दोस्तो, मेरा नाम सनी है, मैं साधारण कद काठी का एक नौजवान हूँ, मेरी उम्र अभी 34 साल है और मेरी पत्नी रीना की उम्र 32 साल है। रंग गोरा है, कसा हुआ बदन, फिगर 34-30-36 है। खास बात यह है कि वो देखने में बहुत सेक्सी लगती है। अब मेरे साथ जब वो कहीं भी जाती है तो लोग अक्सर उसको बहुत घूर घूर कर देखते हैं।
वो अक्सर कहती है- यार, क्या चक्कर है, मैं बिल्कुल बिना मेकअप के आई हूँ, बिल्कुल सड़ी हुई, नहाई नहीं, मुँह भी नहीं धोया, पर फिर भी लोग कैसे घूर घूर कर देख रहे हैं।
अब खास बात यह है कि रीना का चेहरा बहुत बचकाना है, बच्चों सा भोलापन है उसके चेहरे पर और ऊपर से उसकी खूबसूरत मुस्कान और कातिल नज़र। उसकी आँखें और मुसकुराते होंठ सबको अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। शायद यही वजह है कि वो बहुत जल्दी सबकी चहेती बन जाती है।
एक उसको सबसे बातचीत करना बहुत पसंद है, उसका बातूनी होना भी सबको प्यारा लगता है।
खैर ये तो रही उसकी बात। मगर उसके इस तरह से सबके बीच पापुलर होने से मुझे अक्सर हीन भावना का शिकार होना पड़ता है। मुझे लगता है कि सब उसको ही चाहते हैं, मुझे कोई पसंद नहीं करता। शादी को हमारी 6 साल हो चुके हैं। मगर हमारे अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है। यह दूसरा कारण है जिस वजह से रीना को मेरे सभी यार दोस्त, रिश्तेदार, पड़ोसी सब के सब बड़ी भूखी निगाह से देखते हैं। सबको लगता है कि मेरे में ही कोई कमी है, जो रीना को अभी तक बच्चा नहीं हुआ। और इसी वजह से हर कोई रीना पर अपनी मर्दानगी दिखाना चाहता है।
औरतें तो उसे पसंद करती हैं, मगर मर्द उसे चाहते हैं। सबको लगता है कि अगर रीना उन से चुद जाए, तो वो उसकी गोद हरी कर देंगे। कुछ तो डींग भी मारते हैं कि बेटा दे देंगे। मैं इस वजह से बहुत अंदर ही अंदर घुटता हूँ। कई तरह की दवाई बूटी, टूने टोटके करता रहता हूँ। ताकि रीना प्रेग्नेंट हो जाए, अपनी मर्दानगी बढ़ाने के लिए भी कुछ न कुछ दवाई बूटी खाता हूँ। इस वजह से मेरे लंड की अकड़ और सेक्स करने का टाइम काफी बढ़ गया।
अब एक बार शुरू करता हूँ, तो आधे पौने घंटे तक मैं रीना को लगातार चोदता हूँ। अब 6 साल से वो इतनी इतनी देर तक चुदती है तो उसे भी यही पसंद आता है कि जब कोई मर्द उस पर चढ़े तो एक घंटे से पहले न उतरे। जहां तक मुझे लगता है कि रीना ने मुझसे चोरी शायद एक दो और लोगों से भी सम्बन्ध बनाए होंगे, मगर जब वो 5-10 मिनट में ही पानी गिरा कर उतर गए तो, रीना को मज़ा नहीं आया। तभी उसने कभी गैर मर्द को घास नहीं डाली।
बेशक मुझे अभी भी डर लगता है कि कहीं रीना किसी और के पास सेट न हो जाए। क्योंकि मुझे पता है कि माँ बनने के लिए कोई औरत किसी भी हद तक जा सकती है। वैसे हम दोनों में बहुत प्यार है, रीना मुझे बहुत प्यार करती है, मेरी हर छोटी छोटी बात का भी ख्याल रखती है। सेक्स में उसने आज तक मुझे कभी ना नहीं कहा। उसे खुद भी सेक्स करना और सेक्सी क्रियाकलाप करने बहुत पसंद है।
आज भी घर में हम किसी भी जगह सेक्स करते हैं। रात को हमेशा बिल्कुल नंगे सोते हैं। रीना मेरे लंड को भी बहुत प्यार करती है, इसे खूब चूसती है। मेरा माल भी पी जाती है। मैं भी उसकी चूत बहुत चाटता हूँ। वो तड़पती है, छटपटाती है, मगर मैं उसकी चूत तब तक चाटता हूँ, जब तक कि उसका पानी नहीं गिर जाता। हम एक दूसरे के ऊपर और मुँह में पेशाब कर लेते हैं। एक दूसरे का पेशाब पी भी जाते हैं, हमें एक दूसरे से कोई घिन नहीं आती। अक्सर टीवी पर ब्लू फिल्म चला कर ही सेक्स करते हैं, जो जो पोज फिल्म के किरदार करते हैं, वही सब पोज हम भी करते हैं.
