अब मुझे चुदना था लेकिन मुझे उसके तरह से सेक्स करने के बारे में ज्यादा कुछ नहीं मालूम था, तो मैं हमेशा उससे सेक्स के बारे में कुछ न कुछ पूछती रहती थी.
मेरी सहेली बहुत बड़ी चुदक्कड़ थी, तो वो मेरी बहुत सहायता करती थी. मेरी सहेली जब अपनी चुदाई की बातें मुझे बताती रहती थी, उसकी गर्म बातों से मेरी चूत गीली हो जाती थी और मुझे बड़े लंड से चुदवाने का मन करने लगता था.
मेरी सहेली तो अपने बॉयफ्रेंड से गांड भी मरवाती थी. वो साली लेस्बो भी होने को तैयार रहती थी. जब वो मुझसे या मेरे सामने अपने किसी चोदू से बात करते वक्त ज्यादा गर्म हो जाती थी, तो वो मुझे किस करने लगती थी. उसकी बातें सुनकर मुझे भी चुदास चढ़ जाती थी, तो हम दोनों लोग कभी कभी लेस्बो भी कर लेते थे. मेरी सहेली मेरी चूत चाटती थी और मैं उसकी चूत चाटती थी.
एक दिन मेरी सहेली अपने घर पर अकेली थी. हम दोनों में उस वक्त भी उस पड़ोसी लड़के से चुदवाने की बात होने लगी. मैंने उससे चुदने के लिए जगह की बात की तो उसने मुझे बताया कि मैं अपने पड़ोसी के साथ उसके घर पर चुदवा सकती हूँ.
चुदाई का दिन फिक्स हो गया. उस दिन मेरी सहेली ने भी अपने एक दूसरे बॉयफ्रेंड को चुदाई के लिए बुला लिया था. जो पड़ोसी लौंडा मुझे चोदने आने वाला था, उसने उसको भी अपने घर बुला लिया था.
हम चारों लोग मेरी सहेली के घर पर थे. मेरी सहेली अपने बॉयफ्रेंड के साथ दूसरे रूम में चली गई थी और मैं अपने पड़ोसी लौंडे के साथ दूसरे रूम में थी. मुझे शुरुआत में बहुत डर लग रहा था लेकिन मेरी रांड सहेली को इस सबकी आदत थी, इसलिए उसको जरा भी डर नहीं लग रहा था.
मैं अपने पड़ोसी लौंडे के साथ रूम में आ गई और हम दोनों लोग एक दूसरे को किस करने लगे. उधर दूसरे रूम में मेरी सहेली अपने बॉयफ्रेंड से चुदवा रही थी. उसकी गर्मागर्म आवाजें आ रही थीं. जिससे मेरी उत्तेजना भड़कने लगी. मेरा पड़ोसी मुझे किस कर रहा था और मेरी चूत को मेरे कपड़े के ऊपर से सहला रहा था.
कुछ ही देर में मैं भी गर्म हो गयी थी और अपने पड़ोसी को किस करने लगी. जल्दी ही मेरी चूत से पानी निकलने लगा. इस वक्त मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था. मेरा पड़ोसी लौंडा मेरे पीछे आ गया और मेरी गर्दन को किस करते हुए मेरी चूची को दबाने लगा. उसकी गर्म चुम्मियों और चूची दबाने से मैं मादक सिस्कारियां लेने लगी. वो मेरी चूची को मसलने और दबाने के बाद मेरी टांगों को मसलने लगा.
अब मुझे लंड घुसने की सोच कर बहुत डर लगने लगा था, तो मेरे पड़ोसी ने मुझसे बोला- डरो मत, मैं तुम्हें बहुत आराम से करूँगा.
मुझे उसकी बातों से काफी राहत मिली और इसके बाद हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.
उस लड़के ने मुझे किस करने के बाद मेरे कपड़े निकाल दिए और मैं ब्रा और पेंटी में रह गयी. वो मेरे जिस्म को जीभ से चाटने लगा. मुझे एक अजीब सा अहसास हो रहा था. वो बहुत शानदार तरीके से मेरे जिस्म को चाट चूम रहा था. फिर उसने मेरी ब्रा को भी निकाल दिया और मेरी चूची को दबाने मसलने लगा. उसके बाद वो मेरी चूची के निप्पल को अपने होंठों में दबा कर चूसने लगा. एक बार उसने मेरे निप्पल को खींचते हुए काटा, जिससे एकदम से मेरे मुँह से मीठी कराह निकल गई.