ज़िंदगी अपनी रफ्तार से चल रही थी।
एक बार हमने प्रोग्राम बनाया कि चलो कहीं घूम कर आते हैं। मेरे पास अपनी कार नहीं थी तो मैंने अपने एक दोस्त की गाड़ी ले ली। गाड़ी पुरानी सी थी मगर अच्छी चल रही थी। मैं और रीना शहर से बाहर एक होटल में गए, वहाँ हमने खूब मज़े किए, खाया पीया, घूमे। रात को दो बार सेक्स भी किया।
अगले दिन हम दोनों ने थोड़ा और आगे घूम कर आने का प्रोग्राम बनाया। हमने एक बाईक हायर की और दोनों उस बाईक पर घूमने निकले। करीब 10 किलोमीटर दूर एक पुराना महल था, जिसे देखने लोग जाते थे। हम भी गए, हमने बहुत सी तस्वीरें भी खींची। कुछ और लोग भी वहाँ घूमने आए थे, मगर फिर भी बहुत कम ही लोग थे। दो चार जोड़े और थे, मगर वो सब प्रेमी जोड़े थे, जो इस महल के अंधेरे कोनों में अपनी हवस को शांत करने आए थे। एक दो जगह हमने भी देखा कि कोई लड़का लड़की आपस में एक दूसरे के होंठ चूस रहे हैं, कहीं कोई लड़का किसी लड़की के मम्मे दबा रहा था. और एक जगह तो एक लड़की अपने प्रेमी का लंड चूस रही थी।
ऐसे दो चार नज़ारे देख कर हमारे भी अरमान जाग रहे थे, मेरा भी दिल कर रहा था कि किसी अंधेरे कोने में लेजाकर रीना के साथ कुछ मस्ती कुछ छेड़खानी करूँ। मूड तो रीना का भी था, मगर वो फिर भी ना ना करती जा रही थी।
खैर जब हम वो उजाड़ सुनसान सा महल देख कर बाहर निकले तो मौसम और भी सुहावना हो गया था। आसमान में घने बादल छा गए थे, और लग रहा था कि जैसे जोरदार बारिश आएगी। हमने वापिस जाने में ही भलाई समझी और बाईक उठाई और वापिस चल दिये।
थोड़ा आगे गए थे कि हमारी बाईक ही पंचर हो गई। अब क्या करें? आस पास बिल्कुल निर्जन, उजाड़, पहाड़ी रास्ता। कोई आस पास नहीं दिख रहा था। हमने सोचा कि थोड़ा आगे चल कर देखते हैं। काफी दूर हम पैदल ही चल कर आए, चलते चलते हम लोग थक चुके थे। ऊपर से मुसीबत यह कि बारिश शुरू हो गई। पहले हल्की थी, फिर तेज़ हो गई। हम दोनों तो बुरी तरह से भीग गए। हम एक पेड़ के नीचे खड़े अपने आप को बारिश से बचाने का प्रयास कर रहे थे, मगर फिर भी पूरी तरह से भीगे हुये थे।
सुर्ख लाल साड़ी में रीना का भीगा हुआ गोरा बदन जैसे दमक रहा था। उसके ब्लाउज़ का भी थोड़ा लो कट था, तो साड़ी में से ही उसका छोटा सा मगर बहुत ही आकर्षक क्लीवेज दिख रहा था। मौसम को देखकर मेरा भी मन मचल रहा था, मैंने रीना से कहा- ए सुन, यहाँ तो आस पास भी कोई नहीं है, और इस बारिश में यहाँ आने वाला भी कोई नहीं है, क्यों न यहाँ इस सड़क पर ही सेक्स करें। कितना मज़ा आएगा। कितना आज़ाद, उन्मुक्त सेक्स होगा। सारी उम्र याद रहेगा।
मगर रीना बोली- और अगर कोई आ गया तो क्या? उनके सामने नंगे भागना पड़ेगा, फिर कपड़े कहाँ पहनेंगे। और अगर कोई बदमाश आ गया तो क्या होगा?