इसके बाद उसने मेरे होंठों को भी खूब चूसा. अब मैं भी गर्मा गई थी और बिंदास होकर उसके होंठों को चूस रही थी. तभी उसने एक हाथ नीचे करके मेरी पेंटी निकाल दी और मैं उसके सामने नंगी हो गयी.
उसने मुझे बिस्तर पर चित लिटा दिया और वो मेरी चूत को चाटने लगा. उसकी नुकीली जुबान मेरी चूत की फांकों को ऊपर से नीचे तक चाटे जा रही थी, जिससे मेरी टांगें खुद ब खुद फ़ैल गईं और मैं चुदासी सिसकारियां लेने लगी.
उसके बाद उसने मेरी दोनों टांगों को पकड़ कर पूरा खोल दिया और मेरी चूत में अपनी दो उंगलियों को डाल दिया. वो मेरी चूत को अपनी उंगलियों से चोदने लगा.. जिससे मेरी चूत से पानी भलभल करके निकलने लगा.
उसने मेरी चूत को खूब चाटा, उसके बाद वो मेरे होंठों को चूस कर मुझे ही मेरी चूत के पानी का स्वाद चटाने लगा. मुझे अपनी चूत का पानी एकदम नमकीन अमृत सा लग रहा था.
इसके बाद उसने अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया और अपना लंड मुझे हिलाने के लिए बोला. मैं मदहोशी के आलम में उसके लंड को हिलाने लगी. जब मैं उसके लंड को हिला रही थी, तब वो अपनी आंखें बंद करके मजा ले रहा था. मुझे उसका लंड चूसने का मन कर रहा था लेकिन मैं शर्मवश कुछ हिचक रही थी.
तभी उसने अपना लंड मुझे चूसने के लिए बोला और मैं लपक कर उसके लंड को चूसने लगी. उसके मुँह से गर्म आहें निकलने लगीं. वो लंड चुसाई के मजे ले रहा था. जब मैंने उसका लंड चूस कर गीला कर दिया, तो उसने मेरे मुँह से मेरी पसंदीदा कुल्फी खींच ली. मुझे ऐसा लगा, जैसे किसी बच्चे से उसका खिलौना छीन लिया गया हो.
अब वो मेरी चूत को दुबारा से चाटने लगा. मेरी चूत फिर से गीली हो गयी और मेरी चूत से पानी निकलने लगा. उसने मेरी चूत को चाटने के बाद अपना लंड मेरी चूत पर रखा दिया और लंड के सुपारे को मेरी चूत की फांकों पर रगड़ने लगा. लंड के इस मस्त अहसास से मैं मैं मादक सिस्कारियां लेने लगी. मुझे इस वक्त लंड से डर लगना भी खत्म हो गया था.
उसने कुछ पल मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ा और इसके बाद अपना लंड मेरी चूत में एक झटके में पेल दिया. हालांकि मैं पहले चुद चुकी थी, लेकिन इस बार मेरी चूत में काफी दिनों बाद किसी का मोटा लंड घुसा था. जिससे मुझे हल्का सा दर्द हुआ. वो मेरे दर्द की परवाह किये बिना मेरी चूत में अपना पूरा लंड डाल कर मेरी चूत को चोदने लगा.
आज मेरी चूत में बहुत दिन के बाद लंड जा रहा था, तो मुझे उससे चुदवाने में बहुत अच्छा लग रहा था. अब मेरी चूत में उसका लंड बड़ी तेजी से अन्दर बाहर हो रहा था, तो मुझे बहुत सुखद अनुभव हो रहा था. मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मेरी चूत की खुजली को मिटाने में उसका लंड बड़ा ही मस्त मजा दे रहा था.
चुदाई के दौरान हम दोनों लोग एक दूसरे को खूब किस भी कर रहे थे. वो कभी कभी मेरी गर्दन को किस कर रहा था और साथ ही में तेज झटके लगा कर मेरी चूत को चोदे जा रहा था. हम दोनों लोग की चुदाई की आवाज से पूरा रूम गूंज गया था. हम दोनों भी चुदाई करते समय बिंदास तेज आवाजें निकाल रहे थे. जिससे मेरी आवाजें बगल वाले कमरे में मेरी सहली और उसके चोदू दोस्त को सुनाई दे रही थीं.
पड़ोसी लौंडे का लंड मेरी चूत में ताबड़तोड़ आ जा रहा था और मैं गर्मागर्म सिस्कारियां लिए जा रही थी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
मेरा पड़ोसी जब मेरी चूत को जोर जोर से चोद रहा था, तो मेरी सांसें एकदम से तेज चलने लगी थीं. मैं उससे ‘तेज तेज.. चोदो.. आह मजा आ रहा है.. आह..’ की आवाज कर रही थी. वो भी मुझे बड़ी मस्ती से चोद रहा था. जब कभी कभी वो मेरी चूचियों को भींच कर मुझे जोर जोर से चोदने लगता था, तो मैं चिल्लाने लगती थी.
हम दोनों लोग धकापेल चुदाई कर रहे थे. वो मुझे चोदते चोदते बोल रहा था- आह डार्लिंग.. तुमको चोदने में बहुत मजा आ रहा है.. तुम्हारी चूत बड़ी टाईट है.
कुछ ही देर में मुझे ऐसा लगने लगा कि वो मेरे होंठों को चूसते हुए मेरी चूत को भोसड़ा बनाने के नजरिये से चोदे जा रहा था. उसकी तगड़ी चोटों से मेरे मुँह से चुदासी आवाजें निकल रही थीं. जितना जोर से मैं चिल्लाती उतना ही वो और जोर लगाकर मेरी चूत को चोदने लगता था. हम दोनों लोग की चुदाई से बिस्तर भी गर्म हो गया था.
कुछ ही देर में चुदाई से हम दोनों थक से गए थे. तभी उसने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और मेरी चूत को चाटने लगा. मैं भी उससे अपनी टांगें हवा में उठा कर अपनी चूत चटवा रही थी. मुझे लंड से चुदने बाद जीभ से चूत चटवाने में ऐसा लग रहा था, जैसे वो मेरी चूत की सिकाई कर रहा हो.
कुछ देर तक चूत चाटने के बाद उसने फिर से अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और मेरी चूत को हचक कर चोदने लगा. मेरी चूत को चोदते हुए वो कहे जा रहा था- आह साली रांड, तेरी गांड भी बहुत मस्त है. इसके बाद तेरी गांड का नम्बर है.
मैं मस्ती से बड़ाबड़ाए जा रही थी- साले हरामी … पहले मेरी चूत तो शांत कर दे. साली बहुत लंड लंड करती है. आह … चोद कमीने.
वो और भी तेजी से मेरी चूत को चोदने लगा था.
करीब बीस मिनट की धमाकेदार चुदाई के बाद मैं एकदम से अपने शरीर को ऐंठने लगी मेरे हाथों की मुट्ठियों ने बिस्तर की चादर को भींच लिया था. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरे जिस्म का कोई हिस्सा कट रहा हो. मैं बिस्तर की चादर पकड़ कर एकदम से झड़ने लगी. मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया था, जिससे उसके लौड़े की चोटों से मेरी चूत से फचक फचक की आवाजें आने लगीं.
फिर कुछ ही देर बाद वो भी तेज तेज झटके देते हुए सीत्कार करने लगा. अब वो भी झड़ने को हो गया था. इस बीच मैं फिर से गर्मा गई थी. फिर दो मिनट बाद हम दोनों लोग सेक्स करते करते झड़ गए और हम दोनों लोग का पानी निकल गया.
हम दोनों लम्बी चुदाई करने के बाद काफी थक गए थे. इसलिए एक दूसरे से चिपक कर कुछ पल यूं ही निढाल पड़े रहे. फिर जब मेरी चेतना लौटी और मेरी आंखें खुलीं तो मैं उसको किस करने लगी.