मैंने हंस कर कहा- अरे बदमाश आ गया तो उसे भी अपने साथ ही शामिल कर लेंगे। दोनों भाई मिल कर तेरे मज़े लेंगे।
मगर रीना शरारती सी मुस्कान के साथ बोली- नहीं जी, मुझे कोई मज़ा नहीं करना। बस ये बारिश बंद हो तो वापिस अपने होटल पहुंचे और वहीं जाकर मज़े करेंगे।
मगर बारिश थी कि बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी। करीब एक घंटा हम वहीं पेड़ के नीचे खड़े रहे। ठंड तो नहीं थी, मगर भीग रहे थे, तो जुकाम होने का सर्दी लगने का डर तो था ही।
कुछ देर बाद दूर से एक बड़ी सी गाड़ी आती दिखी। हमने सोचा क्यों न इसी में लिफ्ट लेकर आगे चलते हैं। हमारा होटल भी अभी काफी दूर था, तो कुछ तो रास्ता कटेगा। जब गाड़ी पास आई, तो मैंने उसे हाथ से रुकने का इशारा किया। गाड़ी में 5 लोग थे, मैंने पहले तो सोचा यार कहाँ इनसे लिफ्ट लेनी। मगर उन्होंने भी हमें देख लिया और गाड़ी रोक कर खुद ही आगे तक लिफ्ट देने की बाद कह दी।
कुछ बेमन से कुछ डरते डरते ही सही, मगर हम उस गाड़ी में बैठ गए। रीना और मैं पीछे डिक्की वाली सीट पर बैठ गए। जब गाड़ी चल पड़ी तो पता चला कि ये लोग भी वही महल देख कर आ वापिस आ रहे थे. वो थोड़ा आगे चले गए थे, वहाँ पर एक खाने का होटल और शराब का ठेका भी था। वो सब बस एंजॉय करने आए थे, और पेग शेग लगाते जा रहे थे।
उन्होंने मुझे भी पेग ऑफर किया। मैं कभी कभार लगा लेता हूँ। मैंने जब एक पेग गटक लिया तो दूसरे पेग के साथ उन्होंने रीना से भी पूछा- भाभी जी, भाई ने मूड बना लिया, आप भी लगा लेती हैं क्या?
रीना ने मना कर दिया, मगर फिर उन्होंने एक छोटा सा पेग बना कर रीना को दे दिया- अरे भाभी जी, नहीं पीना तो मत पियो, बस ज़रा सा झूठा कर दो, हमारा भी मान रह जाएगा और आपका भी कुछ नहीं घटेगा।
उनके बार बार कहने पर रीना ने उस गिलास में से एक हल्की सी सिप ली और गिलास हाथ में पकड़ कर बैठी रही थी। शराब के दौर पर दौर चलते रहे और मैं भी 3-4 पेग खींच गया। मुझे भी अच्छा खासा नशा हो गया।
वो लोग गाड़ी बहुत ही धीमे चला रहे थे। कुछ बारिश भी तेज़ थी।
कुछ आगे जाकर एक पुरानी सी हवेली और दिखी। एक बोला- अरे मोहन, बारिश बहुत तेज़ है यार, सड़क पर भी फिसलन है, ऐसा कर अभी कुछ देर उस जगह पर रुकते हैं। ऐसा न हो कहीं घर पहुँचने की बजाए, किसी खाई में पहुँच जाएँ।
सबने उसकी बात का अनुमोदन किया और गाड़ी उस पुरानी सी खंडहर हवेली में जा कर रोक दी।
हम सब नीचे उतरे और उस हवेली के अंदर गए। अंदर सब खाली था। एक जगह देख कर एक बोला- यार ये जगह अच्छी है, यहाँ खिड़की पास जगह साफ भी है, और बाहर का भी सब नज़ारा दिखता है, क्यों न यहीं बैठ कर महफिल जमाएँ.
अब नशा तो सबको था। चाहे रीना ने मुझे इशारे से मना किया, मगर मैं फिर भी उनके साथ वहीं पर बैठ गया। मजबूरन रीना को भी मेरे पास आकर बैठना पड़ा। बेशक सब के सब शराबी थे और सभी बहुत शरीफ और सीधे होने का ढोंग कर रहे थे, मगर रीना के लिए हवस मैं सबकी आँखों में देख रहा था। उनका रीना को देखने का तरीका और उस से कोई बात करते वक़्त उनकी आँखों में आने वाली चमक साफ साफ बता रही थी कि अगर उनको मौका मिल जाए तो रीना को कच्चा चबा जाएँ।
और इसमें कोई शक भी नहीं था। भीगे बदन, भीगी साड़ी में रीना गजब की सेक्सी लग रही थी। मैं और चार लोग बैठ कर फिर से शराब पीने लगे, एक आदमी उनमें से अपने मोबाइल पर कुछ देख रहा था।
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