दोनों ने इस मस्त चुदाई के बाद कुछ देर आराम किया और कुछ देर तक एक दूसरे से चिपक करके यूं ही लेटे रहे. हम दोनों लोगों के जिस्म की गर्मी निकल चुकी थी और इस वक्त हम दोनों को एक दूसरे से चिपक कर चुम्मियां लेने में बड़ा मजा आ रहा था. इसका नतीजा ये हुआ कि कुछ देर आराम करने के बाद हम दोनों दुबारा चुदाई के लिए तैयार हो गए.
अबकी बार उसने मुझे बोला- कुतिया बन जा.
मैं झट से अपनी गांड हिलाते हुए कुतिया बन गयी. उसने मुझे कुतिया बनाकर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और मेरी चूत को चोदने लगा.
हम दोनों फिर से मस्त सेक्स करने लगे. जब वो मुझे कुतिया बनाकर चोद रहा था, तो उसने मेरी गांड को दबाया और चमाट मारते हुए मेरी चूत को चोदने लगा. वो मुझे इस अवस्था में चोदते चोदते मेरी कमर को पकड़ कर मेरी चूत में लंड घुसा कर बड़े आराम से चोद रहा था. हम दोनों लोग मस्ती से सेक्स कर रहे थे, जिससे मेरी चूचियां हौले हौले हिल रही थीं. वो कभी कभी लंड निकाल कर मेरी चूत को चाटने लगता था और उसके बाद जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को चोदने लगता था.
इस तरह से मेरी चुदाई कभी नहीं हुई थी. मुझे उससे चुदने में बड़ा मजा आ रहा था.
इसी तरह से हम दोनों लोग चुदाई करते करते पूरी मस्ती से एन्जॉय कर रहे थे. इस बार हम दोनों दूसरी बार सेक्स कर रहे थे. मुझे उससे चुदवाने में बहुत अच्छा महसूस हो रहा था और वो मुझे बहुत अच्छे से चोद रहा था. जब वो लंड निकाल कर मेरी चूत चूसने लगता तो मैं पीछे हो कर उसका लंड भी चूस लेती थी.
मेरी सहेली भी उससे बहुत चुदवाती थी. आज मैं भी उससे चुदवा रही थी. उसका लंड बहुत मोटा था. उसका मोटा लंड मेरी चूत जब अन्दर तक चोट करता था, तो मेरी चूत पानी से गीली हो जाती थी.
हम दोनों इस पोजीशन में काफी देर तक सेक्स करते रहे. वो कभी कभी मेरी चुचियों को पकड़ मुझे घोड़ी सा चोदने लगता था. जिससे मुझे जन्नत का मजा मिलने लगता था. उससे चूचियां मिंजवाते हुए चुदने में मुझे असीम आनन्द आ रहा था.
कुछ ही देर बाद मैंने उससे कहा कि मैं अब आने वाली हूँ.
तो वो भी बोला- बस मेरा भी होने वाला है.
दस बीस तगड़े शॉट मारने के बाद हम दोनों एक साथ ही झड़ गए. उसने अपना लंड खींच कर पानी मेरी गांड पर छोड़ दिया.
उसके बाद हम दोनों लोग एक दूसरे की बाँहों में आराम करने लगे.
मेरी सहेली अपने बॉयफ्रेंड के साथ दूसरे रूम में चुदवा रही थी. शायद उसको देर तक चुदवाना था, तो हम दोनों ने चुदाई करने के बाद अपने कपड़े पहने और वो पड़ोसी अपने घर चला गया.
मैंने अपनी सहेली से जाने के लिए आवाज दी, तो मेरी सहेली ने मुझे रुकने के लिए बोला.
मैं चुदवाने के बाद उसके घर रुक गई. वो अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाने के बाद बाहर आई और उसका बॉयफ्रेंड भी कुछ देर के बाद अपने घर चला गया.
मैं और मेरी सहेली हम दोनों लोग चुदाई करवाने के बाद बहुत खुश थे. उसने मुझसे पूछा कि लंड कैसा लगा.
मैंने चटखारे लेते हुए कहा- मस्त लौड़ा था.
मेरी सहेली हंस पड़ी.
अब तो मेरी सहेली मुझे नए नए लंड से चुदवाती है.
आप सबको मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी. आप सब मुझे मेल करके बताएं. आप सब मेरी कहानी का फीडबैक जरूर देना. आपके मेल का इंतजार रहेगा.
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